डोईवाला: इस बार डोईवाला विधानसभा सीट पर चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय होता जा रहा है. बीजेपी से प्रत्याशी बृजभूषण गैरोला, कांग्रेस के प्रत्याशी गौरव चौधरी और बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष जितेंद्र नेगी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं. तो वहीं यूकेडी से शिव प्रशाद सेमवाल ओर आप से राजू मौर्य भी अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. हालांकि, मुख्य मुकाबला दोनों प्रमुख राष्ट्रीय दलों के प्रत्याशियों और निर्दलीय प्रत्याशी के बीच ही माना जा रहा है.
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बेहद नजदीकी मानें जाने वाले ब्रज भूषण गैरोला चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं, कांग्रेस ने गौरव चौधरी पर दाव खेला है. जबकि, टिकट न मिलने से नाराज बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र नेगी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं. ऐसे में इन्हीं तीनों के बीच मुख्य मुकाबला देखा जा रहा है. वहीं, इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है.
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डोईवाला सीट से टिकट ना मिलने से नाराज जितेंद्र नेगी भी कहीं ना कहीं बीजेपी प्रत्याशी को खासा नुकसान होगा. हालांकि, बीजेपी प्रत्याशी ब्रज भूषण गैरोला ने कहा कि जितेंद्र नेगी को पार्टी की ओर से समझाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन वे मानें नहीं. उनका दावा है कि नेगी से उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा. वहीं, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वे अपने बीच के ही प्रत्याशी कि मांग कर रहे थे और गौरव चौधरी उनके बीच का प्रत्याशी है. जिसका उन्हें पूरा फायदा मिलेगा.
वहीं, बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष ओर निर्दलीय प्रत्याशी जितेंद्र नेगी ने कहा कि वे पार्टी से टिकट की मांग कर रहे थे पहले भी उनकी अनदेखी की गई और वे कई सालों से जनता के बीच में रहकर कार्य कर रहे हैं. उन्हें निर्दलीय भी जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है. बहरहाल, डोईवाला सीट पर त्रकोणीय मुकाबला होने से यह देखना दिलचस्प होगा कि यहां जनता की पसंद कौन बनता है?.