देहरादून: रुड़की शराब कांड की गूंज सड़क से लेकर सदन तक सुनाई दे रही है. उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन जहरीली शराब से मौत का मुद्दा जोरशोर से गूंजा. कांग्रेस ने इस मामले को लेकर सदन में जोरदार हंगामा किया तो सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी आरोपियों के खिलाफ सख्त नजर आए. सीएम ने एलान किया है कि राज्य में अवैध रूप से शराब बेचने वालों के खिलाफ ठीक वैसा ही कानून होगा जैसा बलात्कार करने वालों के खिलाफ है.
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शराब कांड के मुद्दे पर घिरी राज्य सरकार विपक्ष के हमलों के बचने के लिए बड़े-बड़े बयान देती हुई नजर आ रही है. यही कारण है कि सीएम ने जहरीली शराब से हुई मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई करने के साथ इस पर राज्य में एक अलग कानून बनाने की भी वकालत कर दी है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि मौजूदा सदन में सरकार एक ऐसा विधेयक लाने जा रही है जिसके पास होने से राज्य में जहरीली और अवैध रूप से शराब बेचने वालों और बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकेगी. राज्य सरकार ऐसे मामलों में ठीक वैसा ही कानून बनाने जा रही है, जैसे नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद एक आरोपी को सजा दी जाती है. सब कुछ सही समय पर हुआ तो राज्य में अवैध रूप से शराब और जहरीली शराब बेचने वालों के खिलाफ बड़ा कानून बन सकता है.
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विधानसभा में बात करते हुए सीएम ने कहा कि जहरीली शराब मामले का खुलासा हो चुका है. एसआईटी और मजिस्ट्रेट जांच के बाद आईजी रेंज के अधिकारी के नेतृत्व में एक और विस्तृत जांच के लिए आयोग बनाया जाएगा. इस घटना का लेकर राज्य सरकार बेहद गंभीर है. आरोपियों को किसी भी कीमत में बख्शा नहीं जाएगा.
बता दें कि सोमवार को उत्तराखंड विधानसभा बजट सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही. हरिद्वार जिले में हुए जहरीली शराब कांड से अबतक हुई 126 मौतों को लेकर विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया. विपक्ष ने सीधे-सीधे इसे सरकार की विफलता बताते हुये आबकारी मंत्री प्रकाश पंत के इस्तीफे की मांग की है.
राज्यपाल के अभिभाषण के बीच हंगामा करते हुये कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट कर दिया और बाहर धरने पर बैठ गए. हंगामे के बीच ही राज्यपाल ने अपना अभिभाषण पूरा किया.