देहरादून: उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर का चार्ज संभाल रहे डॉ. पीपी ध्यानी ने ऑनलाइन परीक्षा को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं. वाइस चांसलर का कहना है कि तकनीकी विश्वविद्यालय के पास ना तो ऑनलाइन एग्जाम के लिए इन्फ्रास्ट्र्रक्चर है और ना ही तकनीकी सुविधाएं.
उत्तराखंड में कोविड-19 वायरस की वजह से शैक्षिक सत्र के साथ-साथ परीक्षाओं पर भी असर पड़ा है. विगत वर्ष 2020 में केवल फाइनल इयर के छात्रों को परीक्षा दिलवाई गई और बाकी सेमेस्टर के छात्रों को प्रमोट कर दिया गया था.
हालांकि प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों द्वारा पिछली बार के हालातों को देखते हुए इस बार ऑनलाइन एग्जामिनेशन की प्रक्रिया अपनाई गई है. लेकिन तकनीकी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर का चार्ज संभाल रहे डॉ. पीपी ध्यानी, जिनके पास श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की भी जिम्मेदारी है, उन्होंने ऑनलाइन एग्जाम के लिए पूरी तरह से मना कर दिया है.
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ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए वीसी पीपी ध्यानी ने कहा कि श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी ही नहीं बल्कि उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में भी इतने संसाधन नहीं हैं कि ऑनलाइन परीक्षाएं करवाई जा सकें. हालांकि प्रदेश में पंतनगर विश्वविद्यालय और ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी जैसे कुछ शिक्षण संस्थान हैं, जहां पर सफलतम ऑनलाइन परीक्षाएं की प्रक्रिया अपनाई गई है. वीसी का कहना है कि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय और यूटीयू में अभी तक ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने के लिए ना तो तकनीकी सुविधाएं हैं और ना ही व्यवस्थाएं डेवलप की गईं हैं.
ऐसे में खासतौर से टेक्निकल कोर्सेज कर रहे छात्रों का कहना है कि पूरे 2 साल बिना परीक्षाओं के प्रमोट होने से उनके कौशल और प्रयोगात्मक विषयों पर गहरा असर पड़ रहा है. छात्रों का कहना है कि एक ही प्रदेश में जब कई विश्वविद्यालय ऑनलाइन परीक्षाएं करवा सकता है तो उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने के लिए क्या समस्या है.