देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम की यात्रा जोरों शोरों से चल रही है. वर्तमान में करीब 6 लाख 75 हजार यात्री धामों के दर्शन कर चुके हैं. जहां एक ओर सरकार व्यवस्थाओं के मुकम्मल होने का दावा कर रही है, वहीं, धामों में फैली तमाम अव्यवथाओं को लेकर तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. जिसको लेकर धामों में की गई तमाम व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं. धामों और खासकर केदारनाथ धाम में व्यवस्थाओं के अभाव को लेकर वायरल होते वीडियो को बीकेटीसी ने षडयंत्र करार दिया है.
हर यात्रा सीजन के दौरान तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं. जिसमें धामों की व्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े होते हैं. जिसके कारण इस बार चारधाम यात्रा के शुरू होने के दौरान ही बदरी केदार मंदिर समिति ने धाम में वीडियो और फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगा दिया था. बावजूद इसके केदारनाथ धाम से तमाम वीडियो ऐसे सामने आ रहे हैं। जिनमें श्रद्धालु व्यवस्थाओं के साथ ही तमाम तरह के आरोप लगाते दिखाई दे रहे हैं. जिसके चलते राज्य सरकार और बीकेटीसी, लोगों से इस बात को लेकर भी अपील करती रही हैं कि धामों की गरिमा को बनाए रखे.
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केदारनाथ धाम से वायरल हो रहे वीडियो के सवाल पर बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा केदारनाथ धाम की भौगोलिक परिस्थितियां काफी विपरीत हैं. साथ ही परिस्थितिकी के दृष्टिगत वह काफी संवेदनशील है. जिसके दृष्टिगत राज्य सरकार की ओर से केदारनाथ धाम में तमाम व्यवस्थाएं मुकम्मल कराई गई हैंं, लेकिन, मौसम खराब होने के चलते तमाम कठिनाइयां हो रही हैं. उन्होंने कहा धाम में वीडियो बनाना चिंताजनक है. फिर भी कुछ लोग संयंत्र के तहत वीडियो बनाकर अव्यस्था पैदा कर रहे हैं. धाम की गरिमा और बदनामी करने का काम कर रहे हैं.
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वहीं, इस पूरे मामले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन महरा ने बीकेटीसी के अध्यक्ष को नसीहत दी है. उन्होंने कहा पहले धाम में व्यवस्थाओं को ठीक करें और लोगों को मौका न दें. उन्होंने कहा धाम में जब सब व्यवस्थाएं बेहतर होंगी तो कोई वीडियो नहीं बनाएगा. उन्होंने कहा बीकेटीसी के पास बड़ी मात्रा में धनराशि उपलब्ध है. जिसका सदुपयोग किया जाए ना की दुरुपयोग.