देहरादूनः दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है. उन्होंने 81 साल की उम्र में एस्कॉर्ट अस्पताल में अंतिम सांस ली. शीला दीक्षित की मौत पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, राहुल गांधी और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल समेत कई लोगों ने दुःख जताया है. इसी कड़ी में उनके निधन पर उत्तराखंड कांग्रेस में शोक की लहर है. कांग्रेसियों ने उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है.
गौर हो कि तीन बार याानि 15 सालों तक दिल्ली की कमान संभाल चुकी और वर्तमान में दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रही शीला दीक्षित का एस्कॉर्ट अस्पताल में निधन हो गया. उनके निधन के बाद उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस में भी शोक की लहर है. इस कड़ी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि शीला दीक्षित कांग्रेस की वरिष्ठतम नेताओं में से एक थी, उनके अकस्मात निधन ने कांग्रेसी नहीं बल्कि पूरे देश को अपूर्णीय क्षति पहुंची है.
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उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित ने अपने जीवन काल में राजनीति के कई उतार-चढ़ाव देखे, तमाम बाधाओं को पार करते हुए उन्होंने दिल्ली के विकास में अपना अहम योगदान दिया. साथ ही कहा कि दिल्ली में फ्लाईओवर, मेट्रो और दिल्ली के अन्य विकास कार्यों को बेहतरीन योगदान दिया है. उनके द्वारा किए गए कार्यों को कभी नहीं भुलाया जा सकता. साथ ही कहा कि उनके किए गए विकास कार्यों की सराहना आज देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी होती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक महत्वपूर्ण और लोकप्रिय नेता को खो दिया है. सभी कांग्रेसी उन्हें श्रद्धाजंलि देते हैं.
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. आरपी रतूड़ी ने कहा कि शीला दीक्षित के निधन से उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस में काफी दुःख है. उनके योगदान को दिल्ली की जनता ही नहीं बल्कि कांग्रेस का आम कार्यकर्ता भी नहीं भूला सकता है. उन्होंने कांग्रेस के लिए अपना अहम योगदान दिया. उसे हमेशा याद रखा जाएगा. उनके मुख्यमंत्री विधायक और सांसद रहते हुए जो विकास कार्य दिल्ली में किए गए हैं. उन्हें जनता नहीं भूला पाएगी.