1-CM बनने के बाद पहली बार केदारनाथ जाएंगे पुष्कर धामी, तीर्थ पुरोहितों ने तानी मुट्ठी
सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी केदारनाथ दौरे पर रहेंगे. इस दौरान कांग्रेस और तीर्थ पुरोहितों ने उनके दौरे को लेकर नाराजगी व्यक्त की है.
2-AAP युवा मोर्चा की पहली कार्यकारिणी बैठक, शहीदों के सपनों का उत्तराखंड बनाने का संकल्प
आम आदमी पार्टी के युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक आयोजित हुई. बैठक में आप नेताओं ने युवाओं के साथ मिलकर कई विषयों पर चर्चा की.
3-23 जुलाई को CM धामी का उधमसिंह नगर दौरा, BJYM करेगा जोरदार स्वागत, होगा रोड शो
सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) 23 जुलाई को अपने गृह जनपद पहुंच रहे हैं. मुख्यमंंत्री बनने के बाद यह उनका पहला दौरा है. वहीं, भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सीएम के स्वागत की तैयारियां शुरू कर दी है.
4-पुलिस विभाग में नया पद सृजित करने की तैयारी, मिल सकेगा 4200 ग्रेड-पे का लाभ
प्रदेश में पुलिसकर्मियों की मांग को देखते हुए जल्द सब कमेटी एक नया पद सृजित करने का फैसला ले सकती है. जिसके बाद पुलिसकर्मियों को 4200 रुपए तक ग्रेड पे का लाभ दिया जा सकेगा.
5-MBBS इंटर्न को धामी सरकार का तोहफा, स्टाइपेंड बढ़ाकर किया 17 हजार
मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले एमबीबीएस इंटर्न्स के स्टाइपेंड को बढ़ाया गया है.
6-10% क्षैतिज आरक्षण की मांग, राज्य आंदोलनकारी करेंगे CM आवास का घेराव
10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण (horizontal reservation) की मांग कर रहे राज्य आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर 8 अगस्त को सीएम आवास घेराव करने का निर्णय लिया है.
7-पौड़ी विधायक को ग्रामीणों ने दिखाए काले झंडे, लगे गो बैक के नारे
पौड़ी विधायक को आज मांडाखाल के पास काले झंडे दिखाये गये हैं.
8-उत्तराखंड में SDRF की 28 टीमें अलर्ट, तीन दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक प्रदेश के कई जनपदों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जिसको देखते हुए किसी आपदा से निपटने के लिए एसडीआरएफ की 28 टीमों को अलर्ट पर रखा गया है.
9-कोरोना काल में रेस्टोरेंट संचालकों के लिए संजीवनी साबित हुईं फूड डिलीवरी कंपनियां
फूड डिलीवरी कंपनियां कोरोना काल में रेस्टोरेंट संचालकों के लिए फायदेमंद साबित हुईं है. साथ ही फूड डिलीवरी ब्वॉय को भी रोजगार मुहैया कराया है.
10-सदियां गुजरीं, पर नहीं बदला माइग्रेशन का स्वरूप, भोटिया जनजाति के पास पहुंचा ETV BHARAT
भोटिया जनजाति के लोग आज भी साल में दो बार पलायन करने को मजबूर हैं.