देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को गैरसैंण में 53,526 हजार करोड़ का बजट का पेश किया, लेकिन इस बार के बजट में भी सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती खर्च है. क्योंकि उत्तराखंड सरकार की आमदनी कम और खर्च ज्यादा है. इस बार भी इसमें अकेले 5892.24 रुपए अकेले ब्याज में चला जाएगा. बजट 2020-21 में सरकार ने 52423 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा है.
इसके अलावा बजट घाटे की बात करें तो वो भी पिछले साल के मुकालबे 192 करोड़ ज्यादा हो गया है. 2019-20 में त्रिवेंद्र सरकार ने बजट घाटा 1465.97 रखा था, जो अभीतक बढ़कर 1535.95 करोड़ हो चुका है, जो अनुमानित घाटे से 69.95 करोड़ रुपए ज्यादा है. वहीं इस बार सरकार ने अनुमानित घाटा 1657.50 रखा है.
तीन साल के बजट घाटे पर एक नजर
व्यय | 2018-19 के वास्तिवक आंकड़े | 2019-20 बजट अनुमान | 2019-20 पुनरीक्षित अनुमान | 2020-21 बजट अनुमान |
राजस्व खाते पर | 32196.02 | 38932.70 | 35481.71 | 42389.67 |
ब्याज अदायगियां (Interest Payments) | 4474.82 | 5332.19 | 5137.19 | 5892.24 |
पूंजी खाते पर (Capital Account) | 16598.05 | 9731.20 | 9599.79 | 11137.30 |
पूंजीगत परिव्यय (Capital Outlay) | 6184.42 | 6572.08 | 6493.94 | 7382.56 |
ऋणों की अदायगियां (loan Paymnet) | 10230.14 | 2876.31 | 2876.31 | 3503.31 |
कुल व्यय (Total Expenditure) | 48794.07 | 48663.90 | 45081.50 | 53526.97 |
राजस्व घाटा (Revenue Deficit) | -979.58 | 22.79 | 20.90 | 49.66 |
राजकोषिय घाटा ( Fiscal Deficit) | 7320.58 | 6798.16 | 6673.14 | 7549.74 |
प्रारंभिक घाटा | 2845.76 | 1465.97 | 1535.95 | 1657.50 |
सभी धनराशी करोड़ रुपए में है.