देहरादून: उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान तीसरे नंबर पर खिसकी कांग्रेस ने जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पद पर सदस्यों के धन बल से कब्जा किये जाने पर चिंता जाहिर की है. हालांकि, इस दौरान कांग्रेस में अधिकतर जिलों में कांग्रेस का बोर्ड बनाए जाने का भी दावा किया है.
उत्तराखंड में पंचायत चुनाव के संपन्न होने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पद के लिए अब घमासान शुरू हो गया है. बीजेपी और कांग्रेस ने अभी से ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपने-अपने दावे पेश किए हैं. बीजेपी ने पहले ही सभी 12 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पार्टी के होने की बात कही है, तो अब कांग्रेस ने भी तीसरे नंबर की पार्टी होने के बावजूद 12 में से 8 जिलों में कांग्रेस के अध्यक्ष जीतने का दावा किया है. बता दें, अध्यक्ष पद के लिए जिला पंचायत सदस्य वोट करते हैं तो वहीं ब्लॉक प्रमुख के लिए क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा वोटिंग की जाती है.
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कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट की मानें तो कांग्रेस ने अच्छा परफॉर्मेंस दिया है. पार्टी ने 150 पदों पर प्रत्याशी लड़ाए हैं, जबकि 200 सीटें खाली छोड़ी थीं. खाली सीटों पर करीब 100 से ज्यादा प्रत्याशी कांग्रेस मानसिकता के जीते हैं. इस तरह कांग्रेस करीब 175 से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब रही है. ऐसे में पूरा विश्वास है कि पार्टी 8 से ज्यादा जिलों में अपने बोर्ड बनाने में कामयाब होगी.
इसके साथ ही बिष्ट ने कहा है कि बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है. बीजेपी जीते हुए सदस्यों को कैप्चर करने का काम कर रही है. इसके लिए धन बल का प्रयोग किया जा रहा है.