देहरादून : विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों के 79 वें सम्मेलन का विरोध करते हुए यूकेडी ने एक दिवसीय उपवास रखा. क्षेत्रीय दल यूकेडी पहले से ही इस सम्मेलन का विरोध करती आ रही है. उनकी माने तो इस सम्मेलन का आयोजन गैरसैंण में होना चाहिए था.
यूकेडी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि पहाड़ की समस्याओं को लेकर कोई भी काम नहीं किया जा रहा है, बल्कि राज्य सरकार सम्मेलन आयोजित करके जनता का पैसा फिजूल खर्च कर रही है. विधानसभा अध्यक्ष देश के सभी राज्यों के विधान सभा और विधान परिषदों के पीठासीन अध्यक्षों के 17 से 21 दिसंबर तक देहरादून में सम्मेलन करा रहे हैं. उत्तराखंड की जनता का पैसा केवल सम्मेलनों में बहाया जा रहा है. इस सम्मेलन में प्रदेश का करोड़ों रुपया खर्च हो गया है, लेकिन जनता को इसका कोई लाभ नहीं हुआ है.
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यूकेडी के महानगर अध्यक्ष विजय बौड़ाई ने कहा कि गैरसैंण का मुद्दा मुख्य है. जब तक राजधानी गैरसैंण नहीं बनती है तो तब तक हम विरोध करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह का सम्मेलन करना ही तो गैरसैंण में करना चाहिए था, लेकिन पीठासीन अधिकारियों को देहरादून का सैर सपाटा कराया जा रहा है.