देहरादून: उत्तराखंड में पुष्कर धामी सरकार ने आखिरकार आईएएस अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव कर दिया है. इस बार 24 आईएएस अधिकारियों की जिम्मेदारियां बदली गई हैं. बड़ी बात यह है कि ऊर्जा विभाग में ऐसे अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, जो मंत्रियों की पसंद नहीं रहे हैं. ईटीवी भारत के सूत्र बताते हैं कि देर शाम हुए तबादलों में ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारी जिन अधिकारियों को दी गई है, उससे ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत बेहद खफा हैं.
इनदिनों ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत (Cabinet Minister Harak Singh Rawat) इन दिनों विभाग में ताबड़तोड़ फैसले रहे हैं. हाल ही में उन्होंने प्रदेशवासियों को 100 यूनिट बिजली फ्री (100 units of free electricity) देने का प्रस्ताव विभाग के अधिकारियों को बनाने के लिए कहा था. इसके बाद से ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) के जो बयान आ रहे थे, उससे यह साफ था कि हरक सिंह रावत के प्रस्ताव बनाने के इस बयान से सीएम किनारा कर गए. शायद यही कारण है कि ऊर्जा विभाग पर मंत्री हरक सिंह रावत के दबाव को देखते हुए नए अधिकारियों की यहां तैनाती की गई जो ऊर्जा मंत्री की गुड बुक (Good book) में नहीं है.
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आपको बता दें कि पेंशन के मामलों को लेकर बनाई गई कैबिनेट की सब कमेटी में आईएएस अधिकारी सौजन्या के रवैये को लेकर ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत पहले ही नाराज हैं. ऐसे में सौजन्या को ऊर्जा विभाग का सचिव बनाना हरक सिंह रावत को नागवार गुजर रहा है. दूसरी तरफ हरिद्वार में कुंभ की जिम्मेदारी संभाल रहे दीपक रावत को ऊर्जा विभाग में एमडी बनाया गया है. यह स्थिति तब है जब विभाग में एमडी की पोस्टिंग को लेकर तैयारी की जा रही है. ऐसे में एक आईएएस अधिकारी को इस तरह से विभाग में एमडी बनाना हरक सिंह रावत को रास नहीं आ रहा है.
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गौर हो कि आईएएस दीपक रावत (IAS Deepak Rawat) कुंभ और हरिद्वार जिला अधिकारी के रूप में काम करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक तक की नाक में दम कर चुके हैं. सूत्र बताते हैं कि अंदर खाने मदन कौशिक भी कई बार उनसे नाराज हुए हैं. ऐसे में हरक सिंह रावत के विभाग ऊर्जा विभाग में इन दो आईएएस अधिकारियों की तैनाती को सरकार की सोची समझी रणनीति माना जा रहा है.
बहरहाल, लगता तो ये ही है कि हरक सिंह रावत अपने विभाग में इन अधिकारियों की तैनाती से बेहद ज्यादा नाराज हैं. हालांकि, उन्होंने अभी खुलकर इस मामले में कोई बयान नहीं दिया. ईटीवी भारत ने जब इस मामले पर ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. लेकिन इतना तय है कि हरक सिंह रावत अब इस मामले में मुख्यमंत्री से बात करेंगे और अपने विभाग में इन आईएएस अधिकारियों की तैनाती पर जल्द अपनी नाराजगी भी जाहिर कर सकते हैं.