देहरादून/उधम सिंह नगर: देश भर में कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध पिछले 50 दिनों से जारी है. वहीं, प्रदेश में भी कृषि कानून के विरोध में जगह जगह आये दिन विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं. इसी क्रम में आज गदरपुर के केशव गढ़ गांव में खिचड़ी भोज कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे को विरोध का सामना करना पड़ा. वहीं, कांग्रेस भी कृषि कानून के खिलाफ शुक्रवार को राजभवन घेराव करने की तैयारी में है.
अरविंद पांडे का विरोध
गदरपुर के केशव गढ़ गांव में खिचड़ी भोज कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे की आने की सूचना के बाद किसानों ने गांव के प्रवेश द्वार पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया. पुलिस ने किसानों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान रास्ते को जाम कर बैठे रहे. वहीं, धरने पर बैठे प्रदर्शनकारी किसान महिलाओं का कहना है कि हमें कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे से कोई लेना-देना नहीं था, लेकिन कैबिनेट मंत्री द्वारा कुछ लोगों को नकली किसान बनाकर दिल्ली लेकर दिखाना चाहा कि उत्तराखंड के सभी किसान कृषि कानूनों के समर्थन में हैं. उनकी इस हरकत से गदरपुर के विभिन्न क्षेत्रों में उनके हर कार्यक्रम का विरोध किया जा रहा है. उन्होंने उत्तराखंड के किसानों को बदनाम किया है, इसलिए आगे भी उनके हर कार्यक्रम का विरोध किया जाएगा.
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कांग्रेस करेगी राजभवन का घेराव
वहीं देहरादून में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से 15 जनवरी को किसान अधिकार दिवस के रूप में राजभवन घेराव किया जाएगा. राजभवन घेराव की तैयारी को लेकर कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करके तैयारियों का जायजा लिया.
किसानों ने निकाली ट्रैक्टर रैली
वहीं, कृषि कानून के विरोध में आज किसानों ने उधम सिंह नगर जिले के गदरपुर विधानसभा क्षेत्र में ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया. इस दौरान सैकड़ों किसान मौजूद रहे. रैली के दौरान किसानों ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के आवास के बाहर जमकर नारेबाजी की. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी और शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का पुतला दहन किया. रैली दिनेशपुर से शुरू होकर गदरपुर में समाप्त हुई. इस दौरान किसानों ने कहा कि जब तक इस काले कानून को वापस नहीं लिया जाता, तब तक हम आंदोलन जारी रखेंगे.