विकासनगर: सेलाकुई के शीशम बाड़ा में लगे कूड़ा निस्तारण प्लांट हजारों लोगों के लिए मुसीबतों का पहाड़ साबित हो रहा है. इस संयंत्र ने हवा में इस कदर जहर घोल दिया है कि लोग सांस की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं. साथ ही कैंसर होने का डर उन्हें अलग से सता रहा है, जिस कारण स्थानीय लोग प्लांट के विरोध में कई दिनों से क्रमिक अनशन पर बैठे हैं. लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार शीघ्र ही इस गंदगी को यहां से हटाए अन्यथा सरकार को इसके भारी परिणाम झेलने होंगे.
विकासनगर के सेलाकुई स्थित शीशम बाड़ा कूड़ा निस्तारण केंद्र से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्लांट से निकलने वाली गंदगी ने भूमिगत जल और आसन नदी को भी बुरी तरह प्रदूषित कर दिया है. इससे स्थानीय लोगों के साथ ही वन्य जीव जंतुओं के लिए भी बड़ा खतरा पैदा हो गया है. कूड़ा निस्तारण संयंत्र के बाद जिस तरह से क्षेत्र में प्रदूषण फैला है, उसको लेकर स्थानीय निवासियों में बड़ा आक्रोश है. प्रदूषण की मार झेल रहे लोग अनशन के रास्ते पर हैं.
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स्थानीय ग्रामीण जितेंद्र कुमार ने बताया कि 3 साल से लगातार स्थानीय लोग शीशम बाड़ा कूड़ा घर निस्तारण का विरोध कर रहे हैं. लेकिन, सरकार के कानों तक जूं नहीं रेंगी. घनी आबादी के बीचों-बीच बनाया गया ये कूड़ा घर लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है. हवा पानी सब प्रदूषित हो रहा है.
मानव अधिकार और अपराध संगठन की सदस्य रितु ठाकुर ने बताया कि आसपास के लोग इस प्लांट से बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं. जनता ने इसका विरोध किया है. 3 वर्षों से लगातार लोग विरोध कर रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है. यदि शीघ्र ही कोई एक्शन नहीं लिया गया तो प्रशासन को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.