देहरादून: देशभर में पिछले कुछ दिनों से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं. इस दौरान कई शहरों में हिंसक घटनाएं भी हुई है. इसको देखते हुए उत्तराखंड पुलिस पहले से ही अलर्ट मोड पर है. हालांकि, उत्तराखंड में अभीतक कहीं भी कोई हिंसक प्रदर्शन नहीं हुआ है. लेकिन एतियात के तौर पर जुमे की नमाज के दौरान मस्जिदों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए थे. इसके अलावा कुछ इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया है.
यूपी के कई जिलों मे सीएए के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने यूपी से लगे हुए जिलों में चौकसी बढ़ा दी है. इसके अलावा 28 दिसंबर को कांग्रेस देहरादून में सीएए को विरोध में 'भारत बचाओ संविधान बचाओ' रैली निकालेगी. जिसमें भारी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. वहीं, कांग्रेस की रैली को जबाव देने के लिए 29 दिसंबर को बीजेपी सीएए के समर्थन में प्रदेशभर में एक रैली निकालेगी. ऐसे में देहरादून समेत प्रदेश के किसी भी हिस्से का माहौल खराब न हो इसके लिए पुलिस ने विशेष सर्तकता बरत रही है.
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इस बारे में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने कहा उत्तराखंड में सीएए के विरोध या समर्थन में किसी भी तरह का हिंसक प्रदर्शन नहीं हुआ है. एतियात के तौर पर यूपी से लगे हुए जिलों में विशेष निगरानी की जा रही है. इसके अलावा पुलिस लगातार सभी धर्मों और संगठनों के लोगों से मिलकर शांति बनाए रखने की अपील भी कर रही है.
डीजी कुमार ने कहा कि लोकतांत्रिक ढंग से प्रदर्शन के लिए कोई मनाही नहीं है. लेकिन प्रदर्शन के दौरान कोई अराजकता फैलता है तो पुलिस उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. अभी कहीं पर भी धारा 144 नहीं लगाई गई है. यदि किसी इलाके में जरुरत महसूस होती है तो इस पर विचार किया जाएगा.