देहरादून: दिवंगत नेवी ऑफिसर के बंगले में लूटपाट और बंदूक की नोक पर भवन धराशायी कर प्रॉपर्टी कब्जाने मामले में हरिद्वार CIU और SOG देहरादून ने दो अभियुक्तों को फव्वारा चौक से गिरफ्तार किया है. साथ ही आरोपियों के निशानदेही पर चोरी का सारा सामान टिहरी गढ़वाल से बरामद किया गया है.
पुलिस की ने दोनों आरोपी प्रदीप सिंह रंधावा और नंदकिशोर काला की निशानदेही पर बंगले से चोरी का सामान बेड, आलमारी, फ्रीज, सोफा सहित अन्य कीमती सामान को टिहरी गढ़वाल से बरामद किया है. हालांकि, अभी भी मामले में पश्चिमी यूपी के नामजद आरोपी अमित यादव सहित कई आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. जिनकी तलाश जारी है.
वहीं, प्रॉपर्टी कब्जाने मामले का मुख्य साजिशकर्ता मोना रंधावा भी पुलिस की पकड़ से फरार चल रही है. पुलिस ने मामले में जिन दो आरोपी को गिफ्तार किया है. उनकी पहचान रणजीत सिंह रंधावा पुत्र स्वर्गीय जसवंत सिंह, निवासी नई बस्ती क्लेमेंनटाउन देहरादून और नंदकिशोर काला पुत्र बलीराम काला, निवासी हरबंस वाला थाना पटेल नगर के रूप में हुई है.
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह लोग प्रॉपर्टी डीलर का काम करते हैं. इसी क्रम में उन्हें वीर सैन कश्यप जो उनका पुराना परिचित था, उसने सुभाष नगर सोसायटी एरिया में 5 बीघा की कीमती प्रॉपर्टी 2 वर्ष पहले दिखाई गई थी. इस प्रॉपर्टी में एक बंगला और सर्वेंट क्वार्टर बना था. वीर सैन ने इस बंगला को अपने पार्टनरशिप में काम करने वाली मोना रंधावा का बताया.
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आरोपियों ने बताया कि प्रॉपर्टी डील की बातचीत के दौरान, उन्हें अधिवक्ता सौरव कपूर और दीपक गुप्ता के साथ-साथ अमित यादव और मोना रंधावा से भी मिलाकर प्रॉपर्टी के सभी कागज जो पहले से तैयार किए गए थे, वह दिखाए गए. साथ ही उन्हें बताया गया कि बंगले में जो सामान रखा है, उसे निकालकर जेसीबी से भवन तोड़कर यहां प्लॉटिंग करवाया जाएगा और सभी लोग उस प्रॉपर्टी के मुनाफे में हिस्सेदार होंगे.
इसी योजनाबद्ध साजिश के तहत 12 जनवरी 2022 को पहले बंगले में किसी के नहीं होने पर घर में रखा सारा सामान ट्रकों में भरा गया. उसके बाद वीर सिंह कश्यप ने पश्चिमी यूपी के लड़के की मदद से बंगले में रहने वाले केयरटेकर और नौकरों को बंधक बनाकर एक कमरे में बंद कर दिया. उसके बाद जेसीबी मशीन से बंगले को ध्वस्त कर इस योजना को अंजाम दिया गया.
गिरफ्तार रणदीप सिंह रंधावा और नंद किशोर ने बताया कि बंगले से लूटा हुआ सामान ट्रकों में भरकर पहले सहस्त्रधारा रोड के निकट एक घर में रखा गया, लेकिन घटना के 2 दिन बाद समाचार पत्रों में इस वारदात की खबर सुनकर 14 जनवरी 2022 को लूटा हुआ सारा सामान टिहरी गढ़वाल के मैंडखाल में छुपा कर रख दिया गया.
मामले में पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर हरिद्वार CIU और देहरादून SOG ने वारदात के साजिशकर्ता रणदीप सिंह रंधावा और नंदकिशोर काला को डकैती के सामान सहित गिरफ्तार किया.हालांकि इस मामले में मोना रंधावा और मुख्य अभियुक्त अमित यादव सहित कई लोगों की तलाश जारी है.