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CAA पर उत्तराखंड पुलिस अलर्ट, कांग्रेस और बीजेपी की रैली के मद्देनजर बढ़ाई चौकसी

उत्तराखंड में अभीतक सीएए को लेकर कोई हिंसक प्रदर्शन नहीं हुआ है. हालांकि, एतियातन पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं. यूपी के लगे हुए जिलों में चौकसी बढ़ाई गई है. साथ ही अराजक तत्वों पर पैनी नजर रखी जा रही है.

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Published : Dec 27, 2019, 5:15 PM IST

देहरादून: देशभर में पिछले कुछ दिनों से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं. इस दौरान कई शहरों में हिंसक घटनाएं भी हुई है. इसको देखते हुए उत्तराखंड पुलिस पहले से ही अलर्ट मोड पर है. हालांकि, उत्तराखंड में अभीतक कहीं भी कोई हिंसक प्रदर्शन नहीं हुआ है. लेकिन एतियात के तौर पर जुमे की नमाज के दौरान मस्जिदों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए थे. इसके अलावा कुछ इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया है.

CAA पर उत्तराखंड पुलिस अलर्ट.

यूपी के कई जिलों मे सीएए के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने यूपी से लगे हुए जिलों में चौकसी बढ़ा दी है. इसके अलावा 28 दिसंबर को कांग्रेस देहरादून में सीएए को विरोध में 'भारत बचाओ संविधान बचाओ' रैली निकालेगी. जिसमें भारी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. वहीं, कांग्रेस की रैली को जबाव देने के लिए 29 दिसंबर को बीजेपी सीएए के समर्थन में प्रदेशभर में एक रैली निकालेगी. ऐसे में देहरादून समेत प्रदेश के किसी भी हिस्से का माहौल खराब न हो इसके लिए पुलिस ने विशेष सर्तकता बरत रही है.

पढ़ें- आगामी दो दिन रहेंगे उत्तराखंड पर भारी, ट्रैफिक रूट देखकर ही घर से निकलें

इस बारे में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने कहा उत्तराखंड में सीएए के विरोध या समर्थन में किसी भी तरह का हिंसक प्रदर्शन नहीं हुआ है. एतियात के तौर पर यूपी से लगे हुए जिलों में विशेष निगरानी की जा रही है. इसके अलावा पुलिस लगातार सभी धर्मों और संगठनों के लोगों से मिलकर शांति बनाए रखने की अपील भी कर रही है.

डीजी कुमार ने कहा कि लोकतांत्रिक ढंग से प्रदर्शन के लिए कोई मनाही नहीं है. लेकिन प्रदर्शन के दौरान कोई अराजकता फैलता है तो पुलिस उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. अभी कहीं पर भी धारा 144 नहीं लगाई गई है. यदि किसी इलाके में जरुरत महसूस होती है तो इस पर विचार किया जाएगा.

देहरादून: देशभर में पिछले कुछ दिनों से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं. इस दौरान कई शहरों में हिंसक घटनाएं भी हुई है. इसको देखते हुए उत्तराखंड पुलिस पहले से ही अलर्ट मोड पर है. हालांकि, उत्तराखंड में अभीतक कहीं भी कोई हिंसक प्रदर्शन नहीं हुआ है. लेकिन एतियात के तौर पर जुमे की नमाज के दौरान मस्जिदों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए थे. इसके अलावा कुछ इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया है.

CAA पर उत्तराखंड पुलिस अलर्ट.

यूपी के कई जिलों मे सीएए के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने यूपी से लगे हुए जिलों में चौकसी बढ़ा दी है. इसके अलावा 28 दिसंबर को कांग्रेस देहरादून में सीएए को विरोध में 'भारत बचाओ संविधान बचाओ' रैली निकालेगी. जिसमें भारी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. वहीं, कांग्रेस की रैली को जबाव देने के लिए 29 दिसंबर को बीजेपी सीएए के समर्थन में प्रदेशभर में एक रैली निकालेगी. ऐसे में देहरादून समेत प्रदेश के किसी भी हिस्से का माहौल खराब न हो इसके लिए पुलिस ने विशेष सर्तकता बरत रही है.

पढ़ें- आगामी दो दिन रहेंगे उत्तराखंड पर भारी, ट्रैफिक रूट देखकर ही घर से निकलें

इस बारे में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने कहा उत्तराखंड में सीएए के विरोध या समर्थन में किसी भी तरह का हिंसक प्रदर्शन नहीं हुआ है. एतियात के तौर पर यूपी से लगे हुए जिलों में विशेष निगरानी की जा रही है. इसके अलावा पुलिस लगातार सभी धर्मों और संगठनों के लोगों से मिलकर शांति बनाए रखने की अपील भी कर रही है.

डीजी कुमार ने कहा कि लोकतांत्रिक ढंग से प्रदर्शन के लिए कोई मनाही नहीं है. लेकिन प्रदर्शन के दौरान कोई अराजकता फैलता है तो पुलिस उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. अभी कहीं पर भी धारा 144 नहीं लगाई गई है. यदि किसी इलाके में जरुरत महसूस होती है तो इस पर विचार किया जाएगा.

Intro:summary-CAA को लेकर कांग्रेस और भाजपा के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस हाई अलर्ट, जुम्मे की नमाज़ पर मस्जिदों में सुरक्षा पुख्ता, प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाएं नहीं होंगी बर्दाश्त पुलिस, फोर्स को सख्ती से निपटने के निर्देश: पुलिस मुख्यालय, जरूरत के मुताबिक धारा 144 लगाई जा सकती है।


नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए उत्तराखंड में पहले दिन से इस कानून के मद्देनजर पुलिस को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है, हालांकि अभी तक प्रदेश में किसी भी तरह की प्रदर्शन के दौरान हिंसक वारदात सामने नहीं आई है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश से सटे हरिद्वार देहरादून उधम सिंह नगर हुए जैसे जिलों में पुलिस को विशेष कानून व्यवस्था चौकसी बरत कर सकती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं
वही देहरादून सहित पूरे राज्य में शुक्रवार जुमे की नमाज के दौरान एहतियात सभी मस्जिद धार्मिक स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है। साथ ही किसी भी अराजक तत्वों द्वारा कोई भी हिंसक घटना ना हो इसके लिए सुरक्षा तंत्र को मुस्तैद रहकर निगरानी करने के निर्देश भी दिए गए हैं।




Body:शनिवार कांग्रेस का CAA को लेकर विरोध प्रदर्शन और रविवार को भाजपा का समर्थन रैली में जरूरत पड़ने पर धारा 144 लगाई जा सकती है: पुलिस मुख्यालय

उधर 28 दिसंबर शनिवार को कांग्रेस का देहरादून में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन और 29 दिसंबर रविवार को भाजपा का समर्थन रैली को देखते हुए पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ियों को इतिहास के तौर पर तैनात किया जा रहा है। दोनों ही प्रदर्शन के दौरान किसी तरह की हिंसक घटना ना हो इसको देखते हुए पुलिस मुख्यालय द्वारा देहरादून एसएसपी सहित संबंधित अधिकारियों को पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था बनाकर अराजकता व हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। । पुलिस मुख्यालय के मुताबिक शनिवार को कांग्रेस पार्टी का CAA को लेकर विरोध प्रदर्शन और रविवार बीजेपी समर्थन रैली के दौरान जरूरत पड़ने पर धारा 144 लगाई जा सकती है।


Conclusion:किसी भी प्रदर्शन में हिंसा और अराजकता किसी हाल में बर्दाश्त नहीं होगी सख्त कार्रवाई: पुलिस मुख्यालय

वही राज्य में अपराध व कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार का मानना है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हालांकि उत्तराखंड में अभी तक किसी तरह की अभी तक हिंसक प्रदर्शन नहीं देखा गया है लेकिन इसके बावजूद भी उत्तर प्रदेश से सटे जिलों में विशेष निगरानी और एहतियात बरता जा रहा है। साथी प्रदर्शन करने वाले लोगों के साथ लगातार पुलिस वार्तालाप कर शांति बनाने की अपील कर रही है । डीजी अशोक कुमार के अनुसार किसी को भी लोकतांत्रिक ढंग से प्रदर्शन के लिए मना ही नहीं है, लेकिन प्रदर्शन के दौरान कोई अराजकता न फैले इसके लिए सभी पुलिस बल को आरोपित लोगों के खिलाफ सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। महानिदेशक अशोक कुमार ने CAA को लेकर प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि, किसी भी तरह से शांति व्यवस्था भंग ना हो, अगर कोई भी हिंसा जैसी घटना कार्य की जाएगी तो पुलिस किसी भी हद तक जाकर सख्ती वाली कार्रवाई कर सकती है।

बाइट- अशोक कुमार, महानिदेशक,अपराध व कानून व्यवस्था उत्तराखंड
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