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ये क्या! बमुश्किल सड़क बनी तो ग्रामीणों को गांव छोड़ने के लिए होना पड़ा मजबूर, जानिए क्यों?

कहते हैं ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में सड़कें अहम भूमिका निभाती है, लेकिन डोईवाला में ठीक उलट देखने को मिल रहा है. यहां कालवन मोटर मार्ग निर्माण (Kalvan road construction) ग्रामीणों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है. दरअसल, पहाड़ी कटिंग के बाद लोगों के घरों में दरारें पड़ने लगी है. साथ ही कई जगहों पर भू धंसाव हो रहा है. खेत भी तबाह हो गए हैं. ऐसे में ग्रामीणों को गांव छोड़ने को मजबूर होना पड़ रहा है.

Kalvan road construction
कालवन मोटर मार्ग
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Published : Sep 13, 2022, 6:31 PM IST

Updated : Sep 13, 2022, 7:17 PM IST

डोईवालाः जिस सड़क के बनने का इंतजार कई गांवों के लोग कर रहे थे. वो सड़क जब उनके गांव तक पहुंची तो ग्रामीणों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा. खुश होते भी क्यों नहीं, क्योंकि इस सड़क को बनवाने के लिए ग्रामीण कई सालों से संघर्ष कर रहे थे, लेकिन यह सड़क अब ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गई है. जी हां, ग्रामीणों को अब अपना पुश्तैनी घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ रहा है. इसके पीछे की वजह सड़क निर्माण के चलते मलबा और भू धंसाव है.

दरअसल, डोईवाला विधानसभा में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) के अंतर्गत कालवन मोटर मार्ग का निर्माण किया जा रहा है. जो कई गांवों को जोड़ते हुए टिहरी तक पहुंचेगा, लेकिन कार्यदायी संस्था की मनमानी के चलते ग्रामीण बेहद नाराज हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वो मोटर मार्ग के बनने का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन कार्यदायी संस्था ने सड़क बनने से पहले जो वादे ग्रामीणों से किए थे, वो एक भी पूरे नहीं किए.

कालवन मोटर मार्ग निर्माण से बढ़ी परेशानी.

ग्रामीणों का कहना है कि पहाड़ी कटिंग से गांव के रास्ते बंद हो गए है. पहाड़ी भी लगातार दरक रही है. पहाड़ियों के दरकने से मकानों में दरारें और उनके घर के आगे की जमीन धंसने लगी है. बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जिससे महीनों तक गांव में बिजली नहीं रहती है. यही हाल पेयजल का भी है. पेयजल लाइन डैमेज हो गई है. साथ ही प्राकृतिक जल स्रोत सूखने की कगार पर हैं. ऐसे में ग्रामीण दूर से पानी लाने को मजबूर हैं.
ये भी पढ़ेंः 'आ अब लौटें' मुहिम लाई रंग, डोईवाला के अपर तलाई गांव को मिली सड़क

वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि सबसे बड़ी दुख की बात ये है कि सड़क कटिंग के मलबे को खेतों में डाला जा रहा है. जिससे ग्रामीणों की फसलें चौपट हो गई हैं. सड़क कटिंग से गांव को जोड़ने वाले अन्य मार्ग खत्म हो गए हैं. ऐसे में कार्यदायी संस्था की मनमानी के चलते ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं अब ग्रामीणों का रोजगार तक खत्म हो गया है. ग्रामीण अपने घरों को छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं.

जनप्रतिनिधियों ने बताया कि सभी रास्ते बंद हो गए हैं और कई मकान गिरने के कगार (Houses Damaged Due to Road Construction) पर आ गए हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी कानों में तेल डालकर बैठे हैं. वहीं, जनप्रतिनिधि अब ग्रामीणों के साथ मिलकर एक बड़ा आंदोलन छोड़ने की बात कह रहे हैं. साथ ही काम को रुकवाने की भी बात कह रहे हैं.

डोईवाला विधायक बृज भूषण गैरोला (Doiwala MLA Brij Bhushan Gairola) ने बताया कि उन्होंने भी कालवन क्षेत्र (Kalvan road construction) का भ्रमण किया है और ग्रामीणों की समस्याओं को सुना. उन्होंने खुद ग्रामीणों की पीड़ा को देखा है और कार्यदायी संस्था की लापरवाही सामने आई है. कार्यदायी संस्था के ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को लिखा है.
ये भी पढ़ेंः PMGSY की डेडलाइन तय, अधर में लटक सकता है उत्तराखंड में 800 सड़कों का निर्माण

उन्होंने बताया कि उनकी जिलाधिकारी से भी बात हुई. जब तक ग्रामीणों की समस्या दूर नहीं होगी, तब तक ठेकेदार के भुगतान पर रोक लगाने को कहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि जिस जगह पर जमीन धंस रही है और रास्ते बंद हो गए हैं, उन्हें दूसरी सुरक्षित जगह शिफ्ट होने के लिए कहा गया है.

डोईवालाः जिस सड़क के बनने का इंतजार कई गांवों के लोग कर रहे थे. वो सड़क जब उनके गांव तक पहुंची तो ग्रामीणों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा. खुश होते भी क्यों नहीं, क्योंकि इस सड़क को बनवाने के लिए ग्रामीण कई सालों से संघर्ष कर रहे थे, लेकिन यह सड़क अब ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गई है. जी हां, ग्रामीणों को अब अपना पुश्तैनी घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ रहा है. इसके पीछे की वजह सड़क निर्माण के चलते मलबा और भू धंसाव है.

दरअसल, डोईवाला विधानसभा में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) के अंतर्गत कालवन मोटर मार्ग का निर्माण किया जा रहा है. जो कई गांवों को जोड़ते हुए टिहरी तक पहुंचेगा, लेकिन कार्यदायी संस्था की मनमानी के चलते ग्रामीण बेहद नाराज हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वो मोटर मार्ग के बनने का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन कार्यदायी संस्था ने सड़क बनने से पहले जो वादे ग्रामीणों से किए थे, वो एक भी पूरे नहीं किए.

कालवन मोटर मार्ग निर्माण से बढ़ी परेशानी.

ग्रामीणों का कहना है कि पहाड़ी कटिंग से गांव के रास्ते बंद हो गए है. पहाड़ी भी लगातार दरक रही है. पहाड़ियों के दरकने से मकानों में दरारें और उनके घर के आगे की जमीन धंसने लगी है. बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जिससे महीनों तक गांव में बिजली नहीं रहती है. यही हाल पेयजल का भी है. पेयजल लाइन डैमेज हो गई है. साथ ही प्राकृतिक जल स्रोत सूखने की कगार पर हैं. ऐसे में ग्रामीण दूर से पानी लाने को मजबूर हैं.
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वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि सबसे बड़ी दुख की बात ये है कि सड़क कटिंग के मलबे को खेतों में डाला जा रहा है. जिससे ग्रामीणों की फसलें चौपट हो गई हैं. सड़क कटिंग से गांव को जोड़ने वाले अन्य मार्ग खत्म हो गए हैं. ऐसे में कार्यदायी संस्था की मनमानी के चलते ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं अब ग्रामीणों का रोजगार तक खत्म हो गया है. ग्रामीण अपने घरों को छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं.

जनप्रतिनिधियों ने बताया कि सभी रास्ते बंद हो गए हैं और कई मकान गिरने के कगार (Houses Damaged Due to Road Construction) पर आ गए हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी कानों में तेल डालकर बैठे हैं. वहीं, जनप्रतिनिधि अब ग्रामीणों के साथ मिलकर एक बड़ा आंदोलन छोड़ने की बात कह रहे हैं. साथ ही काम को रुकवाने की भी बात कह रहे हैं.

डोईवाला विधायक बृज भूषण गैरोला (Doiwala MLA Brij Bhushan Gairola) ने बताया कि उन्होंने भी कालवन क्षेत्र (Kalvan road construction) का भ्रमण किया है और ग्रामीणों की समस्याओं को सुना. उन्होंने खुद ग्रामीणों की पीड़ा को देखा है और कार्यदायी संस्था की लापरवाही सामने आई है. कार्यदायी संस्था के ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को लिखा है.
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उन्होंने बताया कि उनकी जिलाधिकारी से भी बात हुई. जब तक ग्रामीणों की समस्या दूर नहीं होगी, तब तक ठेकेदार के भुगतान पर रोक लगाने को कहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि जिस जगह पर जमीन धंस रही है और रास्ते बंद हो गए हैं, उन्हें दूसरी सुरक्षित जगह शिफ्ट होने के लिए कहा गया है.

Last Updated : Sep 13, 2022, 7:17 PM IST
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