देहरादून: डीजीपी अभिनव कुमार ने पुलिस दूरसंचार इकाई के कार्यों में गति लाने के अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. बैठक के दौरान पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस दूरसंचार कृष्ण कुमार वीके द्वारा उत्तराखंड में पुलिस दूरसंचार इकाई की जनशक्ति, उपकरणों की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों और भविष्य की योजना पर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारी दी. साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने, यातायात प्रबंधन,महत्वपूर्ण मेलों में भीड़ नियंत्रण आदि में ड्रोन का भी उपयोग किया जाएगा.
अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन अमित सिन्हा द्वारा राजस्व क्षेत्रों से रेगुलर पुलिस क्षेत्र में आए क्षेत्रों में वायरलेस कनेक्टिविटी का दोबारा चिन्हीकरण करने के निर्देश दिए. साथ ही ड्रोन सर्विलांस सिस्टम (एन्टी ड्रोन) तकनीक बनाने पर जोर दिया गया. जिससे संवेदनशील और महत्वपूर्ण स्थानों के आस-पास ड्रोन का समय से पता लगाने और निष्प्रभावी किया जा सके.अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस दूरसंचार वी मुरुगेशन ने वायरलेस के एनालॉग VHF कम्युनिकेशन को डिजिटल कम्युनिकेशन में अपग्रेड करने की कार्ययोजना के बारे बताया.
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समीक्षा बैठक में डीजीपी द्वारा पुलिस दूरसंचार की प्रभावशील और दक्षता बढ़ाने के दिशा-निर्देश दिये गये. पुलिस दूरसंचार के उपकरणों के संबंध में ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट और अन्य राज्यों के मानकों का अध्ययन कर नियतन बनाया जाए. सीसीटीवी मॉनिटरिंग और सर्विलांस के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है, जनपदों में स्थापित सभी सीसीटीवी कैमरों की फीड जनपद प्रभारी को और संबंधित सर्किल के उनके क्षेत्राधिकारी को उपलब्ध कराएं.
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डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया है कि जनपदों के कंट्रोल रूम को स्मार्ट कंट्रोल रूम में अपग्रेड करें. साथ ही शान्ति एवं कानून व्यवस्था, यातायात प्रबंधन,महत्वपूर्ण मेलों में भीड़ नियंत्रण आदि में ड्रोन का भी उपयोग करने के निर्देश दिए.