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Devbhoomi Cyber Hackathon होगी 'लाख तालों की एक चाभी', चुटकी में सुलझेंगे साइबर क्राइम

उत्तराखंड पुलिस ने साइबर क्राइम के खिलाफ Devbhoomi Cyber Hackathon, First Edition का आयोजन तय किया है. इस इवेंट से साइबर हैकिंग व अन्य तरह की कंप्यूटर सॉल्यूशन में हाईटेक पुलिस लॉ एनफोर्समेंट को मदद मिलेगी.

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Published : Oct 11, 2021, 3:44 PM IST

Updated : Oct 11, 2021, 5:58 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड पुलिस अक्टूबर-नवंबर महीने में देवभूमि साइबर हैकाथॉन (Devbhoomi Cyber Hackathon), फर्स्ट एडिशन का आयोजन कर रही है. इस इवेंट में देश-विदेश के आईटी क्षेत्र से जुड़े युवा छात्र प्रतिभाग करेंगे जो साइबर हैकिंग सहित अन्य तरह की कंप्यूटर सॉल्यूशन में हाईटेक पुलिस लॉ एनफोर्समेंट को मददगार होंगे.

उत्तर भारत में पहला ऐसा आयोजन: यह हैकाथॉन उत्तर भारत में किसी भी राज्य पुलिस द्वारा आयोजित किया जाने वाला पहला कार्यक्रम है. हालांकि, दक्षिण भारत में इससे पहले हैदराबाद, बेंगलुरु, केरल जैसे राज्यों की पुलिस इस तरह के आयोजन करा चुकी है. ऐसे में अब उत्तराखंड पुलिस द्वारा आयोजित इस मेगा कोडिंग (mega coding) इवेंट का मुख्य उद्देश्य देश-प्रदेश के कंप्यूटर टेक्नोलॉजी से जुड़े नौजवान छात्रों व युवा उद्यमियों (entrepreneurs) के कौशल, विशेषज्ञता व रचनात्मकता के माध्यम से पुलिसिंग की चुनौतियों के तकनीकी, नए और टिकाऊ समाधान प्रदान कराना है, ताकि आधुनिक पुलिसिंग में साइबर क्राइम अपराध सहित तमाम पुलिस ऑनलाइन से जुड़े कंप्यूटर तकनीक से जुड़ी समस्याओं का निदान किया जा सके.

Devbhoomi Cyber Hackathon की जानकारी देते डीजीपी.

क्या है Hackathon प्रतिस्पर्धा इवेंटः यह कार्यक्रम दो चरण प्रारंभिक और अंतिम हैकथॉन चरण में शुरू किया जाएगा. प्रारंभिक चरण के लिए प्रतिभागियों के लिए ऑफिशियल वेबसाइट- devbhoomicyberhackathon.com पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. पंजीकरण 8 अक्टूबर 2021 सेजारी हैं. इस वेबसाइट पर ही प्रॉब्लम स्टेटमेंट भी अपलोड किए गए हैं, जिनका समाधान, प्रतिभागी ऑफिशियल मेल आईडी- devbhoomihackathon@gmail.com पर 20 अक्टूबर 2021 तक भेज सकेंगे.

ये भी पढ़ेंः नगर निगम ड्रोन से करवा रहा भवनों का सर्वे, हाउस टैक्स से अब बचना नहीं होगा आसान

ज्यूरी द्वारा चयनित प्रतिभागी टीम का परिणाम आधिकारिक वेबसाइट पर 31 अक्टूबर 2021 को अपलोड किया जाएगा. इसके बाद चयनित टीम देवभूमि साइबर हैकाथॉन के फाइनल राउंड में भाग लेगी. फाइनल राउंड 36 घंटों का नॉन स्टॉप कोडिंग सेशन होगा जो 10 और 11 नवंबर 2021 को देहरादून में आयोजित किया जाएगा. पहली 3 विजेता टीमों को 1 लाख की धनराशि का प्रोत्साहन पुरस्कार 12 नवंबर 2021 को पुलिस मुख्यालय में दिया जाएगा.

साइबर हैकिंग से जुड़े सॉल्यूशन तैयार करना मुख्य उद्देश्यः हैकथॉन आयोजन प्रतिस्पर्धा को लेकर उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा यह बताया गया कि उत्तराखंड पूरे उत्तर भारत में पहला ऐसा राज्य है, जिसके द्वारा इस प्रकार की प्रतिस्पर्धा आयोजित की जा रही है. उन्होंने कहा कि LEAs (लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी) द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों के स्थायी समाधान निकालने के लिए हमें टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ना होगा. साथ ही उनके द्वारा युवा उद्यमियों को प्रेरित किया गया कि वे इस हैकथॉन में बढ़-चढ़कर भाग लें.

ये भी पढ़ेंः नौकरियों पर नौकरशाहों की NEGLIGENCE, आदेशों का भी अधिकारियों पर नहीं पड़ता फर्क

नई वेबसाइट ईजाद कर सकते हैं युवाः डीजीपी के मुताबिक इस इवेंट का मुख्य उद्देश्य साइबर हैकिंग से जुड़े सॉल्यूशन को सामने लाना है. इस इवेंट के जरिए बहुत से आईटी क्षेत्र के युवा छात्र बहुत सारे साइबर हैकिंग निस्तारण तकनीकी निकालने के साथ ही पुलिस को मददगार कई तरह की नई वेबसाइट भी ईजाद कर सकते हैं. ये आधुनिक पुलिस के लिए बेहद कारगर साबित हो सकती है.

उधर इस आयोजन को लेकर उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि Hackathon इवेंट में प्रतिभाग करने के लिए देशभर से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आईटी टेक्नोलॉजी से जुड़े विशेषज्ञ युवा छात्र रजिस्ट्रेशन के लिए आ रहे हैं. ऐसे में देश-विदेश के होनहार कंप्यूटर साइंस टेक्नोलॉजी से जुड़े युवाओं की मदद से पुलिस अपनी आवश्यकतानुसार ऐसे वेबसाइट और कम्प्यूटर सॉल्यूशन तैयार कर हाईटेक पुलिसिंग को आगे बढ़ाने जा रही हैं. इतना ही नहीं इस कवायद से लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी को आने वाली चुनौतियों के लिए भी स्थायी समाधान मिल सकेगा. इस कार्यक्रम को DEVBHOOMI CYBER HACKATHON TIME TO INNOVATE, BUILD AND DEPLOY का नाम दिया गया है.

ये मिलेगा फायदाः साइबर क्राइम के दौरान हैकर्स सिस्टम हैक कर आपसे सारा डाटा अपने कब्जे में ले लेते हैं. इसे वापस लेने या उस डाटा का मिस यूज न हो इसके लिए स्पेशल तौर पर हैकर्स को हायर किया जाता है. लेकिन अब पुलिस विभाग को ही इस हैकर्स सॉल्यूशन के लिए तैयार किया जाएगा. इसके अलावा कई हैकर्स मामलों में पुलिस के आईटी सेल या साइबर क्राइम एक्सपर्ट भी कुछ नहीं कर पाते हैं. जिसके लिए आईटी एक्सपर्ट की मदद ली जाती है. लेकिन अब इस देवभूमि साइबर हैकाथॉन (Devbhoomi Cyber Hackathon) कार्यक्रम के तहत आईटी के छात्र ही पुलिस को आईटी एक्सपर्ट बनाएंगे, जिसका सीधा फायदा जनता को मिलेगा.

देहरादूनः उत्तराखंड पुलिस अक्टूबर-नवंबर महीने में देवभूमि साइबर हैकाथॉन (Devbhoomi Cyber Hackathon), फर्स्ट एडिशन का आयोजन कर रही है. इस इवेंट में देश-विदेश के आईटी क्षेत्र से जुड़े युवा छात्र प्रतिभाग करेंगे जो साइबर हैकिंग सहित अन्य तरह की कंप्यूटर सॉल्यूशन में हाईटेक पुलिस लॉ एनफोर्समेंट को मददगार होंगे.

उत्तर भारत में पहला ऐसा आयोजन: यह हैकाथॉन उत्तर भारत में किसी भी राज्य पुलिस द्वारा आयोजित किया जाने वाला पहला कार्यक्रम है. हालांकि, दक्षिण भारत में इससे पहले हैदराबाद, बेंगलुरु, केरल जैसे राज्यों की पुलिस इस तरह के आयोजन करा चुकी है. ऐसे में अब उत्तराखंड पुलिस द्वारा आयोजित इस मेगा कोडिंग (mega coding) इवेंट का मुख्य उद्देश्य देश-प्रदेश के कंप्यूटर टेक्नोलॉजी से जुड़े नौजवान छात्रों व युवा उद्यमियों (entrepreneurs) के कौशल, विशेषज्ञता व रचनात्मकता के माध्यम से पुलिसिंग की चुनौतियों के तकनीकी, नए और टिकाऊ समाधान प्रदान कराना है, ताकि आधुनिक पुलिसिंग में साइबर क्राइम अपराध सहित तमाम पुलिस ऑनलाइन से जुड़े कंप्यूटर तकनीक से जुड़ी समस्याओं का निदान किया जा सके.

Devbhoomi Cyber Hackathon की जानकारी देते डीजीपी.

क्या है Hackathon प्रतिस्पर्धा इवेंटः यह कार्यक्रम दो चरण प्रारंभिक और अंतिम हैकथॉन चरण में शुरू किया जाएगा. प्रारंभिक चरण के लिए प्रतिभागियों के लिए ऑफिशियल वेबसाइट- devbhoomicyberhackathon.com पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. पंजीकरण 8 अक्टूबर 2021 सेजारी हैं. इस वेबसाइट पर ही प्रॉब्लम स्टेटमेंट भी अपलोड किए गए हैं, जिनका समाधान, प्रतिभागी ऑफिशियल मेल आईडी- devbhoomihackathon@gmail.com पर 20 अक्टूबर 2021 तक भेज सकेंगे.

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ज्यूरी द्वारा चयनित प्रतिभागी टीम का परिणाम आधिकारिक वेबसाइट पर 31 अक्टूबर 2021 को अपलोड किया जाएगा. इसके बाद चयनित टीम देवभूमि साइबर हैकाथॉन के फाइनल राउंड में भाग लेगी. फाइनल राउंड 36 घंटों का नॉन स्टॉप कोडिंग सेशन होगा जो 10 और 11 नवंबर 2021 को देहरादून में आयोजित किया जाएगा. पहली 3 विजेता टीमों को 1 लाख की धनराशि का प्रोत्साहन पुरस्कार 12 नवंबर 2021 को पुलिस मुख्यालय में दिया जाएगा.

साइबर हैकिंग से जुड़े सॉल्यूशन तैयार करना मुख्य उद्देश्यः हैकथॉन आयोजन प्रतिस्पर्धा को लेकर उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा यह बताया गया कि उत्तराखंड पूरे उत्तर भारत में पहला ऐसा राज्य है, जिसके द्वारा इस प्रकार की प्रतिस्पर्धा आयोजित की जा रही है. उन्होंने कहा कि LEAs (लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी) द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों के स्थायी समाधान निकालने के लिए हमें टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ना होगा. साथ ही उनके द्वारा युवा उद्यमियों को प्रेरित किया गया कि वे इस हैकथॉन में बढ़-चढ़कर भाग लें.

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नई वेबसाइट ईजाद कर सकते हैं युवाः डीजीपी के मुताबिक इस इवेंट का मुख्य उद्देश्य साइबर हैकिंग से जुड़े सॉल्यूशन को सामने लाना है. इस इवेंट के जरिए बहुत से आईटी क्षेत्र के युवा छात्र बहुत सारे साइबर हैकिंग निस्तारण तकनीकी निकालने के साथ ही पुलिस को मददगार कई तरह की नई वेबसाइट भी ईजाद कर सकते हैं. ये आधुनिक पुलिस के लिए बेहद कारगर साबित हो सकती है.

उधर इस आयोजन को लेकर उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि Hackathon इवेंट में प्रतिभाग करने के लिए देशभर से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आईटी टेक्नोलॉजी से जुड़े विशेषज्ञ युवा छात्र रजिस्ट्रेशन के लिए आ रहे हैं. ऐसे में देश-विदेश के होनहार कंप्यूटर साइंस टेक्नोलॉजी से जुड़े युवाओं की मदद से पुलिस अपनी आवश्यकतानुसार ऐसे वेबसाइट और कम्प्यूटर सॉल्यूशन तैयार कर हाईटेक पुलिसिंग को आगे बढ़ाने जा रही हैं. इतना ही नहीं इस कवायद से लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी को आने वाली चुनौतियों के लिए भी स्थायी समाधान मिल सकेगा. इस कार्यक्रम को DEVBHOOMI CYBER HACKATHON TIME TO INNOVATE, BUILD AND DEPLOY का नाम दिया गया है.

ये मिलेगा फायदाः साइबर क्राइम के दौरान हैकर्स सिस्टम हैक कर आपसे सारा डाटा अपने कब्जे में ले लेते हैं. इसे वापस लेने या उस डाटा का मिस यूज न हो इसके लिए स्पेशल तौर पर हैकर्स को हायर किया जाता है. लेकिन अब पुलिस विभाग को ही इस हैकर्स सॉल्यूशन के लिए तैयार किया जाएगा. इसके अलावा कई हैकर्स मामलों में पुलिस के आईटी सेल या साइबर क्राइम एक्सपर्ट भी कुछ नहीं कर पाते हैं. जिसके लिए आईटी एक्सपर्ट की मदद ली जाती है. लेकिन अब इस देवभूमि साइबर हैकाथॉन (Devbhoomi Cyber Hackathon) कार्यक्रम के तहत आईटी के छात्र ही पुलिस को आईटी एक्सपर्ट बनाएंगे, जिसका सीधा फायदा जनता को मिलेगा.

Last Updated : Oct 11, 2021, 5:58 PM IST
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