ETV Bharat / state

विकासनगरः एक साल से अस्पताल में लटका ताला, लोगों ने फूंका स्वास्थ्य विभाग का पुतला - Vikasnagar News

प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली किसी से छुपी नहीं हैं. वहीं विकासनगर के अस्पताल में एक वर्ष से ताला लगा होने से लोगों मे भारी रोष है, जिसको लेकर स्थानीय जनता ने प्रदर्शन किया.

vikas nagar
एक साल से हॉस्पिटल में लटका ताला.
author img

By

Published : Dec 27, 2019, 9:39 AM IST

Updated : Dec 27, 2019, 9:57 AM IST

विकासनगर: प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली किसी से छुपी नहीं है, जिसका खामियाजा आए दिन लोगों को भुगतना पड़ता है. वहीं विकासनगर चकराता के बरोथां गांव में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से परेशान ग्रामीणों ने विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार का पुतला भी फूंका. लोगों का कहना है कि उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए 50 से 60 किलोमीटर दूर चकराता या फिर 200 किलोमीटर विकासनगर की यात्रा तय करनी पड़ती है.

सरकार के खिलाफ प्रदर्शन.
चकराता के बरोथां गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बावजूद भी ताला लटका है. ग्रामीणों का कहना है कि एक वर्ष पूर्व कुछ स्टाफ केंद्र में मौजूद था, जिसके कुछ समय बाद से ही हॉस्पिटल में ताला लग गया. ग्रामीण जगत सिंह ने बताया कि आठ वर्ष पूर्व यहां पर तत्कालीन सरकार द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया था.

लोगों को स्वास्थ्य सुविधा के लिए 50 से 60 किलोमीटर दूर चकराता या फिर 200 किलोमीटर विकासनगर की दौड़ लगानी पड़ती है, लेकिन अस्पताल बनने के बाद कुछ दिन कुछ स्टाफ अस्पताल में मौजूद रहा, लेकिन एक वर्ष से अस्पताल में ताले लगे हैं. कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी न डॉक्टर न ही कोई पैरामेडिकल स्टाफ भेजा गया.

पढ़ें-अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद की बैठक में पहुंचे 500 अधिवक्ता, वकालत में गिरावट पर जताई चिंता

जिसस कारण ग्रामीण स्वास्थ्य सविधाओं के लिए कई किलोमीटर की दौड़ लगाने को विवश हैं, जबकि अस्पताल से मुख्य रूप से खारसी गांव जोगियों थणता, डूंगीयारा फेड़ीयाना सैजांड ,खटवा, बनियाना ,सीडी, बरकोटी,गहरी गोराघाटी ,जसटा, बिजनाड आदि एक दर्जन से अधिक गांव जुड़े हुए हैं. लगभग तीन से चार हजार की आबादी को स्वास्थ्य सुविधा ने मिलने से खासा रोष है. पूना पोखरी के ग्रामीण जगत सिंह ने बताया कि अस्पताल में एक वर्ष से ताले लटके हैं.

कई बार इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने अस्पताल पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर पुतला दहन किया. साथ ही लोगों ने क्षेत्र के हॉस्पिटल में जल्द स्वास्थ्य स्टॉफ की तैनाती की मांग की है.

विकासनगर: प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली किसी से छुपी नहीं है, जिसका खामियाजा आए दिन लोगों को भुगतना पड़ता है. वहीं विकासनगर चकराता के बरोथां गांव में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से परेशान ग्रामीणों ने विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार का पुतला भी फूंका. लोगों का कहना है कि उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए 50 से 60 किलोमीटर दूर चकराता या फिर 200 किलोमीटर विकासनगर की यात्रा तय करनी पड़ती है.

सरकार के खिलाफ प्रदर्शन.
चकराता के बरोथां गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बावजूद भी ताला लटका है. ग्रामीणों का कहना है कि एक वर्ष पूर्व कुछ स्टाफ केंद्र में मौजूद था, जिसके कुछ समय बाद से ही हॉस्पिटल में ताला लग गया. ग्रामीण जगत सिंह ने बताया कि आठ वर्ष पूर्व यहां पर तत्कालीन सरकार द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया था.

लोगों को स्वास्थ्य सुविधा के लिए 50 से 60 किलोमीटर दूर चकराता या फिर 200 किलोमीटर विकासनगर की दौड़ लगानी पड़ती है, लेकिन अस्पताल बनने के बाद कुछ दिन कुछ स्टाफ अस्पताल में मौजूद रहा, लेकिन एक वर्ष से अस्पताल में ताले लगे हैं. कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी न डॉक्टर न ही कोई पैरामेडिकल स्टाफ भेजा गया.

पढ़ें-अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद की बैठक में पहुंचे 500 अधिवक्ता, वकालत में गिरावट पर जताई चिंता

जिसस कारण ग्रामीण स्वास्थ्य सविधाओं के लिए कई किलोमीटर की दौड़ लगाने को विवश हैं, जबकि अस्पताल से मुख्य रूप से खारसी गांव जोगियों थणता, डूंगीयारा फेड़ीयाना सैजांड ,खटवा, बनियाना ,सीडी, बरकोटी,गहरी गोराघाटी ,जसटा, बिजनाड आदि एक दर्जन से अधिक गांव जुड़े हुए हैं. लगभग तीन से चार हजार की आबादी को स्वास्थ्य सुविधा ने मिलने से खासा रोष है. पूना पोखरी के ग्रामीण जगत सिंह ने बताया कि अस्पताल में एक वर्ष से ताले लटके हैं.

कई बार इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने अस्पताल पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर पुतला दहन किया. साथ ही लोगों ने क्षेत्र के हॉस्पिटल में जल्द स्वास्थ्य स्टॉफ की तैनाती की मांग की है.

Intro:विकासनगर चकराता के बरोथां गांव में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से परेशान होकर ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर पुतला फूंका


Body:चकराता के बरोथां गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बावजूद भी ताले लटके पड़े हैं ग्रामीणों का कहना है कि 1 वर्ष पूर्व कुछ स्टाफ केंद्र में मौजूद था बावजूद इसके 1 वर्ष से इस अस्पताल में ताले लटके हुए हैं ग्रामीण जगत सिंह ने बताया कि 8 वर्ष पूर्व यहां पर तत्कालीन सरकार द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया था लोगों को स्वास्थ्य सुविधा लेने के लिए 50 से 60 किलोमीटर चकराता या फिर 200 किलोमीटर विकासनगर की दौड़ लगाने को मजबूर होना पड़ता था लेकिन अस्पताल बनने के बाद कुछ दिन कुछ स्टाफ अस्पताल में मौजूद रहा लेकिन 1 वर्ष से अस्पताल में ताले लटके हुए हैं कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी ना डॉक्टर ना ही कोई पैरामेडिकल स्टाफ भेजा गया जिससे कि ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए कई किलोमीटर की दौड़ लगाने को विवश होना पड़ता है इस अस्पताल से मुख्य रूप से खारसी गांव जोगियों थणता, डूंगीयारा फेड़ीयाना सैजांड ,खटवा, बनियाना ,सीडी, बरकोटी ,गहरी गोराघाटी ,जसटा, बिजनाड आदि 1 दर्जन से अधिक गांव जुड़े हुए हैं लगभग तीन से चार हजार की आबादी के लोगों को स्वास्थ्य लाभ के लिए कई किलोमीटर के चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है


Conclusion:पूना पोखरी के ग्रामीण जगत सिंह ने बताया कि अस्पताल में 1 वर्ष से ताले लटके हुए हैं कई बार इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई आज ग्रामीणों ने अस्पताल पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर पुतला दहन किया कहा कि शीघ्र ही अस्पताल में डॉक्टर वह स्टॉप नहीं भेजा गया तो लोगों को उग्र आंदोलन करने को विवश होना पड़ेगा
Last Updated : Dec 27, 2019, 9:57 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.