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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से जुड़ी दिनभर की अपडेट जानिए एक क्लिक में...

उत्तराखंड में इन दिनों चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है. नेताओं ने पार्टियों को अपने तेवर दिखने शुरू कर दिए हैं. वहीं उत्तराखंड में बीजेपी ने आज प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. जबकि कांग्रेस 21 जनवरी को प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर सकती है. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 से जुड़ी दिनभर की खबरों पर एक नजर...

UTTARAKHAND ASSEMBLY ELECTION
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव
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Published : Jan 20, 2022, 8:20 PM IST

Updated : Jan 20, 2022, 10:31 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड की सियासत में आज गुरुवार यानी 20 जनवरी 2022 का दिन बेहद खास रहा. काफी समय से प्रत्याशी फाइनल करने की माथापच्ची में जुटी बीजेपी ने आखिरकार नॉमिनेशन शुरू होने से एक दिन पहले 59 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर चुनावी समर में अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. वहीं, कांग्रेस अभी भी वेट एंड वॉच की स्थिति में है. संभावना जताई जा रही है कल शुक्रवार को कांग्रेस भी अपने पत्ते खोलेगी.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड बीजेपी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी, 59 उम्मीदवारों में 6 महिलाओं को टिकट, खटीमा से लड़ेंगे धामी

कांग्रेस को लगा झटका: आज गुरुवार को चुनावी समर की शुरुआत दुर्गेश्वर लाल के रूप में कांग्रेस को लगे झटके से हुई. आज देहरादून बीजेपी दफ्तर में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल की मौजूदगी में दुर्गेश्वर लाल ने आधिकारिक रूप से बीजेपी की सदस्यता ले ली. इसकी देर भर थी कि दोपहर 2 बजे जारी की गई बीजेपी की लिस्ट में उनका नाम बीजेपी के पुरोला प्रत्याशी से रूप में भी जोड़ दिया गया.

दरअसल, दुर्गेश लाल का पुरोला में अच्छा खासा जनाधार है. उत्तराखंड में जोड़ तोड़ की इस लड़ाई में कभी कांग्रेस बीजेपी के नेताओं को तोड़ रही है तो कभी बीजेपी कांग्रेस के नेताओं को अपने खेमे में ला रही है. कांग्रेस ने जहां 30 से अधिक जिला पंचायत के नेताओं को अपने यहां लाकर बीजेपी को आंखें दिखाई थी तो कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की कांग्रेस में घर वापसी के बाद बीजेपी ने भी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए प्रीतम पंवार के साथ-साथ कई बड़े नेताओं को अब तक बीजेपी में शामिल करवा लिया है. एक बार फिर दुर्गेश्वर लाल के रूप में बीजेपी ने पुरोला से अपने आप को मजबूत करने का काम किया है. दुर्गेश्वर लाल साल 2000 में निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं. उस वक्त उन्हें 14000 वोट मिले थे. इसके बाद नवंबर महीने में ही उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ली थी और दो महीने बाद यानी आज भारतीय जनता पार्टी में वह शामिल हो गए.

हरक को लेकर गहन चिंतन में बीजेपी-कांग्रेस: इसी बीच खबर आई कि बीजेपी से निकाले गए हरक सिंह रावत कांग्रेस के बुलावे का इंतजार करते-करते इतना थक गए हैं कि वो वापस 'कमल' खिलाने की सोच रहे हैं. ये खबर भी आई कि बीजेपी भी हरक को लेकर गहन सोच की स्थिति में है. फिलहाल, कांग्रेस-बीजेपी दोनों ने हरक को होल्ड पर रख दिया है. कांग्रेस के स्टैंड के बाद ही बीजेपी हरक पर दांव खेलेगी.

ये भी पढ़ें: हरक की मौजूदा स्थिति: न ख़ुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम, न इधर के हुए न उधर के हम

बीजेपी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट: उधर, हरक की उहापोह के बीच खबर आई कि बीजेपी ने अपने 59 विधायकों को मैदान में उतार दिया है. बीजेपी ने अभी तक 6 महिलाओं को टिकट दिया है. साल 2017 में जिन विधायकों को टिकट दिए गए थे उनमें से 10 विधायकों के टिकट इस बार काटे गए हैं. अगर हम बड़े नेताओं की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी की बेटी ऋतु खंडूड़ी, मुकेश कोली, महेश नेगी और हरभजन सिंह चीमा का नाम इनमें शामिल है. बताया जा रहा है कि पार्टी ने इन 10 सीटों पर पहले सर्वे करवाया और उसके बाद टिकट वितरण की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. अब बाकी बची 11 सीटों पर अभी और सोच विचार किया जाएगा, इसके साथ ही कांग्रेस की लिस्ट का भी इंतजार किया जा रहा है.

जुबिन नौटियाल के पिता को मिला टिकट: वहीं, आज उत्तराखंड में चर्चाओं में रही बीजेपी की प्रत्याशी सूची में जिन नाम से सबका ध्यान आकर्षित किया वो हैं रामशरण नौटियाल. बॉलीवुड के मशहूर प्लेबैक सिंगर जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल को चकराता विधानसभा सीट से टिकट मिला है. ये वही सीट से जहां पिछले 20 सालों से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह एकछत्र राज कर रहे हैं. रामशरण नौटियाल की सीधी टक्कर प्रीतम सिंह से होगी. हालांकि, अपने पिता को मजबूती देने खुद जुबिन चुनावी समर में प्रचार के लिए उतर रहे हैं. वो चुनाव तक अपने पिता के लिए जनता से खुद वोट मांगेंगे.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड बीजेपी की पहली लिस्ट में 10 विधायकों के कटे टिकट, इनके उम्मीदों पर फिरा पानी

कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का कटा टिकट: इस बार उत्तराखंड के सबसे विवादित विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का टिकट काटकर उनकी पत्नी कुंवरानी देवयानी को दिया गया है. प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को हरिद्वार से ही प्रत्याशी बनाया गया है. कौशिक चार बार से हरिद्वार के विधायक हैं और यहां उनका अच्छा खासा जनाधार है. वहीं, खटीमा से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को टिकट देकर पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि धामी अपनी सीट पर ही कायम रहेंगे. देहरादून की कैंट विधानसभा से हरबंस कपूर के निधन के बाद उनकी पत्नी सविता कपूर को प्रत्याशी बनाया गया है.

बीजेपी 10 नए चेहरे पर खेला दांव: बीजेपी ने अपनी तरफ से जिन 10 नए विधायकों को मैदान में उतारा है, बताया जा रहा है कि उन 10 स्थानों पर पार्टी की स्थिति सही नहीं थी. लिहाजा हवा का रुख देखते हुए पार्टी ने उन नेताओं को ही टिकट दिया है जो जमीन पर लोगों के बीच काम कर रहे थे.

नेताओं पर इनकम टैक्स की नजर: चुनावी मौसम है तो नेताओं के ऊपर अब इनकम टैक्स विभाग की भी नजर है. इनकम टैक्स विभाग ने उत्तराखंड के सभी विधायकों के पर्सनल अकाउंट पर नजर गड़ा रखी है. अपर आयकर निदेशक मयंक प्रभात तोमर ने बताया है कि उत्तराखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल होने वाले काले धन पर चुनाव आयोग की पैनी नजर बनी हुई है.

ये भी पढ़ें: 'कांग्रेस 24 घंटे में करेगी प्रत्याशियों की घोषणा, BJP करती है जातिवाद की राजनीति'

आयकर विभाग ने जारी किया टॉल फ्री नंबर: आयकर विभाग ने एक टोल नंबर जारी किया है- 180018 04154 और 1800180 4227, इस पर आप किसी भी तरह की सूचना चाहे वो प्रत्याशियों से जुड़ी हो या उनके खर्चे से जुड़ी हो, दे सकते हैं. साथ ही नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं इन कंट्रोल नंबर पर 24 घंटे सूचना या शिकायत दी जा सकती है.

आयकर विभाग ने 50 से अधिक अधिकारियों और निरीक्षकों की तैनाती हर विधानसभा में की है. इसके साथ ही बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट जैसी जगहों पर भी नजर रखी जाएगी ताकि किसी भी तरह के लेनदेन या बड़ी रकम का इस्तेमाल चुनावों को प्रभावित करने के लिए न हो सके.

वहीं, अल्मोड़ा में फ्लाइंग सपोर्ट टीम ने 17 लाख रुपए कीमत की 170 पेटी शराब पकड़ी है. पुलिस अब इस बात की जानकारी में जुटी है कि कहीं ये शराब विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल होने के लिए तो नहीं लाई गई थी.

देहरादून: उत्तराखंड की सियासत में आज गुरुवार यानी 20 जनवरी 2022 का दिन बेहद खास रहा. काफी समय से प्रत्याशी फाइनल करने की माथापच्ची में जुटी बीजेपी ने आखिरकार नॉमिनेशन शुरू होने से एक दिन पहले 59 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर चुनावी समर में अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. वहीं, कांग्रेस अभी भी वेट एंड वॉच की स्थिति में है. संभावना जताई जा रही है कल शुक्रवार को कांग्रेस भी अपने पत्ते खोलेगी.

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कांग्रेस को लगा झटका: आज गुरुवार को चुनावी समर की शुरुआत दुर्गेश्वर लाल के रूप में कांग्रेस को लगे झटके से हुई. आज देहरादून बीजेपी दफ्तर में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल की मौजूदगी में दुर्गेश्वर लाल ने आधिकारिक रूप से बीजेपी की सदस्यता ले ली. इसकी देर भर थी कि दोपहर 2 बजे जारी की गई बीजेपी की लिस्ट में उनका नाम बीजेपी के पुरोला प्रत्याशी से रूप में भी जोड़ दिया गया.

दरअसल, दुर्गेश लाल का पुरोला में अच्छा खासा जनाधार है. उत्तराखंड में जोड़ तोड़ की इस लड़ाई में कभी कांग्रेस बीजेपी के नेताओं को तोड़ रही है तो कभी बीजेपी कांग्रेस के नेताओं को अपने खेमे में ला रही है. कांग्रेस ने जहां 30 से अधिक जिला पंचायत के नेताओं को अपने यहां लाकर बीजेपी को आंखें दिखाई थी तो कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की कांग्रेस में घर वापसी के बाद बीजेपी ने भी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए प्रीतम पंवार के साथ-साथ कई बड़े नेताओं को अब तक बीजेपी में शामिल करवा लिया है. एक बार फिर दुर्गेश्वर लाल के रूप में बीजेपी ने पुरोला से अपने आप को मजबूत करने का काम किया है. दुर्गेश्वर लाल साल 2000 में निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं. उस वक्त उन्हें 14000 वोट मिले थे. इसके बाद नवंबर महीने में ही उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ली थी और दो महीने बाद यानी आज भारतीय जनता पार्टी में वह शामिल हो गए.

हरक को लेकर गहन चिंतन में बीजेपी-कांग्रेस: इसी बीच खबर आई कि बीजेपी से निकाले गए हरक सिंह रावत कांग्रेस के बुलावे का इंतजार करते-करते इतना थक गए हैं कि वो वापस 'कमल' खिलाने की सोच रहे हैं. ये खबर भी आई कि बीजेपी भी हरक को लेकर गहन सोच की स्थिति में है. फिलहाल, कांग्रेस-बीजेपी दोनों ने हरक को होल्ड पर रख दिया है. कांग्रेस के स्टैंड के बाद ही बीजेपी हरक पर दांव खेलेगी.

ये भी पढ़ें: हरक की मौजूदा स्थिति: न ख़ुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम, न इधर के हुए न उधर के हम

बीजेपी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट: उधर, हरक की उहापोह के बीच खबर आई कि बीजेपी ने अपने 59 विधायकों को मैदान में उतार दिया है. बीजेपी ने अभी तक 6 महिलाओं को टिकट दिया है. साल 2017 में जिन विधायकों को टिकट दिए गए थे उनमें से 10 विधायकों के टिकट इस बार काटे गए हैं. अगर हम बड़े नेताओं की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी की बेटी ऋतु खंडूड़ी, मुकेश कोली, महेश नेगी और हरभजन सिंह चीमा का नाम इनमें शामिल है. बताया जा रहा है कि पार्टी ने इन 10 सीटों पर पहले सर्वे करवाया और उसके बाद टिकट वितरण की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. अब बाकी बची 11 सीटों पर अभी और सोच विचार किया जाएगा, इसके साथ ही कांग्रेस की लिस्ट का भी इंतजार किया जा रहा है.

जुबिन नौटियाल के पिता को मिला टिकट: वहीं, आज उत्तराखंड में चर्चाओं में रही बीजेपी की प्रत्याशी सूची में जिन नाम से सबका ध्यान आकर्षित किया वो हैं रामशरण नौटियाल. बॉलीवुड के मशहूर प्लेबैक सिंगर जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल को चकराता विधानसभा सीट से टिकट मिला है. ये वही सीट से जहां पिछले 20 सालों से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह एकछत्र राज कर रहे हैं. रामशरण नौटियाल की सीधी टक्कर प्रीतम सिंह से होगी. हालांकि, अपने पिता को मजबूती देने खुद जुबिन चुनावी समर में प्रचार के लिए उतर रहे हैं. वो चुनाव तक अपने पिता के लिए जनता से खुद वोट मांगेंगे.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड बीजेपी की पहली लिस्ट में 10 विधायकों के कटे टिकट, इनके उम्मीदों पर फिरा पानी

कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का कटा टिकट: इस बार उत्तराखंड के सबसे विवादित विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का टिकट काटकर उनकी पत्नी कुंवरानी देवयानी को दिया गया है. प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को हरिद्वार से ही प्रत्याशी बनाया गया है. कौशिक चार बार से हरिद्वार के विधायक हैं और यहां उनका अच्छा खासा जनाधार है. वहीं, खटीमा से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को टिकट देकर पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि धामी अपनी सीट पर ही कायम रहेंगे. देहरादून की कैंट विधानसभा से हरबंस कपूर के निधन के बाद उनकी पत्नी सविता कपूर को प्रत्याशी बनाया गया है.

बीजेपी 10 नए चेहरे पर खेला दांव: बीजेपी ने अपनी तरफ से जिन 10 नए विधायकों को मैदान में उतारा है, बताया जा रहा है कि उन 10 स्थानों पर पार्टी की स्थिति सही नहीं थी. लिहाजा हवा का रुख देखते हुए पार्टी ने उन नेताओं को ही टिकट दिया है जो जमीन पर लोगों के बीच काम कर रहे थे.

नेताओं पर इनकम टैक्स की नजर: चुनावी मौसम है तो नेताओं के ऊपर अब इनकम टैक्स विभाग की भी नजर है. इनकम टैक्स विभाग ने उत्तराखंड के सभी विधायकों के पर्सनल अकाउंट पर नजर गड़ा रखी है. अपर आयकर निदेशक मयंक प्रभात तोमर ने बताया है कि उत्तराखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल होने वाले काले धन पर चुनाव आयोग की पैनी नजर बनी हुई है.

ये भी पढ़ें: 'कांग्रेस 24 घंटे में करेगी प्रत्याशियों की घोषणा, BJP करती है जातिवाद की राजनीति'

आयकर विभाग ने जारी किया टॉल फ्री नंबर: आयकर विभाग ने एक टोल नंबर जारी किया है- 180018 04154 और 1800180 4227, इस पर आप किसी भी तरह की सूचना चाहे वो प्रत्याशियों से जुड़ी हो या उनके खर्चे से जुड़ी हो, दे सकते हैं. साथ ही नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं इन कंट्रोल नंबर पर 24 घंटे सूचना या शिकायत दी जा सकती है.

आयकर विभाग ने 50 से अधिक अधिकारियों और निरीक्षकों की तैनाती हर विधानसभा में की है. इसके साथ ही बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट जैसी जगहों पर भी नजर रखी जाएगी ताकि किसी भी तरह के लेनदेन या बड़ी रकम का इस्तेमाल चुनावों को प्रभावित करने के लिए न हो सके.

वहीं, अल्मोड़ा में फ्लाइंग सपोर्ट टीम ने 17 लाख रुपए कीमत की 170 पेटी शराब पकड़ी है. पुलिस अब इस बात की जानकारी में जुटी है कि कहीं ये शराब विधानसभा चुनावों में इस्तेमाल होने के लिए तो नहीं लाई गई थी.

Last Updated : Jan 20, 2022, 10:31 PM IST
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