देहरादून: प्रदेश में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को लेकर सियासत गर्माई हुई है. वहीं उत्तराखंड में हरक सिंह रावत के इस्तीफे की चर्चाओं के बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश स्तरीय शीर्ष नेताओं ने भी इस पर सफाई देनी शुरू कर दी है. पार्टी नेताओं ने साफ किया है कि हरक सिंह रावत ने क्षेत्र के विकास के लिए अपनी बात रखी है. उनकी नाराजगी को देखते हुए जल्द ही मेडिकल कॉलेज के लिए 5 करोड़ की रकम को बढ़ाने पर पुनर्विचार किया जाएगा.
इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का बयान भी आया है. मदन कौशिक ने कहा कि हरक सिंह रावत ने कोई इस्तीफा नहीं दिया है. हरक सिंह रावत की मांगें उचित हैं. हरक सिंह क्षेत्र की जनता के लिए लड़ रहे हैं. कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए कैबिनेट में 5 करोड़ की रकम रिलीज करने के फैसले पर नाराजगी जाहिर की तो अब सरकार ने यह साफ कर दिया है कि 5 करोड़ की रकम बढ़ाने के लिए सोमवार को केंद्र से भी बातचीत की जाएगी.
साथ ही राज्य स्तर पर भी इस रकम को बढ़ाने के लिए पुनर्विचार किया जाएगा. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह ने भी अपनी बात रखी और हरक सिंह रावत के नाराज होने की खबरों का खंडन किया.
पार्टी के इन सभी नेताओं ने दल-बदल की सभी बातों को दरकिनार करते हुए कहा कि हरक सिंह रावत लंबे समय से मेडिकल कॉलेज के लिए डिमांड कर रहे थे. ऐसे में उनकी मांग पूरी ना होने के चलते उनकी तरफ से नाराजगी जाहिर की गई थी. लेकिन अब पार्टी में उनकी कोई नाराजगी नहीं है.