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'सरकार' के गेम प्लान पर संशय! दुग्ध संघ चुनाव में तेजी, कोऑपरेटिव इलेक्शन पर साधी 'चुप्पी'

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 25, 2023, 8:23 PM IST

Updated : Nov 25, 2023, 10:38 PM IST

दुग्ध संघ चुनाव को लेकर भाजपा तैयारी पूरी करने में जुट गई है. वहीं, बात अगर को ऑपरेटिव के चुनावों की करें तो अब तक सरकार के साथ ही विभागीय मंत्री धन सिंह रावत भी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं. जिसके कारण कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

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'सरकार' के गेम प्लान पर संशय!
'सरकार' के गेम प्लान पर संशय!

देहरादून: उत्तराखंड में निकाय चुनाव समय पर नहीं कराने को लेकर भाजपा सरकार सवालों के घेरे में है. सरकार ने दुग्ध संघ का चुनाव कार्यक्रम तो जारी कर दिया है लेकिन कोऑपरेटिव चुनाव पर सरकार की चुप्पी बहस की वजह बन गई है. खास बात ये है कि भाजपा ने दुग्ध संघ के लिए राजनीतिक रूप से रणनीति बनानी शुरू कर दी है, लेकिन मजबूत होने के बावजूद कोऑपरेटिव चुनाव से भाजपा का परहेज किसी के समझ नहीं आ रहा है.

उत्तराखंड में दुग्ध संघ के चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गयी हैं. समितियों के अध्यक्ष पद पर चुनाव किये जा चुके हैं. जिला अध्यक्ष पद के लिए तैयारियां चल रही हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी चुनाव में जीत के लिए संगठन स्तर पर फूल प्रूफ प्लान बनाती दिख रही है. स्थिति यह है कि दुग्ध संघ के चुनाव के लिए पार्टी ने सरकार में कई बार कैबिनेट मंत्री रहे और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी है. विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर पार्टी के कर्मठ चेहरों को लाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए पार्टी स्तर पर गहन मंथन भी चल रहा है. मगर इस बीच कोऑपरेटिव चुनाव का मामला अभी ठंडे बस्ते में ही पड़ा है.

पढे़ं- निकाय चुनाव समय से कराए सरकार, नहीं तो खटखटाएंगे हाईकोर्ट का दरवाजा, बेहड़ ने कांग्रेस को भी दी नसीहत

राज्य में निकाय चुनाव को लेकर सरकार की सुस्ती पर धामी सरकार पहले ही विरोधियों के निशाने पर है. कॉपरेटिव चुनाव में देरी भी किसी की समझ में नहीं आ रही है. सवाल उठ रहा है कि जब कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा दुग्ध संघ चुनाव को समय से करने की कोशिशें में जुटे हुए हैं तो फिर सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने कोऑपरेटिव चुनाव पर अब तक कोई फैसला क्यों नहीं लिया. मौजूदा स्थिति से यह साफ हो गया है कि राज्य में तमाम कोऑपरेटिव बैंकों का कार्यकाल पूरा हो गया है. जानकार कहते हैं कोऑपरेटिव में भाजपा बेहद मजबूत है. इसके बाद भी सहकारिता मंत्री के स्तर पर चुनाव में लेट लतीफी की जा रही है. इसकी क्या वजह हो सकती है किसी को समझ नहीं आ रहा है.

पढे़ं- कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड़ ने उठाए पार्टी पर सवाल, गढ़वाल-कुमांऊ के सियासी वर्चस्व को लेकर की 'चोट'

दूसरी तरफ कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के विभाग के अंतर्गत आने वाले दुग्ध संघ में चुनाव की रूपरेखा तैयार कर दी गई है. जल्द ही इसमें चुनावी कार्यक्रम के तहत चुनाव भी संपन्न करवा लिए जाएंगे. भाजपा से दुग्ध संघ के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए बिशन सिंह चुफाल ने कहा विभिन्न जिलों में जाकर संघ के चुनाव के लिए सभी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है. यह संघ राज्य में किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, लिहाजा भारतीय जनता पार्टी पूरी मजबूती के साथ इस चुनाव को लड़ने जा रही है.

'सरकार' के गेम प्लान पर संशय!

देहरादून: उत्तराखंड में निकाय चुनाव समय पर नहीं कराने को लेकर भाजपा सरकार सवालों के घेरे में है. सरकार ने दुग्ध संघ का चुनाव कार्यक्रम तो जारी कर दिया है लेकिन कोऑपरेटिव चुनाव पर सरकार की चुप्पी बहस की वजह बन गई है. खास बात ये है कि भाजपा ने दुग्ध संघ के लिए राजनीतिक रूप से रणनीति बनानी शुरू कर दी है, लेकिन मजबूत होने के बावजूद कोऑपरेटिव चुनाव से भाजपा का परहेज किसी के समझ नहीं आ रहा है.

उत्तराखंड में दुग्ध संघ के चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गयी हैं. समितियों के अध्यक्ष पद पर चुनाव किये जा चुके हैं. जिला अध्यक्ष पद के लिए तैयारियां चल रही हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी चुनाव में जीत के लिए संगठन स्तर पर फूल प्रूफ प्लान बनाती दिख रही है. स्थिति यह है कि दुग्ध संघ के चुनाव के लिए पार्टी ने सरकार में कई बार कैबिनेट मंत्री रहे और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी है. विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर पार्टी के कर्मठ चेहरों को लाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए पार्टी स्तर पर गहन मंथन भी चल रहा है. मगर इस बीच कोऑपरेटिव चुनाव का मामला अभी ठंडे बस्ते में ही पड़ा है.

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राज्य में निकाय चुनाव को लेकर सरकार की सुस्ती पर धामी सरकार पहले ही विरोधियों के निशाने पर है. कॉपरेटिव चुनाव में देरी भी किसी की समझ में नहीं आ रही है. सवाल उठ रहा है कि जब कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा दुग्ध संघ चुनाव को समय से करने की कोशिशें में जुटे हुए हैं तो फिर सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने कोऑपरेटिव चुनाव पर अब तक कोई फैसला क्यों नहीं लिया. मौजूदा स्थिति से यह साफ हो गया है कि राज्य में तमाम कोऑपरेटिव बैंकों का कार्यकाल पूरा हो गया है. जानकार कहते हैं कोऑपरेटिव में भाजपा बेहद मजबूत है. इसके बाद भी सहकारिता मंत्री के स्तर पर चुनाव में लेट लतीफी की जा रही है. इसकी क्या वजह हो सकती है किसी को समझ नहीं आ रहा है.

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दूसरी तरफ कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के विभाग के अंतर्गत आने वाले दुग्ध संघ में चुनाव की रूपरेखा तैयार कर दी गई है. जल्द ही इसमें चुनावी कार्यक्रम के तहत चुनाव भी संपन्न करवा लिए जाएंगे. भाजपा से दुग्ध संघ के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए बिशन सिंह चुफाल ने कहा विभिन्न जिलों में जाकर संघ के चुनाव के लिए सभी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है. यह संघ राज्य में किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, लिहाजा भारतीय जनता पार्टी पूरी मजबूती के साथ इस चुनाव को लड़ने जा रही है.

Last Updated : Nov 25, 2023, 10:38 PM IST
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