देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के चलते हर वर्ग और हर तबके पर आर्थिक संकट गिराया है. उत्तराखंड का परिवहन विभाग अब इस संकट के उबरता नजर आ रहा है. जहां आम दिनों में परिवहन निगम को 70 से 75 लाख प्रतिदिन का राजस्व मिल रहा है. तो वहीं, 27 अक्टूबर को परिवहन निगम को एक दिन में सर्वाधिक 85 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है.
वहीं, प्रतिदिन परिवहन निगम के बढ़ रहे राजस्व के बाद आस जगी है कि वो जल्द ही अपनी देनदारियों को पूरा कर सकेगा. हालांकि, मौजूदा समय में चल रही परिवहन निगम की बसों से करीब 75 लाख रुपए का रोजाना आमदनी हो रही है, यानी एक महीने में करीब साढ़े 22 करोड़ रुपए की आमदनी हो रही है. इस आय में डीजल का खर्च और बसों का मेंटेनेंस भी शामिल है.
उधर, हर महीने कर्मचारियों के वेतन पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च होते हैं. ऐसे में परिवहन निगम की आमदनी इससे थोड़ा और अधिक बढ़ती है, तो परिवहन निगम अपने घाटे की प्रतिपूर्ति कर पाएगा. यही नहीं, रोडवेज कर्मचारियों को पिछले 5 महीने से वेतन नहीं मिला है. ऐसे में अब परिवहन निगम को उम्मीद है कि अगर बसों का संचालन ऐसे ही जारी रहा तो आने वाले समय में परिवहन निगम के कर्मचारियों को वेतन के लाले नहीं पड़ेंगे और जल्द ही कर्मचारियों को वेतन भी मिल जाएगा.
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वहीं, उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक दीपक जैन के अनुसार रोडवेज की बसों को धीरे-धीरे कर बढ़ाया जा रहा है, ताकि निगम की आय में वृद्धि की जा सके. हालांकि, इस महीने से निगम की आय में बढ़ोतरी हुई है. 27 अक्टूबर को सर्वाधिक 85 लाख रुपए का राजस्व एकत्र किया है. आय को और बढ़ाने के लिए परिवहन निगम लगातार कोशिश कर रहा है.