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नागरिक उड्डयन विभाग का नया टारगेट, साल 2020 में बेहतर हवाई सेवाएं देने का वादा

साल 2020 शुरुआत होने के साथ ही प्रदेश के तमाम विभाग अपनी सेवाओं और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गए हैं. नागरिक उड्डयन विभाग इस साल हेली सेवाओं को बेहतर बनाने की कवायद में जुट गया है.

Civil aviation
नागरिक उड्डयन विभाग
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Published : Jan 6, 2020, 8:35 PM IST

Updated : Jan 7, 2020, 8:03 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के लिहाज से नागरिक उड्डयन विभाग बेहद महत्वपूर्ण है. क्योंकि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के राज्य में आपदा जैसी स्थिति बनना बेहद आम बात है. ऐसे में राहत बचाव कार्यो में उड्डयन विभाग अपनी एक अहम भूमिका निभाता है. लिहाजा प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में नागरिक उड्डयन की गतिविधियों का विकास होना बेहद जरूरी है.


प्रदेश के हवाई नेटवर्क होंगे दुरुस्त
प्रदेश भर में हवाई नेटवर्क को और व्यवस्थित किया जाएगा ताकि भविष्य में अगर किसी भी प्रकार की कोई आपदा आती है या फिर आपदा जैसे हालात बनते हैं तो उस दौरान राहत बचाव कार्यों में कोई दिक्कत न हो. इस लिहाज से प्रदेश के हवाई नेटवर्क को व्यवस्थित करने की कवायद नागरिक उड्डयन विभाग ने शुरू कर दी है. इसके साथ ही प्रदेश भर में बने 65 हेलीपैडों को और दुरुस्त किया जा रहा है ताकि अचानक घटने वाली घटनाओं में इनका तत्काल इस्तेमाल किया जा सके.

नागरिक उड्डयन विभाग का नया टारगेट

पढ़ेंः कम राजस्व देने वाले चेकपोस्टों को बंद करेगा परिवहन विभाग

इस साल कई क्षेत्रों में हवाई सेवाएं होंगी शुरू
यूं तो उत्तराखंड राज्य में तमाम जगहों पर हेलीपैड का निर्माण कर दिया गया. लेकिन अभी तक प्रदेश को हवाई कनेक्टिविटी से नहीं जोड़ा जा सका है. वर्तमान समय में देहरादून, पंतनगर और पिथौरागढ़ में हवाई सेवाएं संचालित हो रही हैं. इसके अलावा इस साल देहरादून से चिन्यालीसौड़ और देहरादून से गौचर तक हवाई सेवाएं भी शुरू होनी जा रही हैं. इसके साथ ही हल्द्वानी से पिथौरागढ़ हवाई मार्ग को जोड़ने की कवायद भी इसी साल उड्डयन विभाग शुरू कर देगा.


चारधाम में हेली सेवाओं के लिए तीन साल का कांट्रेक्ट
साल 2019 में तय समय पर हेली सेवाओं की टेंडर प्रक्रिया न होने के चलते केदारनाथ आने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. जिसे देखते हुए नागरिक उड्डयन विभाग इस साल चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही हेली सेवाओं को दुरुस्त करने की कवायद में जुट गया है. यही नहीं इस साल चारधाम में हवाई सेवा देने वाले कंपनियों के साथ तीन साल का टेंडर किया जाएगा. जिससे न सिर्फ हर साल टेंडर प्रक्रिया करने की झंझट खत्म होगी. बल्कि हेली सेवाओं की वजह से यात्रियों को दिक्कतों का सामना भी नहीं करना पड़ेगा.

पढ़ेंः उत्तराखंड: 2022 के बाद विधानसभा में नहीं दिखेंगे मनोनीत एंग्लो इंडियन सदस्य

इस साल से हिमालय दर्शन योजना शुरू
प्रदेशभर में बने 65 हेलीपैड का आम दिनों में भी इस्तेमाल किए जाने को लेकर नागरिक उड्डयन विभाग जल्द ही हिमालय दर्शन योजना चलाने जा रही है. जिसके तहत यात्रियों को हेली सेवा के माध्यम से हिमालय का दर्शन करवाया जाएगा. इस संबंध में करीब 9 हेली कंपनियों ने अपनी इच्छा जताई है. जिस पर विभाग जल्द ही टेंडरिंग प्रक्रिया कर हिमालय दर्शन योजना को शुरू कर देगा.

पढ़ेंः 'उम्मीद' जगा रही आस्था, अपनी बाल पंचायत से कर रहीं इलाके को प्लास्टिक मुक्त

2 सालों में इंटरनल कनेक्टिविटी होगी बेहतर
नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उड़ान योजना के अंतर्गत प्रदेश के इंटरनल कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर फोकस करने की मुख्य वजह प्रदेश में पर्यटकों को उस समय आकर्षित करना है, जिस समय बेहद कम संख्या में पर्यटक उत्तराखंड आते हैं. लिहाजा नागरिक उड्डयन विभाग इंटरनल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के साथ-साथ तमाम अन्य मामलों पर फोकस कर रहा है.

हालांकि नए साल 2020 में तमाम विभाग अपनी सेवाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. अगर नागरिक उड्डयन विभाग इस साल अपनी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में कामयाब हुआ तो साल 2020 न सिर्फ नागरिक उड्डयन विभाग के लिए मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए एक वरदान होगा.

देहरादूनः उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के लिहाज से नागरिक उड्डयन विभाग बेहद महत्वपूर्ण है. क्योंकि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के राज्य में आपदा जैसी स्थिति बनना बेहद आम बात है. ऐसे में राहत बचाव कार्यो में उड्डयन विभाग अपनी एक अहम भूमिका निभाता है. लिहाजा प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में नागरिक उड्डयन की गतिविधियों का विकास होना बेहद जरूरी है.


प्रदेश के हवाई नेटवर्क होंगे दुरुस्त
प्रदेश भर में हवाई नेटवर्क को और व्यवस्थित किया जाएगा ताकि भविष्य में अगर किसी भी प्रकार की कोई आपदा आती है या फिर आपदा जैसे हालात बनते हैं तो उस दौरान राहत बचाव कार्यों में कोई दिक्कत न हो. इस लिहाज से प्रदेश के हवाई नेटवर्क को व्यवस्थित करने की कवायद नागरिक उड्डयन विभाग ने शुरू कर दी है. इसके साथ ही प्रदेश भर में बने 65 हेलीपैडों को और दुरुस्त किया जा रहा है ताकि अचानक घटने वाली घटनाओं में इनका तत्काल इस्तेमाल किया जा सके.

नागरिक उड्डयन विभाग का नया टारगेट

पढ़ेंः कम राजस्व देने वाले चेकपोस्टों को बंद करेगा परिवहन विभाग

इस साल कई क्षेत्रों में हवाई सेवाएं होंगी शुरू
यूं तो उत्तराखंड राज्य में तमाम जगहों पर हेलीपैड का निर्माण कर दिया गया. लेकिन अभी तक प्रदेश को हवाई कनेक्टिविटी से नहीं जोड़ा जा सका है. वर्तमान समय में देहरादून, पंतनगर और पिथौरागढ़ में हवाई सेवाएं संचालित हो रही हैं. इसके अलावा इस साल देहरादून से चिन्यालीसौड़ और देहरादून से गौचर तक हवाई सेवाएं भी शुरू होनी जा रही हैं. इसके साथ ही हल्द्वानी से पिथौरागढ़ हवाई मार्ग को जोड़ने की कवायद भी इसी साल उड्डयन विभाग शुरू कर देगा.


चारधाम में हेली सेवाओं के लिए तीन साल का कांट्रेक्ट
साल 2019 में तय समय पर हेली सेवाओं की टेंडर प्रक्रिया न होने के चलते केदारनाथ आने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. जिसे देखते हुए नागरिक उड्डयन विभाग इस साल चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही हेली सेवाओं को दुरुस्त करने की कवायद में जुट गया है. यही नहीं इस साल चारधाम में हवाई सेवा देने वाले कंपनियों के साथ तीन साल का टेंडर किया जाएगा. जिससे न सिर्फ हर साल टेंडर प्रक्रिया करने की झंझट खत्म होगी. बल्कि हेली सेवाओं की वजह से यात्रियों को दिक्कतों का सामना भी नहीं करना पड़ेगा.

पढ़ेंः उत्तराखंड: 2022 के बाद विधानसभा में नहीं दिखेंगे मनोनीत एंग्लो इंडियन सदस्य

इस साल से हिमालय दर्शन योजना शुरू
प्रदेशभर में बने 65 हेलीपैड का आम दिनों में भी इस्तेमाल किए जाने को लेकर नागरिक उड्डयन विभाग जल्द ही हिमालय दर्शन योजना चलाने जा रही है. जिसके तहत यात्रियों को हेली सेवा के माध्यम से हिमालय का दर्शन करवाया जाएगा. इस संबंध में करीब 9 हेली कंपनियों ने अपनी इच्छा जताई है. जिस पर विभाग जल्द ही टेंडरिंग प्रक्रिया कर हिमालय दर्शन योजना को शुरू कर देगा.

पढ़ेंः 'उम्मीद' जगा रही आस्था, अपनी बाल पंचायत से कर रहीं इलाके को प्लास्टिक मुक्त

2 सालों में इंटरनल कनेक्टिविटी होगी बेहतर
नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उड़ान योजना के अंतर्गत प्रदेश के इंटरनल कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर फोकस करने की मुख्य वजह प्रदेश में पर्यटकों को उस समय आकर्षित करना है, जिस समय बेहद कम संख्या में पर्यटक उत्तराखंड आते हैं. लिहाजा नागरिक उड्डयन विभाग इंटरनल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के साथ-साथ तमाम अन्य मामलों पर फोकस कर रहा है.

हालांकि नए साल 2020 में तमाम विभाग अपनी सेवाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. अगर नागरिक उड्डयन विभाग इस साल अपनी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में कामयाब हुआ तो साल 2020 न सिर्फ नागरिक उड्डयन विभाग के लिए मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए एक वरदान होगा.

Intro:Ready To Air......

साल 2020 शुरुवात होने के साथ ही प्रदेश के तमाम विभाग अपनी सेवाओ और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गई है। इसी क्रम में नागरिक उड्डयन विभाग इस साल ना सिर्फ हेली सेवाओ को बेहतर बनाने की कवायत में जुट गया है बल्कि पर्यटकों की सहूलियत के लिए नई योजनाएं भी शुरू कर रहा है। ताकि प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या को ऑफ सीजन में भी बढ़ाया जा सके। आखिर क्या है नागरिक उड्डयन की योजना, जिससे आम जनो को मिलेगी काफी सहूलियत? देखिये ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट.......





Body:उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के लिहाज से नागरिक उड्डयन विभाग बेहद महत्वपूर्ण है। क्योकि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के राज्य में आपदा जैसी स्थिति बनना बेहद आम है ऐसे में राहत बचाव कार्यो में उड्डयन विभाग अपनी एक अहम भूमिका निभाता है। लिहाजा प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में नागरिक उड्डयन की गतिविधियों का विकास होना बेहद जरूरी है।  


......प्रदेश के हवाई नेटवर्क को किया जाएगा व्यवस्थित......

प्रदेश भर में हवाई नेटवर्क को और व्यवस्थित किया जाएगा, ताकि भविष्य में अगर किसी भी प्रकार की कोई आपदा आती है या फिर आपदा जैसे हालात बनते है, तो उस दौरान राहत बचाव कार्यों में कोई दिक्कत ना हो, इस लिहाज से प्रदेश के हवाई नेटवर्क को व्यवस्थित करने की कवायद नागरिक उड्डयन विभाग ने शुरू कर दी है। इसके साथ ही प्रदेश भर में बने 65 हेलीपैडो को और दुरुस्त किया जा रहा है, ताकि अचानक घटने वाली घटनाओं में इनका तत्काल इस्तेमाल किया जा सके। 


.....इस साल कई क्षेत्रों में शुरू हो जाएगी हवाई सेवाएं......

यू तो उत्तराखंड राज्य में तमाम जगहों पर हेलीपैड का निर्माण तो कर दिया गया लेकिन अभी तक पूरे प्रदेश को हवाई कनेक्टिविटी से नही जोड़ा जा सका है। वर्तमान समय मे देहरादून, पंतनगर और पिथौरागढ़ में हवाई सेवाएं संचालित हो रही है। तो वही विभाग इस साल देहरादून से चिन्यालीसौड़ और देहरादून से गोचर तक हवाई सेवाएं भी शुरू करने जा रहा है। इसके साथ ही हल्द्वानी से पिथौरागढ़ हवाई मार्ग से जोड़ने की कवायत भी इसी साल उड्डयन विभाग शुरू कर देगा। 


.....इस बार चारधाम में हेली सेवाओ के लिए 3 साल का होगा टेंडर प्रक्रिया......

साल 2019 में तय समय पर हेली सेवाओं की टेंडर प्रक्रिया ना होने के चलते केदारनाथ आने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। जिसे देखते हुए नागरिक उड्डयन विभाग इस साल चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही हेली सेवाओ को दुरुस्त करने की कवायद में जुट गया है। यही नहीं इस साल चारधाम में हवाई सेवा देने वाले कंपनियों के साथ 3 साल का टेंडर किया जाएगा, जिससे ना सिर्फ हर साल टेंडर प्रक्रिया करने की झंझट होगी बल्कि हेली सेवाओं की वजह से यात्रियों को दिक्कतों का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। लिहाजा विभाग ने अभी से ही टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।


......इस साल से शुरू हो जाएगी हिमालय दर्शन योजना......

प्रदेशभर में बने 65 हेलीपैड का आम दिनों में भी इस्तेमाल किए जाने को लेकर नागरिक उड्डयन विभाग जल्द ही हिमालय दर्शन योजना चलाने जा रही है जिसके तहत यात्रियों को हेली सेवा के माध्यम से हिमालय का दर्शन करवाया जाएगा। इस संबंध में करीब 9 हेली कंपनियों ने अपनी इच्छा जताई है। जिस पर विभाग जल्द ही टेंडरिंग प्रक्रिया कर हिमालय दर्शन योजना को शुरू कर देगा, जिससे ना सिर्फ प्रदेश में पर्यटकों के आने का सिलसिला बढ़ेगा और नए गंतव्य स्थान जुड़ेंगे, बल्कि वीरान पड़े हेलीपैडो का भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।


......आगामी 2 सालो में इंटरनल कनेक्टिविटी हो जाएगी बेहतर.........

वही नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उड़ान योजना के अंतर्गत प्रदेश के इंटरनल कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर फोकस करने की मुख्य वजह प्रदेश में पर्यटकों को उस समय आकर्षित करना है जिस समय बेहद कम संख्या में पर्यटक उत्तराखंड आते हैं। लिहाजा नागरिक उड्डयन विभाग इंटरनल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के साथ-साथ तमाम अन्य मामलों पर फोकस कर रहा है। साथ ही बताया कि आने वाले 2 सालों में हेली सेवाओं की व्यवस्था को और बेहतर कर लिया जाएगा।

बाइट - दिलीप जावलकर, पर्यटन सचिव





Conclusion:हालांकि इस नए साल 2020 में तमाम विभाग अपने सेवाओ को दुरुस्त करने में जुटा हुआ है लेकिन अगर नागरिक उड्डयन विभाग इस साल अपनी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में कामियाब हुआ तो साल 2020 न सिर्फ नागरिक उड्डयन विभाग के लिए मील का पत्थर साबित होगी बल्कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए एक वरदान होगा। देहरादून से ईटीवी भारत के लिए रोहित सोनी की रिपोर्ट......



Last Updated : Jan 7, 2020, 8:03 PM IST
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