देहरादूनः उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के लिहाज से नागरिक उड्डयन विभाग बेहद महत्वपूर्ण है. क्योंकि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के राज्य में आपदा जैसी स्थिति बनना बेहद आम बात है. ऐसे में राहत बचाव कार्यो में उड्डयन विभाग अपनी एक अहम भूमिका निभाता है. लिहाजा प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में नागरिक उड्डयन की गतिविधियों का विकास होना बेहद जरूरी है.
प्रदेश के हवाई नेटवर्क होंगे दुरुस्त
प्रदेश भर में हवाई नेटवर्क को और व्यवस्थित किया जाएगा ताकि भविष्य में अगर किसी भी प्रकार की कोई आपदा आती है या फिर आपदा जैसे हालात बनते हैं तो उस दौरान राहत बचाव कार्यों में कोई दिक्कत न हो. इस लिहाज से प्रदेश के हवाई नेटवर्क को व्यवस्थित करने की कवायद नागरिक उड्डयन विभाग ने शुरू कर दी है. इसके साथ ही प्रदेश भर में बने 65 हेलीपैडों को और दुरुस्त किया जा रहा है ताकि अचानक घटने वाली घटनाओं में इनका तत्काल इस्तेमाल किया जा सके.
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इस साल कई क्षेत्रों में हवाई सेवाएं होंगी शुरू
यूं तो उत्तराखंड राज्य में तमाम जगहों पर हेलीपैड का निर्माण कर दिया गया. लेकिन अभी तक प्रदेश को हवाई कनेक्टिविटी से नहीं जोड़ा जा सका है. वर्तमान समय में देहरादून, पंतनगर और पिथौरागढ़ में हवाई सेवाएं संचालित हो रही हैं. इसके अलावा इस साल देहरादून से चिन्यालीसौड़ और देहरादून से गौचर तक हवाई सेवाएं भी शुरू होनी जा रही हैं. इसके साथ ही हल्द्वानी से पिथौरागढ़ हवाई मार्ग को जोड़ने की कवायद भी इसी साल उड्डयन विभाग शुरू कर देगा.
चारधाम में हेली सेवाओं के लिए तीन साल का कांट्रेक्ट
साल 2019 में तय समय पर हेली सेवाओं की टेंडर प्रक्रिया न होने के चलते केदारनाथ आने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. जिसे देखते हुए नागरिक उड्डयन विभाग इस साल चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही हेली सेवाओं को दुरुस्त करने की कवायद में जुट गया है. यही नहीं इस साल चारधाम में हवाई सेवा देने वाले कंपनियों के साथ तीन साल का टेंडर किया जाएगा. जिससे न सिर्फ हर साल टेंडर प्रक्रिया करने की झंझट खत्म होगी. बल्कि हेली सेवाओं की वजह से यात्रियों को दिक्कतों का सामना भी नहीं करना पड़ेगा.
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इस साल से हिमालय दर्शन योजना शुरू
प्रदेशभर में बने 65 हेलीपैड का आम दिनों में भी इस्तेमाल किए जाने को लेकर नागरिक उड्डयन विभाग जल्द ही हिमालय दर्शन योजना चलाने जा रही है. जिसके तहत यात्रियों को हेली सेवा के माध्यम से हिमालय का दर्शन करवाया जाएगा. इस संबंध में करीब 9 हेली कंपनियों ने अपनी इच्छा जताई है. जिस पर विभाग जल्द ही टेंडरिंग प्रक्रिया कर हिमालय दर्शन योजना को शुरू कर देगा.
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2 सालों में इंटरनल कनेक्टिविटी होगी बेहतर
नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उड़ान योजना के अंतर्गत प्रदेश के इंटरनल कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर फोकस करने की मुख्य वजह प्रदेश में पर्यटकों को उस समय आकर्षित करना है, जिस समय बेहद कम संख्या में पर्यटक उत्तराखंड आते हैं. लिहाजा नागरिक उड्डयन विभाग इंटरनल कनेक्टिविटी को बढ़ाने के साथ-साथ तमाम अन्य मामलों पर फोकस कर रहा है.
हालांकि नए साल 2020 में तमाम विभाग अपनी सेवाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. अगर नागरिक उड्डयन विभाग इस साल अपनी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में कामयाब हुआ तो साल 2020 न सिर्फ नागरिक उड्डयन विभाग के लिए मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए एक वरदान होगा.