देहरादून: नए साल की शुरुआत होने के बाद सरकार इस नए साल से नई योजनाओं और कामकाज को बेहतरी के साथ आगे बढ़ाने की बात कह रही है. इसी क्रम में पुलिस विभाग इस साल की तमाम चुनौतियां को देखते हुए कई बड़े कामों के सिलसिले को आगे बढ़ने का दावा कर रही है. उत्तराखंड के कार्यवाहक डीजीपी अभिनव कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीजीपी अभिनव कुमार ने जहां साल 2023 की तमाम घटनाओं और कार्रवाईयों की जानकारी दी तो वहीं इस साल होने वाली बड़ी चुनौतियों और तमाम नए कामों की जानकारियां दी.
डीजीपी ने कहा कि अपराध और कानून व्यवस्था के क्षेत्र में प्राथमिकता रहेगी. जिसके तहत उत्तराखंड पुलिस की क्राइम फाइटिंग कैपेबिलिटी में सुधार लाएंगे. भारत सरकार के मानकों के अनुरूप उत्तराखंड पुलिस देश टॉप 5 पुलिसिंग में शामिल हो, इस पर विशेष फोकस रहेगा. ट्रैफिक की समस्या न सिर्फ देहरादून बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है. उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि पिछले साल प्रदेश भर में 200 हत्याएं और करीब 1400 लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हुई थी. ऐसे में इस पर लगाम लगाना भी पुलिस की प्राथमिकता में रहेगा.
उत्तराखंड में फ्लोटिंग पॉपुलेशन काफी अधिक है. प्रदेश की आबादी से 5 से 6 गुना पॉपुलेशन हर साल उत्तराखंड में पर्यटन समेत अन्य वजहों से आती है. जोकि पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी रहती है. हालांकि, पिछले साल पुलिस प्रशासन के लिए कई बड़ी चुनौतियां रही जिसके तहत जी-20 की तीन बैठकें प्रदेश में आयोजित हुई. इसके अलावा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजन किया गया जिसमें अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के तमाम वीवीआईपी ने शिरकत किया था. ऐसे में व्यवस्थाओं को बेहतर करने में पुलिस विभाग का भी एक बेहतर रोल रहा.
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कुमाऊं में होगी SDRF बटालियन स्थापित: इसी साल 38वां राष्ट्रीय खेल का आयोजन होना है जो पुलिस विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती रहेगा. देश के तमाम राज्यों से खिलाड़ी, प्रशिक्षक समेत तमाम लोग शामिल होंगे. इसके अलावा चारधाम यात्रा और कांवड़ यात्रा हर साल पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती भरा रहता है कि किस तरह से चारधाम यात्रा और कांवड़ यात्रा का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा सके. उत्तराखंड राज्य में बनी एसडीआरएफ की पहली बटालियन को लगातार बेहतर किया जा रहा है. ऐसे में आने वाले समय में पुलिस मुख्यालय का प्रयास रहेगा कि कुमाऊं क्षेत्र के लिए एक अलग से एसडीआरएफ की बटालियन को स्थापित किया जा सके. क्योंकि आने वाले समय में प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों में टूरिज्म को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है. जिसके चलते कुमाऊं क्षेत्र के लिए एक अलग से एसडीआरएफ की जरूरत होगी.
पुलिस कर्मी भर्ती की जारी होगी वेटिंग लिस्ट: पुलिस विभाग लगातार पुलिस कर्मियों की भर्ती कर रहा है. ऐसे में अब पुलिस विभाग ने निर्णय लिया है कि आगामी जो भी भर्ती होगी उसमें वेटिंग लिस्ट की भी प्रक्रिया जारी की जाएगी. क्योंकि भर्ती होने में काफी लंबा समय लग जाता है. लेकिन भर्ती प्रक्रिया संपन्न होने के बाद तमाम लोग ज्वाइन नहीं करते हैं. ऐसे में अगर वेटिंग लिस्ट की सुविधा होगी तो उनको तत्काल मौका मिल सकेगा. साथ ही कहा कि आने वाले समय में पुलिस के अधिकारियों कर्मचारियों का भी समय पर प्रमोशन होता रहे, इस पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा. उसके साथ ही फोकस इस बात पर रहेगा कि समय पर प्रमोशन देने के साथ ही किसी भी तरह का भेदभाव ना किया जाए.
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आईपीसी, सीआरपीसी और एविडेंस एक्ट में भारत सरकार ने तमाम बदलाव किया है. हालांकि उसका नोटिफिकेशन अभी जारी नहीं हुआ है. लेकिन आने वाले समय में पुलिस के लिए ये भी एक बड़ी चुनौती रहेगी. लिहाजा, आगामी 5 से 7 जनवरी को जयपुर में डीजीपी एनुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा है, जिसमें सभी डीजीपी से सुझाव मांगे गए हैं. लिहाजा डीजीपी उस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहेंगे और राज्य की ओर से तमाम सुझावों को कॉन्फ्रेंस में देंगे. इसके अलावा लोकसभा चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न करना, प्रदेश के ट्रैफिक व्यवस्था को व्यवस्थित करने का चैलेंज, साल 2025 तक ड्रग्स फ्री उत्तराखंड बनाने की चुनौती के साथ ही पुलिस प्रशासन के लिए साइबर क्राइम भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है.