देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल के प्रतिनिधि मंडल ने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज पर ट्रैवल हिस्ट्री छिपाने का आरोप लगाते हुए उत्तराखंड पुलिस के महानिदेशक को ज्ञापन सौंपता और सतपाल महाराज पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है. यूकेडी के केंद्रीय प्रवक्ता सुनील ध्यानी का कहना है कि कोरोना को रोकने और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर पुलिस आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज कर रही है.
उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, उनका परिवार और स्टाफ कोरोना के चपेट में आ गए हैं. लेकिन सतपाल महाराज ने अपने ट्रैवल हिस्ट्री को छिपाया है, क्योंकि सतपाल महाराज 16 मई हरिद्वार से दिल्ली गए और 20 मई को वापस उत्तराखंड आए. इस बीच सतपाल महाराज ने विभागीय बैठकों में भी हिस्सा लिया और चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क किया था.
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सुनील ध्यानी का कहना है कि 26 मई को देहरादून जिला प्रशासन ने सतपाल महाराज के घर होम क्वारंटाइन का नोटिस चस्पा किया था. उसके बावजूद सतपाल महाराज होम क्वारंटाइन का उल्लंघन करते हुए 28 मई को कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए. जिसके कारण कारण पूरे मंत्रिमंडल और राज्य के आला अधिकारियों को होम क्वारंटाइन होना पड़ा. ऐसे में यूकेडी ने पुलिस महानिदेशक से मांग की है कि सतपाल महाराज की तरफ से अपनी ट्रैवल हिस्ट्री छिपाने और होम क्वारंटाइन का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए.
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बता दें कि, उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, उनका परिवार और स्टाफ के अधिकतर सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इससे पहले सतपाल महाराज 29 मई को कैबिनेट की बैठक में भी शामिल हुए थे.