देहरादून: उत्तराखंड के सैकड़ों बेरोजगार युवा सड़कों पर नजर आए. उत्तराखंड बेरोजगार एसोसिएशन के नेतृत्व में सैकड़ों युवाओं ने सचिवालय कूच किया. लेकिन सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारी युवाओं को पहले ही बैरिकेड लगाकर रोक लिया. ईटीवी भारत से बातचीत में बेरोजगार युवाओं ने कहा कि सरकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रही है तो आयोग को पूरी तरह से बंद कर दे और स्पष्ट कर दे की सरकार रोजगार नहीं दे सकती.
सचिवालय कूच पर निकले उत्तराखंड के शिक्षित युवा बेरोजगारों ने सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया. बेरोजगार युवाओं का कहना है कि सरकार चुनाव के दौरान तमाम लोक लुभावने वादे करती है. लेकिन पिछले कई सालों से सरकार के विभागों में हजारों पद रिक्त पड़े हैं.
उत्तराखंड सरकार रोजगार देने में विफल
- सचिवालय कूच करने पहुंचे बेरोजगार युवा गिरीश रावत ने कहा कि चुनाव के दौरान हर रोज अखबारों में तमाम विभागों में भर्तियों की खबरें फ्रंट पेज पर रहती थी. लेकिन सरकार बनने के बाद सब गायब है.
- आयोग के अध्यक्ष से जानकारी मिली है कि ये तमाम भर्तियां को सरकार ने वापस कर दी हैं.
- गिरीश रावत ने कहा कि बेरोजगार संघ सरकार से मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि सीधा आरोप लगा रहे हैं कि सरकार प्रदेश के युवाओं को धोखा दे रही है, उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को हिलटॉप नहीं, रोजगार चाहिए.
- वहीं एक और बेरोजगार ने कहा कि वो पिछले कई सालों से आंदोलनरत हैं और सरकार से मांग है कि अधिनस्थ सेवा चयन आयोग में खाली पड़े 2500 पदों पर तत्काल भर्ती की जाए.
- तीन साल गुजरने के बाद भी 2500 पदों पर नियुक्ति नहीं होने पर शिक्षित योग्य युवा हताश हैं, जो कि प्रदेश के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने सरकार से मांग है कि सरकार रोजगार पर अपना पक्ष स्पष्ट करे. अगर रोजगार देने में असमर्थ है तो आयोग को बंद कर दे.
- मसूरी से रोजाना देहरादून के लिए अप डाउन करने वाली एक युवा बेरोजगार युवती ने बताया कि वह एक गरीब परिवार से आती है. युवती ने सरकार से गुहार लगाई कि वह बेरोजगारों को धोखे में ना रखें और जल्द से जल्द प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार निकालें.