देहरादून: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए जल्द ही विभाग की ओर से गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण प्रारंभ किया जाएगा. लेकिन गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिए प्रेरित करना और उनकी टीकाकरण संबंधित घबराहट को दूर करना स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती होगी. जिसके मद्देनजर विभाग ने गर्भवती महिलाओं को जागरूक करने के लिए सभी स्त्री रोग विशेषज्ञों को निर्देश दिए हैं.
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब प्रदेश की गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण होना है. इसके लिए विभाग ने सभी स्त्री रोग विशेषज्ञों और आंगनबाड़ी आशा वर्करों को निर्देश दिए हैं कि वो अपने संपर्क में रहने वाली गर्भवती महिलाओं को बताएं कि कोरोना का टीका ना सिर्फ संक्रमण से उनकी रक्षा करेगा, बल्कि उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी कोरोना के खतरे से बचाएगा.
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वहीं, देहरादून के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज उप्रेती ने बताया कि जिले के सभी नोडल अधिकारियों से अपील की गई है कि अपने क्षेत्र की प्रत्येक गर्भवती महिलाओं को कोरोना का टीका लगाकर उनको प्रतिरक्षित किया जाए. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण का लक्ष्य रखा है, जिसके तहत गर्भवती महिलाओं का भी टीकाकरण होना है.
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उन्होंने कहा कि अभी तक लेक्टेटिंग वुमेन का टीकाकरण किया जा रहा था. लेकिन अब गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण होना है जो कि विभाग के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. उन्हें टीकाकरण के प्रति प्रेरित कर उनकी घबराहट को दूर करना होगा. इसके लिए सभी गायनेकोलॉजिस्ट के साथ चर्चा कर उनको बताया गया कि गर्भवती महिलाओं को बताया जाए कि वैक्सीनेशन उनके और उनके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए कितना जरूरी है.
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वहीं, गर्भवती महिलाओं की सुविधा को देखते हुए उनके टीकाकरण के लिए देहरादून में एक सेंटर स्थापित किया जा रहा है, जहां सिर्फ गर्भवती महिलाओं का ही टीकाकरण किया जाएगा. स्वास्थ विभाग की ओर से बताया जा रहा है कि गर्भवती महिलाओं की संख्या को देखते हुए भविष्य में वैक्सीनेशन सेंटर्स बढ़ाए जाएंगे. वहीं, स्वास्थ विभाग की ओर से अस्पतालों में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञों के संपर्क में रहने वाली गर्भवती महिलाओं की जानकारी भी जुटाई जा रही है.