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अपनी जान दांव पर लगाने वाले पुलिसकर्मियों की मदद कर रही ये संस्था - फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर हैं पुलिसकर्मी

कोरोना काल में पुलिसकर्मी अपनी जान दांव पर लगाकर काम कर रहे हैं. ऐसे में उनकी और उनके परिजनों की देखभाल एक संस्था कर रही है. पढ़िए कौन है वो संस्था और कैसे कर रही है मदद.

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उपवा समाचार
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Published : May 7, 2021, 6:20 PM IST

देहरादून: पुलिस परिजनों के कल्याण के लिए गठित संस्था उपवा, अलकनंदा अशोक की अध्यक्षता में सामाजिक कार्य कर रही है. वर्तमान में कोरोना महामारी के चलते दिन-रात ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों के परिजनों की सहायता व उनका मनोबल ऊंचा बनाए रखने के लिए संस्था काम कर रही है.

संस्था इस प्रकार पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों की मदद कर रही है.

1. पुलिस लाइन देहरादून में राशन व फल सब्जी की दुकान खुलवाई गई हैं. इनमें रियायती दामों पर फल व सब्जी उपलब्ध कराने की व्यवस्था है. कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए दुकानें संचालित की जा रही हैं.

2. पुलिस परिवार की महिलाओं के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए ऑनलाइन योग क्लास की व्यवस्था की गई है.

3. उपवा संस्था द्वारा पुलिस परिवार के कोरोनाग्रस्त सदस्यों के लिए आइसोलेशन की व्यवस्था की गई है, यदि उनके घर में क्वॉरंटाइन होने के लिए पर्याप्त स्थान ना हो.

4. अलकनंदा अशोक द्वारा निर्देशित किया गया है कि व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए, जिसमें मानसिक रूप से सशक्त रहने के लिए आपसी परिचर्चा की जाएगी. स्वस्थ रहने के लिए फायदेमंद ब्रीदिंग एक्सरसाइज शेयर की जा रही हैं. इससे पुलिस परिवार के सदस्य इस विपदा की घड़ी में स्वयं को अकेला महसूस ना करें व फिट रहें.

5. पुलिस लाइन में व्यवस्था की गई है कि परिजन आकर अपना तापमान व ऑक्सीजन लेवल चेक करवा सकते हैं. या हमारी टीम को अपने घर में बुला सकते हैं जो थर्मामीटर एवं ऑक्सीमीटर लेकर उनका उनके घर पर ही परीक्षण कर लेंगे.

6. उपवा संस्था द्वारा आयुष किट, ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन सिलेंडर की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. इससे आवश्यकता पड़ने पर जरूरतमंदों की समय से सहायता की जा सके.


7. महिला सहायता ग्रुप के माध्यम से अच्छी क्वालिटी के मास्क व फेस शील्ड तैयार किए जाने का प्रयास किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: BJP विधायक प्रणव चैंपियन के 25 साल के बेटे को लगी वैक्सीन, उठे कई सवाल

उपवा संस्था की अध्यक्ष अलकनंदा अशोक ने बताया कि जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और पुलिसकर्मी फ्रंट लाइन में काम कर रहे हैं तो सबसे बड़ा खतरा पुलिसकर्मी को है. इसके चलते संस्था द्वारा पुलिसकर्मी और उनके परिजनों की सुविधा के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

देहरादून: पुलिस परिजनों के कल्याण के लिए गठित संस्था उपवा, अलकनंदा अशोक की अध्यक्षता में सामाजिक कार्य कर रही है. वर्तमान में कोरोना महामारी के चलते दिन-रात ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों के परिजनों की सहायता व उनका मनोबल ऊंचा बनाए रखने के लिए संस्था काम कर रही है.

संस्था इस प्रकार पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों की मदद कर रही है.

1. पुलिस लाइन देहरादून में राशन व फल सब्जी की दुकान खुलवाई गई हैं. इनमें रियायती दामों पर फल व सब्जी उपलब्ध कराने की व्यवस्था है. कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए दुकानें संचालित की जा रही हैं.

2. पुलिस परिवार की महिलाओं के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए ऑनलाइन योग क्लास की व्यवस्था की गई है.

3. उपवा संस्था द्वारा पुलिस परिवार के कोरोनाग्रस्त सदस्यों के लिए आइसोलेशन की व्यवस्था की गई है, यदि उनके घर में क्वॉरंटाइन होने के लिए पर्याप्त स्थान ना हो.

4. अलकनंदा अशोक द्वारा निर्देशित किया गया है कि व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए, जिसमें मानसिक रूप से सशक्त रहने के लिए आपसी परिचर्चा की जाएगी. स्वस्थ रहने के लिए फायदेमंद ब्रीदिंग एक्सरसाइज शेयर की जा रही हैं. इससे पुलिस परिवार के सदस्य इस विपदा की घड़ी में स्वयं को अकेला महसूस ना करें व फिट रहें.

5. पुलिस लाइन में व्यवस्था की गई है कि परिजन आकर अपना तापमान व ऑक्सीजन लेवल चेक करवा सकते हैं. या हमारी टीम को अपने घर में बुला सकते हैं जो थर्मामीटर एवं ऑक्सीमीटर लेकर उनका उनके घर पर ही परीक्षण कर लेंगे.

6. उपवा संस्था द्वारा आयुष किट, ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन सिलेंडर की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. इससे आवश्यकता पड़ने पर जरूरतमंदों की समय से सहायता की जा सके.


7. महिला सहायता ग्रुप के माध्यम से अच्छी क्वालिटी के मास्क व फेस शील्ड तैयार किए जाने का प्रयास किया जा रहा है.

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उपवा संस्था की अध्यक्ष अलकनंदा अशोक ने बताया कि जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और पुलिसकर्मी फ्रंट लाइन में काम कर रहे हैं तो सबसे बड़ा खतरा पुलिसकर्मी को है. इसके चलते संस्था द्वारा पुलिसकर्मी और उनके परिजनों की सुविधा के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

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