देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल राज्य के मूलभूत मुद्दों को लेकर सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ने का मन बना चुका है. दल के पूर्व अध्यक्ष और संरक्षक त्रिवेंद्र पंवार का कहना है कि उत्तराखंड में होने वाला परिसीमन जनसंख्या के आधार पर ना होकर भौगोलिक आधार पर होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर उत्तराखंड में जनसंख्या के आधार पर परिसीमन होगा तो निश्चित रूप से पहाड़ से विधानसभा की 6 से 8 सीटें कम हो जाएंगी. इस कारण उत्तराखंड पर्वतीय राज्य की अवधारणा ही खत्म हो जाएगी.
त्रिवेंद्र पंवार ने कहा कि यूकेडी उत्तराखंड के मूलभूत मुद्दों जैसे परिसीमन, राजधानी, जल, जंगल, जमीन, भू कानून आदि पर अपनी लड़ाई जारी रखेगी. त्रिवेंद्र पंवार का कहना है कि उत्तराखंड क्रांति दल इसको लेकर विपक्ष में बैठना ज्यादा पसंद करेगा. लेकिन फिर भी परिस्थितियों के अनुसार उत्तराखंड के हित में जो भी बेहतर होगा, उसी अनुरूप फैसला लिया जाएगा.
उत्तराखंड क्रांति दल ने मतगणना से पहले भाजपा और कांग्रेस की जोड़-तोड़ की राजनीति पर भी निशाना साधा है. यूकेडी का कहना है कि भाजपा के कई प्रत्याशी भीतरघात की बात कर रहे हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि भाजपा को हार का डर सता रहा है. जिस कारण भाजपा में बौखलाहट शुरू हो गई है. उन्होंने कांग्रेस द्वारा अपने प्रत्याशियों को राजस्थान आदि जगह भेजना दुर्भाग्यपूर्ण बताया.