देहरादूनः साल और सागौन की कीमती लकड़ी खरीदने वाले ग्राहकों के लिए खुशखबरी है. इन लकड़ियों को खरीदने वालों को अब दौड़ नहीं लगानी होगी. वन विकास निगम अब ई-टेंडरिंग प्रक्रिया से कीमती लकड़ियों की नीलामी करेगा. प्रमुख वन संरक्षक जयराज का कहना है कि इस प्रक्रिया से भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने में भी मदद मिलेगी. जहां अब तक वन निगम बोली लगाकर लकड़ियों की नीलामी करता था, जिससे कई बार जरुरतमंदों को लकड़ियां नहीं मिल पाती थी और काफी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता था.
कई बार वन विभाग में लकड़ियों की नीलामी से पहले ही ग्राहकों की बिचौलियों से सांठ-गांठ हो जाती थी. कुछ डीलरों को लकड़ियां नहीं मिल पाती थी. लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला, क्योकि वन विभाग कीमती लकड़ियों की नीलामी के लिए ई-टेंडरिंग शुरू करने जा रहा है. वन विभाग की ओर से इस व्यवस्था को शुरू करने के बाद जरुरतमंदों को लकड़ियां मिल पाएगी और भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने में मदद मिलेगी.
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प्रमुख वन सरंक्षक जयराज ने बताया कि किसी भी माल को बेचने, खरीदने और सेवा लेने के लिए ई-टेंडडिंग सबसे अच्छी प्रक्रिया है. इसमें सारा काम सॉफ्टवेयर के माध्यम से होता है. इसमें कोई भी प्रतिभाग कर सकता है, खास कर इस सिस्टम में दबाव से काम नहीं होगा.