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न्यू ईयर पार्टी मौत मामला: पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं परिजन, हॉस्टल बरामदे में मिला था शव

देहरादून के करनपुर स्थित एक हॉस्टल में कपिल नाम के युवक की संदिग्ध परिस्थितियों मौत के मामले में मृतक के परिजन पुलिस की जांच से असंतुष्ट है. उनका कहना है कि पुलिस हॉस्टल संचालक के दबाव में हत्या को हादसा बता रही है. उन्होंने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है.

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Published : Jan 2, 2020, 5:21 PM IST

Updated : Jan 3, 2020, 12:27 PM IST

देहरादून: साल के पहले दिन करनपुर स्थित डीबीएस कॉलेज के सामने स्थित छात्र हॉस्टल के बरामदे में संदिग्ध परिस्थितियों में 38 वर्षीय कपिल देव का शव बरामद हुआ था. पुलिस जांच में इस घटना को हादसा बताया गया है. वहीं, पुलिस की इस कार्रवाई से मृतक के परिजन असंतुष्ट दिख रहे हैं. मृतक की मां का आरोप है कि पुलिस हॉस्टल संचालक के दबाव में आकर मौत को एक्सीडेंट साबित करने में जुटी है.

पीड़ित परिवार ने पुलिस की जांच पर गंभीर सवाल उठाए हैं. मृतक की मां का कहना है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो ताकि उनके बेटे की मौत की सच्चाई सामने आ सके. उन्होंने आरोप लगाया कि हॉस्टल के छात्रों के साथ कपिल का लंबे समय से विवाद चल रहा था, इसी के चलते कपिल ने जब हॉस्टल में रात चार बजे तक चलने वाली पार्टी का विरोध किया तो छात्रों ने उसकी हत्या कर शव को छत से फेंक दिया.

न्यू ईयर पार्टी में मौत का मामला.

पहला सवाल

  • मृतक के परिजनों का आरोप है कि छात्र हॉस्टल के बरामदे पर जिस हालत में कपिल का शव बरामद किया गया है, उससे सवाल उठता है कि अगर कपिल की मौत छत से गिरकर पेट फटने से हुई है तो जमीन पर कोई भी खून का धब्बा क्यों नहीं है? ऐसे में आशंका है कि पहले धारदार हथियार से उसका पेट काटा गया, फिर शव छत की ग्रिल के सहारे नीचे फेंक दिया गया.

दूसरा सवाल

kapil dev
मृतक कपिल (फाइल फोटो).
  • परिजनों का यह भी आरोप है कि घटना के कुछ समय पहले ही हॉस्टल का सीसीटीवी कैमरा बंद हो गया था और घटना के चार घंटे बाद यानी सुबह 8 बजे कैमरा फिर से कैसे चालू हो गया? ऐसे में उन को आशंका है कि सीसीटीवी कैमरा बंद कर घटना को अंजाम दिया गया है.

तीसरा सवाल

  • परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनको घटना से संबंधित कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं दिखाया है, जबकि पुलिस ने मीडिया में बयान दिया है कि उन्होंने सीसीटीवी का वह फुटेज परिवार को दिखाया है जिसमें मृतक कपिल हॉस्टल की छत से नीचे गिर रहा है.

पढ़ें- हल्द्वानी: स्कूटी सवार की गोली मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

बता दें कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभीतक परिजनों को नहीं मिल पाई है, जिसको लेकर भी परिवार के लोग जांच पड़ताल को लेकर कई तरह के सवाल उठा रहे हैं. मृतक के माता-पिता की मांग है कि पुलिस इस मामले पर किसी के दबाव में न आकर निष्पक्ष जांच करे, ताकि उनके बेटे की मौत का रहस्य सभी के सामने आ सके.

देहरादून: साल के पहले दिन करनपुर स्थित डीबीएस कॉलेज के सामने स्थित छात्र हॉस्टल के बरामदे में संदिग्ध परिस्थितियों में 38 वर्षीय कपिल देव का शव बरामद हुआ था. पुलिस जांच में इस घटना को हादसा बताया गया है. वहीं, पुलिस की इस कार्रवाई से मृतक के परिजन असंतुष्ट दिख रहे हैं. मृतक की मां का आरोप है कि पुलिस हॉस्टल संचालक के दबाव में आकर मौत को एक्सीडेंट साबित करने में जुटी है.

पीड़ित परिवार ने पुलिस की जांच पर गंभीर सवाल उठाए हैं. मृतक की मां का कहना है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो ताकि उनके बेटे की मौत की सच्चाई सामने आ सके. उन्होंने आरोप लगाया कि हॉस्टल के छात्रों के साथ कपिल का लंबे समय से विवाद चल रहा था, इसी के चलते कपिल ने जब हॉस्टल में रात चार बजे तक चलने वाली पार्टी का विरोध किया तो छात्रों ने उसकी हत्या कर शव को छत से फेंक दिया.

न्यू ईयर पार्टी में मौत का मामला.

पहला सवाल

  • मृतक के परिजनों का आरोप है कि छात्र हॉस्टल के बरामदे पर जिस हालत में कपिल का शव बरामद किया गया है, उससे सवाल उठता है कि अगर कपिल की मौत छत से गिरकर पेट फटने से हुई है तो जमीन पर कोई भी खून का धब्बा क्यों नहीं है? ऐसे में आशंका है कि पहले धारदार हथियार से उसका पेट काटा गया, फिर शव छत की ग्रिल के सहारे नीचे फेंक दिया गया.

दूसरा सवाल

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मृतक कपिल (फाइल फोटो).
  • परिजनों का यह भी आरोप है कि घटना के कुछ समय पहले ही हॉस्टल का सीसीटीवी कैमरा बंद हो गया था और घटना के चार घंटे बाद यानी सुबह 8 बजे कैमरा फिर से कैसे चालू हो गया? ऐसे में उन को आशंका है कि सीसीटीवी कैमरा बंद कर घटना को अंजाम दिया गया है.

तीसरा सवाल

  • परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनको घटना से संबंधित कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं दिखाया है, जबकि पुलिस ने मीडिया में बयान दिया है कि उन्होंने सीसीटीवी का वह फुटेज परिवार को दिखाया है जिसमें मृतक कपिल हॉस्टल की छत से नीचे गिर रहा है.

पढ़ें- हल्द्वानी: स्कूटी सवार की गोली मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

बता दें कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभीतक परिजनों को नहीं मिल पाई है, जिसको लेकर भी परिवार के लोग जांच पड़ताल को लेकर कई तरह के सवाल उठा रहे हैं. मृतक के माता-पिता की मांग है कि पुलिस इस मामले पर किसी के दबाव में न आकर निष्पक्ष जांच करे, ताकि उनके बेटे की मौत का रहस्य सभी के सामने आ सके.

Intro:summary-बेटे की मौत के बाद पुलिस जांच को लेकर माँ उठाएं सवाल,नए साल के पार्टी विरोध की घटना, दबाव के चलते पुलिस हत्या को हादसे में बदलने में जुटी- पीड़ित परिजन..


नए साल की पहली सुबह देहरादून के करनपुर स्थित डीबीएस कॉलेज के सामने छात्र हॉस्टल के बरामदे में संदिग्ध परिस्थितियों में 38 वर्षीय कपिल देव नाम के युवक की मौत मामले को पुलिस द्वारा जांच में एक हादसा बताने को लेकर मृतक परिजन पूरी तरह से असंतोष दिख रहे हैं। मृतक की मां पुष्पा देव के साथ ही पूरे परिवार का आरोप है कि, पुलिस हॉस्टल संचालक के दबाव में आकर हत्या की घटना को एक्सीडेंटल साबित करने में जूट है। जबकि लंबे समय से उनके पड़ोस में चल रहे हॉस्टल के छात्रों के साथ कपिल का विवाद चल रहा था, इसी के चलते कपिल ने एक बार फिर 31 दिसंबर सुबह 4:00 बजे तक हॉस्टल में चलने वाली नई साल की पार्टी का विरोध किया और उसी के चलते पुरानी रंजिश में छात्रों ने उसकी हत्या कर शव को छत से फेंक दिया गया . पीड़ित परिवार ने पुलिस की जांच को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए हैं, बेटे के मौत के कारण घर में मातम पसरे परिवार की एक ही मांग है कि, इस मामले की निष्पक्ष जांच हो ताकि उनके बेटे की हत्या की सच्चाई सामने आ सके।


Body:घटनास्थल में किसी तरह का खून या अन्य धब्बा न मिलने पर परिजनों ने उठाए सवाल

मृतक के परिजनों का आरोप है कि छात्र हॉस्टल के बरामदे पर जिस तरह से कपिल का शव पेट फ़टे हुए हालत में बरामद हुआ है उस बात से सवाल उठता है कि, आखिर जमीन पर किसी तरह एक धब्बा भी खून का क्यों नहीं देखा गया हैं, ऐसे में आशंका हैं कि हॉस्टल के छात्रों ने पहले उसका धारदार हथियार से पेट कांटा फिर उसका शव छत की ग्रिल के सहारे नीचे फेंक दिया। मृतक की मां पुष्पा देव ने पुलिस जांच पड़ताल को लेकर कई आरोप लगाते हुए सवाल उठाए हैं।

बाइट- पुष्पा देव, मृतक की मां



घटनास्थल के सीसीटीवी कैमरे को लेकर भी परिजनों का पुलिस पर गम्भीर सवाल

उधर कपिल के मां और पिता का यह भी पुलिस जांच पर आरोप है कि, घटना के कुछ समय पहले सुबह 4 बजे ही हॉस्टल का सीसीटीवी कैमरा बंद हो गया और घटना के चार घँटे बाद यानी सुबह 8:00 बजे हॉस्टल का सीसीटीवी कैमरा फिर से कैसे चालू हो गया। ऐसे में उन को आशंका है कि सीसीटीवी कैमरा बंद कर ही हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है।
इतना ही नहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनको कपिल के मौत वाला घटना से संबंधित किसी भी तरह का कोई सीसीटीवी कैमरा फुटेज नहीं दिखाया है,जबकि पुलिस का मीडिया में बयान आया है कि, उन्होंने घटना से संबंधित सीसीटीवी का वह फुटेज परिवार को दिखा दिया है जिसमें मृतक कपिल खुद हॉस्टल की छत से ग्रिल के सहारे नीचे गिर रहा है।

बाईट-पुष्पा देव मृतक की मां

बाइट- अर्जुन देव, मृतक के पिता



Conclusion:बहराल 38 वर्षीय कपिल की मौत किस तरह से हुई यह एक निष्पक्ष जांच पड़ताल का विषय है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक परिजनों को नहीं मिल पाई है जिसको लेकर भी परिवार के लोग जांच पड़ताल को लेकर कई तरह के सन्देह भरे सवाल पुलिस कार्रवाई पर उठा रहे हैं। मृतक की मां पुष्पा और पिता अर्जुन देव की मांग है कि, पुलिस इस मामले पर किसी के दबाव में ना आकर निष्पक्ष जांच करें, ताकि उनके अविवाहित बेटे की मौत का रहस्य सभी के सामने आ सके।

बाइट- अर्जुन देव, मृतक के पिता
Last Updated : Jan 3, 2020, 12:27 PM IST
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