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शिक्षा मंत्री के आश्वासन पर डीएलएड प्रशिक्षितों ने रात का धरना किया खत्म, दिन में रहेगा जारी

डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार बीते कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर शिक्षा निदेशालय ननूरखेड़ा में रात को भी धरने पर बैठे हुए थे. शिक्षा मंत्री से आश्वासन मिलने के बाद प्रशिक्षित बेरोजगारों ने रात का धरना और क्रमिक अनशन समाप्त कर दिया, लेकिन विज्ञप्ति जारी होने तक वे धरना स्थल पर डटे रहेंगे.

देहरादून
डीएलएड प्रशिक्षितों ने किया रात का धरना समाप्त
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Published : Nov 4, 2020, 8:11 PM IST

Updated : Nov 4, 2020, 10:01 PM IST

देहरादून: बीते 38 दिनों से डीएलएड प्रशिक्षित अपनी मांगों को लेकर शिक्षा निदेशालय नानूरखेड़ा में धरने पर बैठे हुए हैं. अपनी मांगों को लेकर डीएलएड प्रशिक्षितों के प्रतिनिधि मंडल ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से मुलाकात की. शिक्षा मंत्री से मिले आश्वासन के बाद डायट डीएलएड प्रशिक्षकों ने रात का धरना और क्रमिक अनशन समाप्त कर दिया है.

टिहरी डायट से रंजीत असवाल का कहना है कि विभिन्न मांगों को लेकर डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगारों का चल रहा रात का धरना भले ही समाप्त कर दिया है, लेकिन सभी जनपदों से आए प्रशिक्षित विज्ञप्ति जारी होने और संपूर्ण डायट डीएलएड मैच 2017-19 की शत-प्रतिशत नियुक्ति मिलने पर ही धरना स्थल से वापस जाएंगे.

ये भी पढ़ें: फूल खेती करने वाले किसानों को उबारेगी मंडी समितियां, तैयार किया जा रहा प्लेटफार्म

प्रशिक्षित बेरोजगारों ने उम्मीद जताई है कि शिक्षा मंत्री की तरफ से मिले आश्वासन के बाद प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी. वहीं, अल्मोड़ा से आए मदन फतर्याल का कहना है कि संशोधित प्रारंभिक शिक्षक सेवा नियमावली 2019 में राजकीय डायटों से डीएलएड प्रशिक्षितों के समकक्ष किसी अन्य राज्य के एनसीटीई से मान्यता प्राप्त डीएलएड को भी रखा गया है.

यही कारण है कि बाहर से डिप्लोमा लेकर आ रहे लोगों के प्रमाण पत्रों की प्रमाणिकता पर संदेह पैदा हो रहा है. प्रशिक्षित बेरोजगारों ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि बागेश्वर में जारी सूची में कई ऐसे लोगों ने आवेदन किया है, जिन्होंने उत्तर प्रदेश से डीएलएड किया है. जबकि दूसरे राज्यों के प्राइवेट कॉलेजों से डीएलएड करके आने वालों को यहां के सरकारी डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों के समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया जा रहा है. यह उत्तराखंड के बेरोजगारों के अवसरों पर सीधा सीधा हमला है.

शिक्षक भर्ती की मांग

वहीं, नैनीताल में एनआईओएस डीएलएड प्रशिक्षुओं ने राज्य सरकार से प्रदेश के करीब 4000 डीएलएड प्रशिक्षकों को शिक्षकों की भर्ती में आवेदन करने के मांग की है. एनआईओएस डीएलएड का कहना है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा प्रदेश भर में एनआईओएस के माध्यम से डीएलएड कोर्स करवाया है. लिहाजा अब प्रदेश में आने वाली शिक्षकों की भर्ती में उनको भी आवेदन करने का मौका दिया जाए.

ताकि एनआईओएस डीएलएड धारक भी शिक्षक बनने का मौका प्राप्त कर सकें. एनआईओएस डीएलएड धारकों का कहना है कि एनआईओएस से डीएलएड करने वाले सभी अभ्यर्थी टीईटी पास हैं और एनसीईटी द्वारा जारी की गई. अभ्यर्थी अधिसूचना की सभी मानकों को पूरा करते हैं, लिहाजा सभी को भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया जाए.

देहरादून: बीते 38 दिनों से डीएलएड प्रशिक्षित अपनी मांगों को लेकर शिक्षा निदेशालय नानूरखेड़ा में धरने पर बैठे हुए हैं. अपनी मांगों को लेकर डीएलएड प्रशिक्षितों के प्रतिनिधि मंडल ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से मुलाकात की. शिक्षा मंत्री से मिले आश्वासन के बाद डायट डीएलएड प्रशिक्षकों ने रात का धरना और क्रमिक अनशन समाप्त कर दिया है.

टिहरी डायट से रंजीत असवाल का कहना है कि विभिन्न मांगों को लेकर डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगारों का चल रहा रात का धरना भले ही समाप्त कर दिया है, लेकिन सभी जनपदों से आए प्रशिक्षित विज्ञप्ति जारी होने और संपूर्ण डायट डीएलएड मैच 2017-19 की शत-प्रतिशत नियुक्ति मिलने पर ही धरना स्थल से वापस जाएंगे.

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प्रशिक्षित बेरोजगारों ने उम्मीद जताई है कि शिक्षा मंत्री की तरफ से मिले आश्वासन के बाद प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी. वहीं, अल्मोड़ा से आए मदन फतर्याल का कहना है कि संशोधित प्रारंभिक शिक्षक सेवा नियमावली 2019 में राजकीय डायटों से डीएलएड प्रशिक्षितों के समकक्ष किसी अन्य राज्य के एनसीटीई से मान्यता प्राप्त डीएलएड को भी रखा गया है.

यही कारण है कि बाहर से डिप्लोमा लेकर आ रहे लोगों के प्रमाण पत्रों की प्रमाणिकता पर संदेह पैदा हो रहा है. प्रशिक्षित बेरोजगारों ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि बागेश्वर में जारी सूची में कई ऐसे लोगों ने आवेदन किया है, जिन्होंने उत्तर प्रदेश से डीएलएड किया है. जबकि दूसरे राज्यों के प्राइवेट कॉलेजों से डीएलएड करके आने वालों को यहां के सरकारी डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों के समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया जा रहा है. यह उत्तराखंड के बेरोजगारों के अवसरों पर सीधा सीधा हमला है.

शिक्षक भर्ती की मांग

वहीं, नैनीताल में एनआईओएस डीएलएड प्रशिक्षुओं ने राज्य सरकार से प्रदेश के करीब 4000 डीएलएड प्रशिक्षकों को शिक्षकों की भर्ती में आवेदन करने के मांग की है. एनआईओएस डीएलएड का कहना है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा प्रदेश भर में एनआईओएस के माध्यम से डीएलएड कोर्स करवाया है. लिहाजा अब प्रदेश में आने वाली शिक्षकों की भर्ती में उनको भी आवेदन करने का मौका दिया जाए.

ताकि एनआईओएस डीएलएड धारक भी शिक्षक बनने का मौका प्राप्त कर सकें. एनआईओएस डीएलएड धारकों का कहना है कि एनआईओएस से डीएलएड करने वाले सभी अभ्यर्थी टीईटी पास हैं और एनसीईटी द्वारा जारी की गई. अभ्यर्थी अधिसूचना की सभी मानकों को पूरा करते हैं, लिहाजा सभी को भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया जाए.

Last Updated : Nov 4, 2020, 10:01 PM IST
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