देहरादूनः सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती कर विदेश से पैसा और सोने की ईंट भेजने का झांसा देकर लाखों की धोखाधड़ी करने वाला आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. उत्तराखंड एसटीएफ ने आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. देहरादून साइबर पुलिस आरोपी को बीते 2 साल से खोज रही थी. आरोपी ने देहरादून की एक महिला से 26 लाख की ठगी की थी.
उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक, आरोपी का नाम सोनू निषाद पुत्र रमाशंकर निषाद है. वो दिल्ली के सभापुर थाना सोनिया विहार का रहने वाला है. आरोपी के कब्जे से भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस बरामद किये गये हैं. इनमें 6 मोबाइल फोन, 12 वोटर आईडी, 10 आधार कार्ड, 7 पैन कार्ड, 18 डेबिट कार्ड, 11 पासबुक और चेक बुक मिली हैं. साथ ही एक डीएल और एक आरसी समेत विभिन्न व्यक्तियों के दर्जनों पासपोर्ट व फोटोग्राफ बरामद हुए हैं.
आरोपी खुद को विदेशी नागरिक बताकर व्हाट्सएप के माध्यम से महिलाओं से चैटिंग करता था. फिर उनको विदेश से पैसा और सोने की ईंट भेजने के नाम पर ठगी करता था. सोनू का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है. उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक, मास्टरमाइंड सोनू निषाद को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों की पुलिस लंबे समय से तलाश कर रही थी.
उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक, बीती 30 अक्टूबर 2020 में देहरादून मोथोरोवाला निवासी वर्षा शर्मा पत्नी स्वर्गीय दीपक शर्मा को अज्ञात व्यक्ति ने खुद को विदेशी नागरिक बताकर व्हाट्सएप के जरिए दोस्ती की. सोनू ने लगातार महिला के साथ चैटिंग के माध्यम से विदेश में सस्ता सोना और डॉलर से कमाई का लालच दिया. इसी रणनीति के तहत सोनू ने महिला से सोने की ईंट और डॉलर भेजने के नाम अलग-अलग खातों में 26 लाख रुपए ट्रांसफर कर ठगी को अंजाम दिया. ऐसे में धोखाधड़ी की जानकारी होते ही शिकायतकर्ता वर्षा शर्मा ने देहरादून साइबर पुलिस में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया.
प्रारंभिक जांच पड़ताल में पता चला कि विदेशी नागरिक बनकर सोशल मीडिया व्हाट्सएप के माध्यम से चैटिंग के जाल में फंसा कर विदेशों से सोना, डॉलर भेजने और बीमा पॉलिसी को रिन्यूअल कर इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने वाले दिल्ली के साइबर अपराधी के गिरोह के बारे में पता चला. देहरादून साइबर पुलिस लगातार इस गिरोह के मास्टरमाइंड सोनू निषाद की तलाश 2020 से कर रही थी. इसी कड़ी में सटीक सूचना तंत्र के जानकारी के आधार पर सोनू निषाद को दिल्ली सभापुर एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया.
अपराध का तरीकाः एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक, उत्तर भारत के कई राज्यों में सोशल मीडिया के माध्यम से विदेशी नागरिक बनकर महिलाओं से दोस्ती करता था. उन्हें लोकलुभावन वाली बातों से चैटिंग के जाल में फंसता था. इसके बाद सोनू व्हाट्सएप के माध्यम से ही महिलाओं को उन्हें विदेश से डॉलर और सोने की ईंट भेजने के नाम पर जाल बिछाया करता था.
इतना ही नहीं सोनू फर्जी मोबाइल नंबर से फेक दस्तावेज के माध्यम से बैंकों में पहले एकाउंट खुलवाता था. वहीं, सोची समझी रणनीति के तहत सोनू आम नागरिकों को लाखों रुपए की विदेशी करेंसी और सोना उपलब्ध कराने के साथ ही बंद पड़ी बीमा पॉलिसी को रिन्यूअल कराने के नाम पर धोखाधड़ी करता था. ठगी की धनराशि को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर कर एटीएम के माध्यम से रकम निकाल लेता था.
ये भी पढ़ेंः Cyber Fraud: बिजली बिल बकाया के नाम पर 3 लाख की ठगी, ऐसे मैसेज से रहे सावधान