देहरादूनः उत्तराखंड पुलिस का 'गौरा शक्ति' एप महिलाओं के लिए सुरक्षा का कवच साबित हो रहा है. खास बात ये है कि इस एप्लीकेशन को लॉन्च हुए महज कुछ ही वक्त हुआ है. अभी तक तीन हजार से ज्यादा लोग इस एप को डाउनलोड कर चुके हैं. एप्लीकेशन से न केवल पुलिस को सहूलियत मिल रही है, बल्कि लोगों की समस्याओं का भी समय पर निस्तारण किया जा रहा है. पुलिस प्रवक्ता श्वेता चौबे की मानें तो अभी तक तकरीबन डेढ़ सौ लोगों की इस एप्लीकेशन के माध्यम से मदद की जा चुकी है.
बता दें कि एप्लीकेशन में सभी सरकारी अधिकारियों के नंबर के साथ-साथ एसओएस बटन की सुविधा भी दी गई है. किसी भी खतरे या फिर पुलिस सहायता के लिए कभी भी इस बटन को दबाया जा सकता है. बटन दबाते ही 112 के माध्यम से तत्काल पुलिस फोर्स की ओर से सहायता दी जाएगी. साथ ही कंप्लेन को भी गौरा शक्ति में अपलोड किया जा सकता है. ऐसे में उत्तराखंड के महिलाओं को शिकायत दर्ज कराने में काफी सहूलियत मिल रही है.
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पुलिस फोर्स के आलाधिकारी लगातार रख रहे नजरः पुलिस प्रवक्ता श्वेता चौबे ने बताया कि एप्लीकेशन की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. गौरा शक्ति एप को लोग पसंद कर रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा लोग इस एप्लीकेशन से जुड़ें इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. बता दें कि बीते 9 सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस मुख्यालय में इस एप्लीकेशन का शुभारंभ किया था. जिसके बाद लगातार लोग इस एप्लीकेशन से जुड़ रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने पब्लिक आई एप भी लॉन्च किया था.
गौरी शक्ति एप की सुविधाएंः इसके माध्यम से ऑनलाइन शिकायत की जा सकती है. डायल 112 पर सीधे कॉल की जा सकती है. अपनी शिकायत के स्टेटस को जाना जा सकता है. सोशल मीडिया पर अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है. जिलेवार सभी अधिकारियों के व्हाट्एसप नंबर और अन्य सोशल मीडिया एड्रेस इस एप के सोशल मीडिया कॉलम में दिए गए हैं. एप में जिलेवार सभी अधिकारियों के संपर्क नंबर भी एक क्लिक पर कांटैक्ट सेक्शन में मिल जाता है. आप जहां भी रहें तो लोकेशन ऑन कर अपने नजदीकी पुलिस स्टेशनों के नाम जान सकते हैं.
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गौरा शक्ति एप के जरिए महिलाएं अपने कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी हासिल कर सकती हैं. इसमें महिलाओं से संबंधित आईपीसी की धाराएं, पॉक्सो अधिनियम, अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम, दहेज प्रतिषेध अधिनियम, साइबर अपराध, मुस्लिम महिला विवाह अधिकार अधिनियम और कार्यस्थलों पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न निवारण अधिनियम की जानकारी विस्तार से दी गई है, जो महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है.