देहरादून: विधानसभा में भाई भतीजावाद के तहत नियुक्ति का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब एक और फर्जीवाड़े से विधानसभा सचिवालय में हड़कंप मच गया है. मामला फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर विधानसभा सचिवालय में नियुक्ति पाने का है. पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है. विधानसभा सचिवालय की ओर से थाना नेहरू कॉलोनी में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. अभी इस मामले की जांच चल रही है.
विधानसभा बैकडोर भर्ती को लेकर सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी. मामला दिल्ली तक जा पहुंचा था. इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी द्वारा कई लोगों को बर्खास्त करने के बाद मामला कुछ ठंडा पड़ा था. लेकिन अब एक बार फिर विधानसभा सचिवालय में फर्जी नियुक्ति का मामला अधिकारियों के लिए सिरदर्द बन गया है. दरअसल, विधानसभा सचिवालय में फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर नियुक्ति पाने की कोशिश का मामला सामने आया है.
बता दें कि विधानसभा में शुक्रवार (24 मार्च) सुबह सोनल भट्ट नाम की महिला एक फर्जी पत्र के साथ नियुक्ति पाने के लिए पहुंची. विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों को इस पत्र पर संदेह हुआ तो पुलिस को सूचित किया गया. पुलिस ने उस महिला और उसके साथ आए एक पुरुष साथी को हिरासत में लिया. इसके बाद इन दोनों को ही सचिवालय लाया गया, वहां उनसे पूछताछ भी की गई.
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दोनों ने बताया कि एक महिला द्वारा उन्हें यह नियुक्ति पत्र दिया गया था. इसके बाद उन्होंने विधानसभा में रक्षक पद के लिए नियुक्ति लेने का प्रयास किया. अब संबंधित अधिकारियों द्वारा इस पत्र को फर्जी बताया जा रहा है. यह पत्र 3 मार्च को जारी किया गया था, जिसमें अपर सचिव सचिवालय प्रशासन के तौर पर आलोक कुमार नाम लिखा हुआ है. सुरक्षा से जुड़े अधिकारी ने बताया कि इस नाम का कोई भी अधिकारी सचिवालय में मौजूद नहीं हैं और यह पत्र पूरी तरह से फर्जी है.
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद महिला और उसके साथी को हिरासत में लिया गया है. इसके बाद इस मामले में फर्जी नियुक्ति पत्र बना कर देने वाली महिला को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. फिलहाल इन तीनों को ही नेहरू कॉलोनी थाने में रखा गया है, जबकि मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों से पूछताछ चल रही है.