देहरादून: आगामी त्योहारी सीजन को देखते उत्तराखंड में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर डीजीपी ने कड़े निर्देश जारी किए हैं. इसके साथ ही थाना में लोगों की सुनवाई न होने पर लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.
त्योहारों को देखते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेशभर की पुलिस अधिकारियों से बातचीत करते हुए दिशा निर्देश दिए हैं. राज्य के सभी 13 जिलों के एसपी, एसएसपी सहित संबंधित पुलिस तंत्र से जुड़े इकाइयों को त्योहारी सीजन में अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए धार्मिक आयोजनकर्ताओं और धर्म गुरुओं के साथ आपसी सामंजस्य बनाकर कोविड गाइडलाइंस का पालन करते हुए त्योहार मनाने के निर्देश दिए हैं.
पढ़ें- कैबिनेट: 29 प्रस्तावों पर मुहर, उपनलकर्मियों का मानदेय बढ़ा, आशाओं के लिए खुशखबरी
इस दौरान डीजीपी ने थाने स्तर पर आने वाली शिकायतों पर सुनवाई ना होने के लिए आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के कड़े निर्देश सभी एसएसपी को दिए हैं. साथ ही महिलाओं से जुड़े अपराधों पर शिकायत के लिए गौरा शक्ति ऐप का प्रचार पसार और इसकी मॉनिटरिंग का निस्तारण के लिए जनपद पुलिस को आदेश दिए हैं.
डीजीपी ने दिए जरूरी दिशा-निर्देश: जिन थाना सर्किल क्षेत्रान्तर्गत अभियोग अनावरण, सम्पत्ति रिकवरी और गिरफ्तारी कम हैं, उनकी जवाबदेही तय की जाए. चारों बड़े जनपद- जिनमें देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में साइबर और एसओजी सहित एडीटीएफ के पर्यवेक्षण क्षेत्राधिकारी को ऑपरेशन के लिए नियुक्त करने के आदेश.
साइबर अपराधों पर प्रभावी कार्रवाही के लिए साइबर सेल को सुदृढ़ करते हुए साइबर सेल में एक्सपर्ट कर्मियों को नियुक्त किया जाए. आगामी त्योहार दशहरा, बारावफात और वाल्मीकि जयंती के दृष्टिगत समस्त जनपद प्रभारियों को जिलाधिकारी से सम्नवय बनाने के आदेश. इस अवसर पर आयोजक समितियों व धर्मगुरूओं से भी वार्ता कर केन्द्र और राज्य सरकार की कोरोना सम्बन्धी गाइडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित कराने की दिशा निर्देश.
पढ़ें- खुशखबरीः धामी सरकार ने 33 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के खाते में भेजी प्रोत्साहन राशि
इसके अलावा थानों पर जन शिकायतों को रिसीव न करने और शिकायतकर्ता का फोन रिसीव न करने वालों के विरूद्ध कार्रवाही सुनिश्चित की जाए. त्योहारों के दृष्टिगत गलत तरीके से गाड़ियां पार्क कर जाम की स्थिति उत्पन्न करने वालों पर कार्रवाई की जाए. महिला शिकायातों पर प्रभावी कार्रवाही के लिए बनाए गए गौरा शक्ति ऐप का व्यापक प्रचार-प्रसार करने और उससे प्राप्त शिकायतों की नियमित मॉनिटरिंग कर निस्तारण के लिए जनपद प्रभारियों को दिशा निर्देश.