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काशीपुर बवालः चौकी इंचार्ज की पिटाई मामले में मंत्री अरविंद पांडेय पर कार्रवाई से बच रहे अधिकारी

इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मंत्री समेत 20 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है.

काशीपुर बवाल
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Published : Mar 28, 2019, 9:42 PM IST

Updated : Mar 28, 2019, 10:25 PM IST

देहरादून: काशीपुर की कुंडेश्वर पुलिस चौकी में कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय व खनन कारोबारियों की गुंडई मामले में पुलिस मुख्यालय सख्त नजर आ रहा है. पुलिस मुख्यालय ने काशीपुर पुलिस केआरोपियों को खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. हालांकि मंत्री अरविंद पांडेय के मामले में आलाधिकारी बच रहे हैं.

काशीपुर बवाल

पढ़ें-दरोगा से हाथपाई करने वाले खनन माफिया पर कसा शिकंजा, गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश

उत्तराखंड पुलिस के डीजी (लॉ एंड आर्डर) अशोक कुमार का कहना है कि इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मंत्री समेत 20 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.

डीजी अशोक कुमार के मुताबिक मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है. इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने के मामले में पुलिस अधिकारी बचते हुए नजर आ रहे हैं. सूत्रों की मानें तो इस घटना के मुख्य आरोपी को बीजेपी के बड़े नेता का संरक्षण प्राप्त है, जिस पर पुलिस जल्द कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.

पढ़ें-मंत्री अरविंद पांडे की मौजूदगी में खनन कारोबारियों ने की दरोगा से मारपीट, भागकर बचाई जान

बता दें कि मंगलवार को काशीपुर कोतवाली की कुंडेश्वरी चौकी के इंजार्च अर्जुन गिरी ने अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 4 डंपरों को सीज किया था. डंपरों को छुड़ाने के लिए खनन कारोबारियों ने कुंडेश्वरी चौकी में हंगाम किया था. इस दौरान कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय भी वहां मौजूद थे. मंत्री पांडेय की मौजूदगी में खनन कारोबारियों ने चौकी इंजार्च के साथ मारपीट भी की थी. चौकी इंजार्च ने भागकर जान बचाई थी.

इस मामले में पुलिस ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय समेत करीब सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इनमें से 20 नामजद हैं. जिसमें से 4 को गिरफ्तार कर लिया गया है. सभी पर पुलिस ने धारा 144 और सरकारी काम में बाधा डालने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. इसके अलावा मंत्री अरविंद पांडेय और खनन कारोबारियों पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का भी आरोप है.

देहरादून: काशीपुर की कुंडेश्वर पुलिस चौकी में कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय व खनन कारोबारियों की गुंडई मामले में पुलिस मुख्यालय सख्त नजर आ रहा है. पुलिस मुख्यालय ने काशीपुर पुलिस केआरोपियों को खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. हालांकि मंत्री अरविंद पांडेय के मामले में आलाधिकारी बच रहे हैं.

काशीपुर बवाल

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उत्तराखंड पुलिस के डीजी (लॉ एंड आर्डर) अशोक कुमार का कहना है कि इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मंत्री समेत 20 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.

डीजी अशोक कुमार के मुताबिक मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है. इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने के मामले में पुलिस अधिकारी बचते हुए नजर आ रहे हैं. सूत्रों की मानें तो इस घटना के मुख्य आरोपी को बीजेपी के बड़े नेता का संरक्षण प्राप्त है, जिस पर पुलिस जल्द कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.

पढ़ें-मंत्री अरविंद पांडे की मौजूदगी में खनन कारोबारियों ने की दरोगा से मारपीट, भागकर बचाई जान

बता दें कि मंगलवार को काशीपुर कोतवाली की कुंडेश्वरी चौकी के इंजार्च अर्जुन गिरी ने अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 4 डंपरों को सीज किया था. डंपरों को छुड़ाने के लिए खनन कारोबारियों ने कुंडेश्वरी चौकी में हंगाम किया था. इस दौरान कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय भी वहां मौजूद थे. मंत्री पांडेय की मौजूदगी में खनन कारोबारियों ने चौकी इंजार्च के साथ मारपीट भी की थी. चौकी इंजार्च ने भागकर जान बचाई थी.

इस मामले में पुलिस ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय समेत करीब सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इनमें से 20 नामजद हैं. जिसमें से 4 को गिरफ्तार कर लिया गया है. सभी पर पुलिस ने धारा 144 और सरकारी काम में बाधा डालने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. इसके अलावा मंत्री अरविंद पांडेय और खनन कारोबारियों पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का भी आरोप है.

Intro:पुलिस चौकी में कानून को हाथ मे लेकर अराजकता फैलाने आने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा-पुलिस मुख्यालय

देहरादून-काशीपुर के कुंडेश्वरी क्षेत्र स्थित पुलिस चौकी में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे सहित सैकड़ों खनन व्यापारियों द्वारा बनाए गए तनावपूर्ण घटनाक्रम को लेकर उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय लगातार सख्त नजर आ रहा हैं। आरोप अनुसार कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे सहित तमाम इलाकें के खनन व्यापारियों द्वारा पुलिस के साथ हुई बदसलूकी व मारपीट मामले में भले ही 4 लोगों की गिरफ्तारी हो गई हो, लेकिन मंत्री सहित 20 से ज्यादा नामजद लोगों की गिरफ्तारी ना होने से प्रदेश की कानून व्यवस्था पर कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं। हालांकि इस मामले में पुलिस मुख्यालय के आला-अधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि, इस तरह कानून को हाथ में लेकर पुलिस चौकी में अराजकता भरे माहौल बनाने वाले लोगों को पुलिस किसी भी सूरत में बख्शेगी नहीं। पुलिस मुख्यालय द्वारा साफ तौर पर इस मामले में संबंधित अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश गए हैं कि,पूरे मामले में निष्पक्ष जाच विवेचना कर कार्रवाई में तेज़ी लाते हुए जल्द ही दर्ज मुकदमें के अनुसार आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए। हालांकि इस मामले में राजनीतिक रंग देकर घटनाक्रम के आरोपित शिक्षा मंत्री की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस कुछ भी कहने से बचती नजर आ रही है।

इस पूरे मामले को लेकर पुलिस के अलावा निर्वाचन आयोग और सत्ताधारी बीजेपी पार्टी द्वारा अलग से जांच की जा रही है।


Body:मंत्री के घर छुपा है वांटेड बाली-मुख्यालय

उधर इस मामले में अभी पुलिस की पकड़ से पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने वाले कई मुख्य आरोपी फ़रार बताएं जा रहे हैं, जिंसर फू गिरफ्तार करना पुलिस के लिए सिरदर्द बनने के साथ ही नाक का सवाल बना हुआ हैं।
पुलिस मुख्यालय अधिकारियों की जानकारी के मुताबिक राजनीतिक संरक्षण में पनप रहे कई खनन माफियाओं के साथ इस मामले को तनावपूर्ण हवा देने वाला एक मुख्य आरोपी मंत्री के घर छुपा बताया जा रहा है। इस बात जानकारी पुलिस मुख्यालय के आला-अधिकारियों मिलने के बाद... साफ तौर पर काशीपुर पुलिस को किसी भी सूरत में मंत्री के घर या जगह शरण लिए मुख्य आरोपी खनन व क्रेशर व्यापारी को हर हाल में गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं।

पुलिस प्रभारी की कुर्सी में मंत्री के बैठने पर भी सवाल

उधर काशीपुर के कुंडेश्वर चौकी में हुए तनावपूर्ण बवाल के दौरान पुलिस प्रभारी की कानून व्यवस्था वाली कुर्सी पर खुद शिक्षा द्वारा बैठकर इस पूरे पूरे हाई वोल्टेज ड्रामा को एक राजनीतिक रंग देने को लेकर भी सत्ताधारी पार्टी की कहीं ना कहीं किरकिरी होने के साथ ही निर्वाचन आयोग को शिकायत जाने के साथ ही कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।

चुनाव आयोग भी हुआ सख़्त

वही चुनाव आचार संहिता के दौरान इस विवादपूर्ण घटनाक्रम को उत्तराखंड में सत्ताधारी राजनीतिक शरण मिलने की शिकायत को लेकर निर्वाचन आयोग भी सख़्त होता दिख रहा हैं ऐसे में निर्वाचन आयोग द्वारा भी इस संबंध में जांच करवाई जा रही है.


Conclusion:शिक्षा मंत्री की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने साधी चुप्पी

उधर मामले में पुलिस आला-अधिकारी भले ही पुलिस चौकी में बवाल काट तनावपूर्ण बनांव वाले आरोपित खनन क्रेशर मालिकों के खिलाफ जल्द गिरफ्तारी कर सख्त कार्रवाई करने की बात कह रही हो, लेकिन इस घटनाक्रम में कानून व्यवस्था ताक पर रखकर पुलिस चौकी में अराजकता फैलाने के आरोप में दर्ज मुकदमे अनुसार आरोपित शिक्षा मंत्री की गिरफ्तारी को लेकर सत्ताधारी पार्टी के दबाव पुलिस आला-अधिकारी कुछ भी जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं। हालांकि इस मामले में उत्तराखंड में अपराध कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस पर हमलावर माहौल बनाते हुए यह पूरा घटनाक्रम देखने को मिला है वह किसी भी सूरत में बरदाश्त करने योग्य नहीं है, ऐसे में जांच विवेचना के दायरे में आने वाले सभी आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द गिरफ्तारी कर सख्त कार्रवाई करने के संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।

बाइट- अशोक कुमार, महानिदेशक, अपराध कानून व्यवस्था उत्तराखंड
Last Updated : Mar 28, 2019, 10:25 PM IST
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