देहरादूनः उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स का बयान चर्चाओं में है. शादाब शम्स ने पिरान कलियर में वेश्यावृत्ति (Prostitution in Piran Kaliyar) के साथ ही नशे का कारोबार चलने की बात कही है. इसके अलावा उन्होंने उत्तराखंड में मदरसे (Madrasa in Uttarakhand) को लेकर भी बयान दिया है. जिसमें उन्होंने सूबे के 103 मदरसों का सर्वे कराने की बात कही है.
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स (Uttarakhand Waqf Board Chairman Shadab Shams) का कहना है कि पूरे प्रदेश में 500 से ज्यादा मदरसे संचालित किए जा रहे हैं. जिसमें से 103 मदरसे वक्त बोर्ड के अधीन आते हैं. इनमें राज्य सरकार मुस्लिम छात्रों के शिक्षा, खाना और अन्य सुविधाओं के लिए पैसा देती है. ऐसे में राज्य सरकार का यह पूरा अधिकार है कि वो इन मदरसों का समय-समय पर निरीक्षण करें. इसी के तहत वक्फ बोर्ड उत्तराखंड में मौजूद सभी अपने 103 मदरसों का सर्वे करेंगे (Survey of Madrasas in Uttarakhand) और उनमें दी जाने वाली राज्य सरकार की तमाम सुविधाओं का किस तरह से इस्तेमाल किया जा रहा है, इसे सुनिश्चित करेंगे.
उन्होंने बताया कि प्रदेश में वक्फ बोर्ड के अलावा 419 मदरसे, मदरसा बोर्ड के तहत संचालित किए जाते हैं, लेकिन ये वक्फ बोर्ड के तहत नहीं आते हैं. लिहाजा, यह सरकार के अधिकार क्षेत्र से बाहर (Uttarakhand Madarsa Board) है, लेकिन फिर भी क्योंकि ये मदरसे उत्तराखंड में हैं और वक्फ बोर्ड के मदरसों में तमाम तरह के सुधारों के बाद इन मदरसों में भी इसका साफतौर पर असर देखने को मिलेगा. इसके अलावा प्रदेश में कुछ निजी तौर पर भी मदद से संचालित किए जाते हैं, उन पर भी राज्य सरकार की निगरानी बनी हुई है.
वहीं, शादाब शम्स ने कहा कि जो बात पिरान कलियर को लेकर उन्होंने कही है, वो इस क्षेत्र की बड़ी समस्या रही है. इसको लेकर 15 सितंबर को होने वाली बोर्ड बैठक के दौरान फैसला लिया जाएगा. पिरान कलियर क्षेत्र और इसके आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम (CCTV in Piran Kaliyar) किया जाएगा. ताकि गलत गतिविधियां चलाने वाले लोगों को आईडेंटिफाई किया जा सके. उन्होंने कहा कि कुछ लोग उनके बयान को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं और राजनीतिक रूप से फायदा लेने की भी कोशिश कर रहे हैं.
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BJP बिगाड़ रही आपसी सौहार्दः उधर, शादाब शम्स के बयान (Shadab Shams Statement) पर विरोधी दल कांग्रेस ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने और गलत बयानबाजी करने की बात कही है. हालांकि, शादाब शम्स ने स्पष्ट किया है कि उनका यह बयान बेवजह नहीं आया है. तमाम धर्मगुरुओं और उलेमाओं की तरफ से इस मामले में उनसे बात की गई है. साथ ही स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद उन्होंने इस पर अपना बयान जारी किया है.
शादाब शम्स ने पंचायत चुनाव के मद्देनजर रणनीति के तहत दिया बयानः वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स के बयान को कांग्रेस हरिद्वार पंचायत चुनाव (Haridwar Panchayat Election) से जोड़कर देख रही है. कांग्रेस ने इसे चुनाव से पहले सोची समझी रणनीति के तहत दिया गया बयान बताया है. इस मामले पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी (Congress State Spokesperson Garima Dasauni) कहती हैं कि जो बयान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने दिया है, वो धार्मिक भावनाओं से खेलने वाला है और बीजेपी इस मामले में निजी हित को देखते हुए सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश में जुटी है.