देहरादून: लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद जहां बीजेपी में जश्न का माहौल है तो वहीं कांग्रेस खेमे में खामोशी छाई हुई है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हार की जिम्मेदारी ली है. यूपी में हार की जिम्मेदारी लेते यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने राहुल गांधी को इस्तीफा भेजा हैं. हालांकि उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम ने हार की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि चुनाव में हार की जिम्मेदारी सामूहिक होती है. जिस पर आंकलन और मंथन किया जाएगा.
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बता दें कि उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटे हैं. जहां पांचों सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों ने अपनी जीत दर्ज कराई. उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह खुद टिहरी लोकसभा सीट से मैदान में थे, लेकिन मोदी लहर में वे अपना गढ़ भी नहीं बचा पाए. प्रीतम को बीजेपी प्रत्याशी माला राज्यमाला लक्ष्मी शाह ने 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है.
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ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व पर सवाल खड़े होने से शुरू हो गए थे. जब इस बारे में प्रीतम सिंह से ईटीवी भारत ने पूछा कि क्या वो राहुल गांधी और यूपी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर की तरह हार की जिम्मेदारी लेंगे, तो इस पर उन्होंने कहा कि चुनाव में हार की जिम्मेदारी सब की होती है और यह सामूहिक होगी. उन्होंने पांचों सीटों पर हारने पर आत्मचिंतन की बात कही है.
प्रीतम सिंह ने अपनी सफाई में कहा कि अगर कांग्रेस केवल उत्तराखंड में हारती तो इस पर जरुर बात होती, लेकिन पूरे देश से जो चुनाव परिणाम सामने आए है वो सबसे सामने है. हार और जीत एक सिक्के के दो पहलू है, जीत और हार सामूहिक होती है. प्रदेश अध्यक्ष बनते रहते हैं, हटते रहते हैं. हार की वजह जानने के लिए मंथन किया जाएगा, उसी के हार की सही वजह निकलकर सामने आएगी.