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Kanwar Yatra 2023: उत्तराखंड पहुंचेंगे 3 करोड़ से ज्यादा कांवड़िए, केंद्र से मांगी 12 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स - haridwar DM dhiraj singh garbyal

4 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है. इस बार कांवड़ यात्रा में करीब 3 करोड़ कांवड़ियों के आने की उम्मीद है. उत्तराखंड की जनसंख्या के दोगुने से ज्यादा कांवड़ियों के आने से व्यवस्था बनाना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है. राज्य सरकार ने केंद्र से 12 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की मांग की है. इसके साथ ही 16 जून को कांवड़ यात्रा की तैयारी को लेकर इंटरस्टेट बैठक हो रही है.

Kanwar Yatra 2023
कांवड़ यात्रा 2023
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Published : Jun 15, 2023, 7:29 AM IST

Updated : Jun 15, 2023, 4:28 PM IST

कांवड़ मेले की तैयारी पर जानकारी देते हरिद्वार के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल.

देहरादून/हरिद्वार: उत्तराखंड में जुलाई का महीना पुलिस विभाग के लिए खासा चुनौती भरा होने जा रहा है. दरअसल राज्य में कांवड़ मेले को लेकर इस बार 3 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. ऐसे में पुलिस विभाग इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावनाओं के बीच तैयारियों में जुट गया है. खास बात यह है कि केंद्र सरकार से पैरामिलिट्री फोर्स भी मांगी जा रही है.

4 जुलाई से शुरू हो रही है कांवड़ यात्रा: उत्तराखंड में 4 जुलाई से शुरू होने जा रही कांवड़ यात्रा के लिए पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है. आपको बता दें कि कांवड़ मेले में हर साल करोड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं. इस बार भी करीब तीन करोड़ श्रद्धालुओं के कांवड़ मेले में उत्तराखंड पहुंचने की उम्मीद है. प्रदेश की जनसंख्या से करीब 2 गुना ज्यादा श्रद्धालुओं के उत्तराखंड पहुंचने की स्थिति में पुलिस विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती है.

केंद्र से मांगी गई पैरामिलिट्री फोर्स: इस दौरान सबसे बड़ी चुनौती ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने की होती है. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था में भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाती है. खास बात यह है कि इस बार भारत सरकार से पैरामिलिट्री फोर्स भी मांगी जा रही है. हालांकि इससे हटकर उत्तराखंड में तमाम जिलों की पुलिस को भी कांवड़ मेला क्षेत्रों में तैनाती दी जाएगी. केंद्र सरकार से 12 कंपनी अर्ध सैनिक बलों की मांगी गई है. साथ ही बम निरोधक दस्ता और खोजी कुत्तों को भी इस दौरान कांवड़ मेला क्षेत्र में तैनात किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: कांवड़ यात्रा: पैदल नीलकंठ पहुंची पौड़ी एसएसपी श्वेता चौबे, तीन अस्थाई चौकी और सात खोया पाया केंद्र खोलने के दिए निर्देश

डाक कांवड़ रहेगी सबसे बड़ी चुनौती: हरिद्वार के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि इस बार कांवड़ मेले को लेकर पहले की अपेक्षा और भी बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं. इस बार कांवड़ पटरी पर कांवड़ियों की सुविधा के लिए लाइट और पानी की व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य सुविधा भी दी जाएगी. वहीं, पिछले सालों से देखा जा रहा है कि डाक कांवड़ का क्रेज शिवभक्तों में ज्यादा देखने को मिल रहा है. इसी को देखते हुए इस बार जिला प्रशासन डाक कांवड़ की पहले से ही मॉनिटरिंग करेगा ताकि हरिद्वार में जाम की स्थिति ना हो. हरिद्वार जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि इस बार अन्य राज्यों से साथ कोओर्डिनेट कर पहले से ही उनसे रिक्वेस्ट की जाएगी कि वो डाक कांवड़ को लेकर पहले ही सूचना मुहैया कराते रहें.

Kanwar Yatra 2023
कांवड़ यात्रा 4 जुलाई से शुरू हो रही है

कांवड़ यात्रा के दौरान खोला जाएगा हिल बाईपास: इस बार कांवड़ मेले के दौरान हिल बाईपास का भी उपयोग किया जाएगा और अगर जरूरत पड़ती है तो शिवभक्त कांवड़ियों को हिल बाईपास के रास्ते भी चलाया जा सकता है. धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि प्रशासन कई तरह के प्लान पर वर्क कर रहा है.

शिवभक्त कांवड़ियों पर होगी पुष्प वर्षा: हरिद्वार जिलाधिकारी गर्ब्याल ने बताया कि पहले की तरह इस बार भी शिव भक्त कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा होगी. इसी के साथ सामाजिक संस्थाओं से भी अनुरोध किया जाएगा कि वह कांवड़ पटरी पर शिवभक्त कांवड़ियों के लिए अपनी ओर से पुष्प वर्षा और उनके लिए लंगर लगाएं.

Kanwar Yatra 2023
कांवड़ यात्रा में सुरक्षा की पुख्ता तैयारी होगी

16 जून को होगी कांवड़ मेले की तैयारी बैठक: कांवड़ मेला बड़े स्तर पर होता है. इसमें कई राज्यों से कांवड़िए उत्तराखंड पहुंचते हैं. ऐसे में 16 जून को कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर अंतर राज्य बैठक भी होने जा रही है. इस बैठक में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल और राजस्थान जैसे राज्यों के अधिकारी भी वर्चुअल रूप से मौजूद रहेंगे. उत्तराखंड में हरिद्वार जिले के अंतर्गत सबसे ज्यादा भीड़ रहती है. लिहाजा तमाम घाटों पर भी विशेष व्यवस्था की जाएगी.
इसे भी पढ़ें- Kanwar Yatra 2023: क्यों सजाते हैं कांवड़, सर्प और तोते का क्या है महत्व जानिए

कांवड़ मेले की तैयारी पर जानकारी देते हरिद्वार के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल.

देहरादून/हरिद्वार: उत्तराखंड में जुलाई का महीना पुलिस विभाग के लिए खासा चुनौती भरा होने जा रहा है. दरअसल राज्य में कांवड़ मेले को लेकर इस बार 3 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. ऐसे में पुलिस विभाग इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावनाओं के बीच तैयारियों में जुट गया है. खास बात यह है कि केंद्र सरकार से पैरामिलिट्री फोर्स भी मांगी जा रही है.

4 जुलाई से शुरू हो रही है कांवड़ यात्रा: उत्तराखंड में 4 जुलाई से शुरू होने जा रही कांवड़ यात्रा के लिए पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है. आपको बता दें कि कांवड़ मेले में हर साल करोड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं. इस बार भी करीब तीन करोड़ श्रद्धालुओं के कांवड़ मेले में उत्तराखंड पहुंचने की उम्मीद है. प्रदेश की जनसंख्या से करीब 2 गुना ज्यादा श्रद्धालुओं के उत्तराखंड पहुंचने की स्थिति में पुलिस विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती है.

केंद्र से मांगी गई पैरामिलिट्री फोर्स: इस दौरान सबसे बड़ी चुनौती ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने की होती है. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था में भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाती है. खास बात यह है कि इस बार भारत सरकार से पैरामिलिट्री फोर्स भी मांगी जा रही है. हालांकि इससे हटकर उत्तराखंड में तमाम जिलों की पुलिस को भी कांवड़ मेला क्षेत्रों में तैनाती दी जाएगी. केंद्र सरकार से 12 कंपनी अर्ध सैनिक बलों की मांगी गई है. साथ ही बम निरोधक दस्ता और खोजी कुत्तों को भी इस दौरान कांवड़ मेला क्षेत्र में तैनात किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: कांवड़ यात्रा: पैदल नीलकंठ पहुंची पौड़ी एसएसपी श्वेता चौबे, तीन अस्थाई चौकी और सात खोया पाया केंद्र खोलने के दिए निर्देश

डाक कांवड़ रहेगी सबसे बड़ी चुनौती: हरिद्वार के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि इस बार कांवड़ मेले को लेकर पहले की अपेक्षा और भी बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं. इस बार कांवड़ पटरी पर कांवड़ियों की सुविधा के लिए लाइट और पानी की व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य सुविधा भी दी जाएगी. वहीं, पिछले सालों से देखा जा रहा है कि डाक कांवड़ का क्रेज शिवभक्तों में ज्यादा देखने को मिल रहा है. इसी को देखते हुए इस बार जिला प्रशासन डाक कांवड़ की पहले से ही मॉनिटरिंग करेगा ताकि हरिद्वार में जाम की स्थिति ना हो. हरिद्वार जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि इस बार अन्य राज्यों से साथ कोओर्डिनेट कर पहले से ही उनसे रिक्वेस्ट की जाएगी कि वो डाक कांवड़ को लेकर पहले ही सूचना मुहैया कराते रहें.

Kanwar Yatra 2023
कांवड़ यात्रा 4 जुलाई से शुरू हो रही है

कांवड़ यात्रा के दौरान खोला जाएगा हिल बाईपास: इस बार कांवड़ मेले के दौरान हिल बाईपास का भी उपयोग किया जाएगा और अगर जरूरत पड़ती है तो शिवभक्त कांवड़ियों को हिल बाईपास के रास्ते भी चलाया जा सकता है. धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि प्रशासन कई तरह के प्लान पर वर्क कर रहा है.

शिवभक्त कांवड़ियों पर होगी पुष्प वर्षा: हरिद्वार जिलाधिकारी गर्ब्याल ने बताया कि पहले की तरह इस बार भी शिव भक्त कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा होगी. इसी के साथ सामाजिक संस्थाओं से भी अनुरोध किया जाएगा कि वह कांवड़ पटरी पर शिवभक्त कांवड़ियों के लिए अपनी ओर से पुष्प वर्षा और उनके लिए लंगर लगाएं.

Kanwar Yatra 2023
कांवड़ यात्रा में सुरक्षा की पुख्ता तैयारी होगी

16 जून को होगी कांवड़ मेले की तैयारी बैठक: कांवड़ मेला बड़े स्तर पर होता है. इसमें कई राज्यों से कांवड़िए उत्तराखंड पहुंचते हैं. ऐसे में 16 जून को कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर अंतर राज्य बैठक भी होने जा रही है. इस बैठक में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल और राजस्थान जैसे राज्यों के अधिकारी भी वर्चुअल रूप से मौजूद रहेंगे. उत्तराखंड में हरिद्वार जिले के अंतर्गत सबसे ज्यादा भीड़ रहती है. लिहाजा तमाम घाटों पर भी विशेष व्यवस्था की जाएगी.
इसे भी पढ़ें- Kanwar Yatra 2023: क्यों सजाते हैं कांवड़, सर्प और तोते का क्या है महत्व जानिए

Last Updated : Jun 15, 2023, 4:28 PM IST
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