ऋषिकेश: हरिद्वार रोड पर नगर निगम के बाहर हाईवे के किनारे लगी सब्जी मंडी को फिर से हटाने के दौरान जमकर हंगामा हुआ. नगर निगम प्रशासन और सब्जी व्यापारियों के बीच इस दौरान बहस बाजी भी हुई. सब्जी व्यापारियों ने नगर निगम पर बार-बार जगह बदल कर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.
वहीं, निगमकर्मियों सब्जी व्यापारियों की करीब डेढ़ घंटे तक चली बहस के दौरान मौके पर व्यापारी नेता भी पहुंच गए. सभी ने नगर निगम की इस कार्रवाई का विरोध किया और मामला बढ़ने पर नगर निगम कर्मचारियों ने मौके पर पुलिस बुला ली. आखिर में काफी गहमागहमी के बाद नगर निगम प्रशासन ने सब्जी व्यापारियों को चंद्रभागा नदी किनारे एक संस्था की जमीन पर दुकानें लगाने की अनुमति का पत्र जारी किया. जिस पर सब्जी व्यापारियों ने ऐतराज जताया है.
फिलहाल, सभी सब्जी व्यापारी बिना अनुमति के ही जीवनी माई मार्ग स्थित अपने पुराने स्थानों पर दुकानें लगा कर बैठ गए हैं. सब्जी व्यापारियों ने चेतावनी दी है यदि उन्हें अपने स्थानों से उठाने की कोशिश की गई तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे. फुटकर फल एवं सब्जी विक्रेता समिति के संरक्षक रामकृपाल गौतम और अध्यक्ष राजू गुप्ता ने बताया कि अचानक से मंडी को शिफ्ट करने का फरमान लेकर सुबह सुबह नगर निगम की टीम मौके पर पहुंच गई, जिसका विरोध किया गया.
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गुप्ता ने बताया कि उन्हें चंद्रभागा नदी के किनारे एक संस्था की भूमि पर सब्जी की दुकानें लगाने की अनुमति दी जा रही है. जहां किसी भी प्रकार की मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं है. उस स्थान पर भी दुकानें कब तक लगेंगी, इसका भी भरोसा नहीं है. वेंडिंग जोन बनाकर दुकानें उपलब्ध कराने की बात करके नगर निगम उन्हें लगातार गुमराह कर रहा है. ऐसे में उन्होंने अपनी मर्जी से जीवनी माई रोड पर पुराने स्थानों पर ही अपनी दुकानें लगाने का निर्णय ले लिया है.
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वहीं, सहायक नगर आयुक्त एलम दास ने बताया कि नेशनल हाईवे ने सड़क चौड़ीकरण करने के लिए नगर निगम को सब्जी की दुकानें हटाने के लिए पत्र दिया. जिसके बाद सब्जी व्यापारियों को हटाने के लिए कार्रवाई की गई है. सब्जी व्यापारियों को चंद्रभागा नदी किनारे एक संस्था की भूमि पर दुकानें लगाने के लिए निर्देशित किया गया है.