देहरादून: पुलिस संचार प्रशिक्षण केन्द्र (Police Communication Training Center) सोंधोवाली धोरण में उपनिरीक्षकों के प्रशिक्षण के बाद दीक्षांत परेड का आयोजन किया गया. इसी के साथ पुलिस विभाग को 23 उपनिरीक्षक मिल गए हैं. जिसमें 23 (15 पुरुष और 8 महिला) प्रशिक्षु उपनिरीक्षक (पुलिस दूरसंचार) ने प्रशिक्षण के बाद दीक्षांत परेड में प्रतिभाग किया. वहीं डीजीपी अशोक कुमार (DGP Ashok Kumar) ने परेड की सलामी ली.
प्रशिक्षुओं को रेडियो परिचालन से सम्बन्धित विभिन्न आंतरिक विषयों का गहन अध्ययन कराया गया. इसके अलावा ड्रोन तकनीकी, कंट्रोल रूम, पोलनेट की कार्य प्रणाली, आईटीडीए में स्थित कमांड और कंट्रोल से सम्बन्धित कार्य प्रणाली, सीसीटीवी, डायल-112, सोशल मीडिया, फॉरेन्सिक, ऑप्टीकल फाइबर, पीपीडीआर, वीडियो सर्विलान्स, कम्प्यूटर नेटवर्किंग की कार्य प्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है.
पढ़ें-साइबर फ्रॉड हेल्पलाइन 1903 का कमाल, उत्तराखंड STF ने की 2 करोड़ से ज्यादा की रिकवरी
दीक्षांत समारोह में डीजीपी अशोक कुमार ने प्रशिक्षण के बाद पास आउट होने वाले सभी उपनिरीक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य पुलिस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुसार स्मार्ट व आधुनिक तकनीक में अव्वल रहने की आवश्यकता है. एक केस को सुलझाने के लिये हजारों सीसीटीवी कैमरों को खंगालना पड़ता है. तकनीक के इस दौर में पुलिस को अपराधियों से एक कदम आगे रहकर शिकंजा कंसने के लिये नई तकनीक का ज्ञान होना आवश्यक है. पुलिस संचार विभाग से पास हो रहे प्रशिक्षुओं का उपयोग साइबर सेल व ड्रोन जैसी आधुनिक तकनीक के क्षेत्र में किया जाएगा.