ऋषिकेश: उत्तर प्रदेश के मेरठ से शिवपुरी के जंगलों में ट्रैकिंग करने पहुंचे दो युवक रास्ता भटक गए. दोस्तों को रास्ता भटकने की जानकारी देने के बाद उनका मोबाइल भी बंद हो गया था. पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद जंगलों से दोनों युवकों को रेस्क्यू कर सकुशल मुनीकी रेती पहुंचाया. जान बचाने पर युवकों ने उत्तराखंड पुलिस का शुक्रिया अदा किया है.
मुनीकी रेती थाना पुलिस के अनुसार मेरठ के निवासी शास्त्री विशांत सोम ने पुलिस को फोन की सूचना देकर बताया कि उसके दो दोस्त शिवपुरी के जंगलों में ट्रैकिंग के लिए गए थे, जो रास्ता भटक गए हैं. यह जानकारी देने के बाद उसके दोनों दोस्तों के मोबाइल भी बंद हो गए हैं. सूचना मिलते ही पुलिस ने जंगलों के अंदर सर्च ऑपरेशन चलना शुरू किया. लेकिन रात होने की वजह से सर्च ऑपरेशन में दिक्कत आ रही थी. ऐसे में पुलिस ने सुबह फिर से सर्च आपरेशन चलाया.
कई घंटों के सर्च ऑपरेशन के बाद सुदर्शन यादव नाम का युवक पुलिस को मिल गया, जबकि पर्व नाम का युवक पैरों में सूजन आने के कारण कहीं घने जंगल में ही फंसा रहा. अति दुर्गम क्षेत्र होने की वजह से एसडीआरएफ भी पुलिस की मदद को पहुंच गई. करीब 6 घंटे तक जंगल चट्टानों गदेरों के अति दुर्गम रास्ते पर तलाश करने के बाद पर्व को भी सकुशल बरामद कर लिया गया.
पढ़ें- कड़कड़ाती ठंड में डीजे की धुन पर थिरक रहे कांवड़िए, शिवमय हुई धर्मनगरी
मुनीकी रेती प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि सुदर्शन और प्रभु को उनके दोस्तों के हवाले कर दिया गया है. जान बचाने पर सुदर्शन और पर्व ने उत्तराखंड पुलिस की प्रशंसा की है. दोनों लोगों को सर्च करने में मुख्य रूप से शिवपुरी चौकी प्रभारी सुनील पंत, एसडीआरएफ के एसआई नीरज चौहान, अजय राज, कौशल राठौर ने अहम भूमिका निभाई है.