ऋषिकेश: गुमानीवाला क्षेत्र (Rishikesh Gumaniwala Area) स्थित लालपानी बीट में वन विभाग की 10 हेक्टेयर भूमि पर 50 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे कूड़ा निस्तारण प्लांट का विरोध फिर शुरू हो गया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि भारत सरकार को हकीकत से दूर रख कर सांठगांठ करते हुए लालपानी के आबादी वाले क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण प्लांट (Rishikesh Trenching Ground) लगाने की अनुमति ली गई है.
बीते दिन सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित होकर नगर निगम कार्यालय में विरोध जताया. गुस्साए ग्रामीणों ने नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान ग्रामीणों को शांत कराने के लिए पहुंची मेयर अनीता ममगाईं (Rishikesh Mayor Anita Mamgain) को भी ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. समझाने के बावजूद जब ग्रामीण शांत नहीं हुए तो मेयर ज्ञापन लेने के बाद मौके से चली गई. जिससे ग्रामीणों का पारा और चढ़ गया.
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ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि भारत सरकार को हकीकत से दूर रख कर सांठगांठ करते हुए लालपानी के आबादी वाले क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण प्लांट (Rishikesh Trenching Ground) लगाने की अनुमति ली गई है. ग्रामीणों का कहना है कि कूड़ा निस्तारण प्लांट जिस जगह लग रहा है उसके पास कई स्कूल, पानी की टंकी और घनी आबादी है. ऐसे में कूड़ा निस्तारण प्लांट यदि लगेगा तो जो स्थिति गोविंद नगर स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड की है वही हाल लालपानी क्षेत्र का भी होगा.