देहरादून: एसओजी और थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने डेढ़ करोड़ की ठगी को अंजाम देने वाली 4 साल से फरार शातिर आरोपी महिला को मुम्बई से गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपी को मुंबई न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून लाई. आरोपी महिला ठगी के बाद से ही मुम्बई में ठिकाने बदल-बदल कर रह रही थी. वह अपनी पहचान गुप्त रखते हुए एप्टेक कंप्यूटर सेंटर में कंप्यूटर शिक्षक के तौर पर कार्य कर रही थी.
बता दें साल 2019 में आजाद डिमरी ने थाना नेहरू कॉलोनी में शिकायत दर्ज कराई थी कि नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में ओजस्वी एसोसिएट नाम से फर्म संचालित करने वाले मृणाल धूलिया एवं योगिता धूलिया द्वारा उत्तरांखड आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में फार्मासिस्ट के पदों पर नौकरी लगवाने और उत्तराखंड सरकार से 90 पदों का सृजन करने की एवज में कई बेरोजगारों से लगभग 01 करोड़ 42 लाख रुपये ठग कर दोनों पति-पत्नी फरार हो गए हैं.
जिस पर थाना नेहरू कॉलोनी में मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन दोनों अभियुक्त ठगी के बाद से ही फरार हो गए थे. पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपी मृणाल धूलिया को 7 जुलाई 2020 को हरियाणा से गिरफ्तार किया, जो वर्तमान में जेल में है. मामले में योगिता धूलिया तब से फरार चल रही थी. उस पर 15 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था.
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एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया की इनामी आरोपी की गिरफ्तारी के लिए थाना नेहरू कॉलोनी और एसओजी की संयुक्त टीम गठित की गई थी. गठित टीम द्वारा फरार चल रही आरोपी योगिता धूलिया को 28 जुलाई को रायगढ़ महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया. योगिता धूलिया ठगी के बाद से ही मुम्बई में ठिकाने बदल बदल कर रह रही थी.