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उत्तराखंड में ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल जारी, शासन-प्रशासन से नहीं बनी बात, चक्का जाम की दी चेतावनी

Transporters Strike उत्तराखंड में ड्राइवर यूनियन की हड़ताल के दूसरे दिन मिलाजुला असर रहा. ट्रांसपोर्ट के सभी ड्राइवर और कंडक्टर दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे. केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए एमवी एक्ट नियम का विरोध लगातार ड्राइवर करते हुए नजर आ रहे हैं.

उत्तराखंड में ट्रांसपोर्ट सिस्टम ठप
उत्तराखंड में ट्रांसपोर्ट सिस्टम ठप
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 2, 2024, 7:47 PM IST

देहरादूनः भारतीय न्याय संहिता के तहत हिट-एंड-रन केस में कानून में बदलाव के विरोध में देशभर में ट्रक ड्राइवर और टैक्सी चालक हड़ताल पर चले गए हैं. आज हड़ताल का दूसरा दिन है. हड़ताल के कारण रोजमर्रा की चीजों पर भी असर पड़ रहा है. ऐसे में फल सब्जियों के कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना भी बढ़ गई है. हड़ताल में फ्यूल टैंकर के ड्राइवर भी शामिल हैं. ऐसे में पेट्रोल पंप पर फ्यूल भराने के लिए वाहनों की लंबी कतारें भी लग गई है.

केंद्र सरकार द्वारा हिट एंड रन कानून में बदलाव के विरोध में मंगलवार को भी वाहन चालक हड़ताल पर रहे. जिसका नतीजा यह रहा कि देहरादून आईएसबीटी और शहर भर में हर तरफ लोग पैदल ही सामान के साथ आवागमन करने पर मजबूर दिखाई दिए. कुछ रोडवेज वाहन चालकों ने वाहन चलाने की कोशिश की तो उन्हें डोईवाला से लेकर हरिद्वार में जगह-जगह यूनियनों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा. देहरादून परिवहन निगम के रीजनल मैनेजर संजय गुप्ता ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है. उधर रोडवेज वाहन चालकों ने आरोप लगाया कि हरिद्वार जाते समय वाहनों को रोक कर उनके साथ मारपीट और बदतमीजी की गई.

उग्र आंदोलन की चेतावनी: देहरादून के ड्राइवर यूनियन का कहना है जिस तरह से केंद्र सरकार ने एमवी एक्ट में बदलाव किया है. यह हमारे लिए काला कानून है. सभी ड्राइवर इस काले कानून का विरोध करते हैं. अगर केंद्र सरकार द्वारा यह काला कानून नहीं हटाया जाता है तो सभी ड्राइवर हड़ताल पर रहेंगे. इस कानून के आने से ड्राइवरों के साथ पुलिस और आरटीओ विभाग द्वारा शोषण किया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में फीका हो गया पर्यटकों का न्यू ईयर का जश्न, वाहन न मिलने से फंसे हजारों सैलानी

मसूरी में भी ठप रहा यातायात: वहीं, देहरादून के मसूरी में भी नए एमवी एक्ट के खिलाफ ट्रक-डंपर ड्राइवर हड़ताल पर रहे. इस वजह से ट्रांसपोर्ट सिस्टम पूरी तरीके से ठप रहा. जबकि फ्यूल नहीं पहुंचने की वजह से पेट्रोल पंप पर लंबी-लंबी लाइन लगी रही. केंद्र सरकार द्वारा किए गए हिट एंड रन कानून में बदलाव के विरोध में पूरे देश में ट्रक और डंपर चालकों ने चक्का जाम किया है.

ऋषिकेश में परिवहन महासंघ की बैठक: हिट एंड रन कानून को लेकर उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने बड़ा ऐलान किया है. महासंघ ने तीन जनवरी तक कानून को वापस नहीं लिए जाने पर चरणबद्ध तरीके से अपने आंदोलन को उग्र करने की चेतावनी दी है. ऋषिकेश में आज उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय की अध्यक्षता में राज्य के तमाम परिवहन संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारी बैठक के लिए पहुंचे. बैठक में सभी पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार के द्वारा हिट एंड रन कानून का विरोध किया.

चालकों ने सरकार के खिलाफ जगह-जगह जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया. एसडीएम कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा.दूसरी तरफ सुरक्षा की दृष्टि से जगह-जगह पुलिस तैनात रही. चालकों की हड़ताल होने की वजह से एलपीजी गैस सिलेंडर और पेट्रोल-डीजल के वाहन भी शहर तक नहीं पहुंच पाए. जिसकी वजह से एलपीजी गैस सिलेंडर का स्टॉक गैस गोदाम में शून्य हो गया है.
ये भी पढ़ेंः हिमाचल में क्या है धारा 118 ? ऐसे भू-कानून की मांग के साथ उत्तराखंड में सड़क पर उतरे हैं लोग

उत्तरकाशी में केंद्र सरकार का फूंका पुतला: उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित बड़कोट और पुरोला में टैक्सी-मैक्सी, बस और ट्रक चालकों ने हिट एंड रन कानून में किए गए बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन किया. जिला मुख्यालय में चालकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जुलूस प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट के निकट गंगोत्री हाईवे पर केंद्र सरकार का पुतला फूंका. इस दौरान जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में चालकों ने कानून पर पुनर्विचार नहीं होने पर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी.

कोटद्वार में यात्रियों को झेलनी पड़ी खासी परेशानी: कोटद्वार में ड्राइवर यूनियन के हड़ताल का खासा असर देखने को मिला. कोटद्वार में वाहन न चलने पर यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. कोटद्वार में भी टैक्सी और ड्रक ड्राइवरों ने उत्तराखंड पूर्ण बंदी को समर्थन दिया. उधर पब्लिक ट्रांसपोर्ट हड़ताल पर चले जाने से यातायात व्यवस्था चरमरा गई है. कोटद्वार में लोगों को पहाड़ों की तरफ जाने के लिए वाहनों के लिए भटकना पड़ा.
ये भी पढ़ेंः हिट एंड रन कानून के विरोध में बुधवार से टैक्सी यूनियन की भी हड़ताल, थमेंगे 50 हजार टैक्सियों के पहिए

देहरादूनः भारतीय न्याय संहिता के तहत हिट-एंड-रन केस में कानून में बदलाव के विरोध में देशभर में ट्रक ड्राइवर और टैक्सी चालक हड़ताल पर चले गए हैं. आज हड़ताल का दूसरा दिन है. हड़ताल के कारण रोजमर्रा की चीजों पर भी असर पड़ रहा है. ऐसे में फल सब्जियों के कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना भी बढ़ गई है. हड़ताल में फ्यूल टैंकर के ड्राइवर भी शामिल हैं. ऐसे में पेट्रोल पंप पर फ्यूल भराने के लिए वाहनों की लंबी कतारें भी लग गई है.

केंद्र सरकार द्वारा हिट एंड रन कानून में बदलाव के विरोध में मंगलवार को भी वाहन चालक हड़ताल पर रहे. जिसका नतीजा यह रहा कि देहरादून आईएसबीटी और शहर भर में हर तरफ लोग पैदल ही सामान के साथ आवागमन करने पर मजबूर दिखाई दिए. कुछ रोडवेज वाहन चालकों ने वाहन चलाने की कोशिश की तो उन्हें डोईवाला से लेकर हरिद्वार में जगह-जगह यूनियनों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा. देहरादून परिवहन निगम के रीजनल मैनेजर संजय गुप्ता ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है. उधर रोडवेज वाहन चालकों ने आरोप लगाया कि हरिद्वार जाते समय वाहनों को रोक कर उनके साथ मारपीट और बदतमीजी की गई.

उग्र आंदोलन की चेतावनी: देहरादून के ड्राइवर यूनियन का कहना है जिस तरह से केंद्र सरकार ने एमवी एक्ट में बदलाव किया है. यह हमारे लिए काला कानून है. सभी ड्राइवर इस काले कानून का विरोध करते हैं. अगर केंद्र सरकार द्वारा यह काला कानून नहीं हटाया जाता है तो सभी ड्राइवर हड़ताल पर रहेंगे. इस कानून के आने से ड्राइवरों के साथ पुलिस और आरटीओ विभाग द्वारा शोषण किया जाएगा.
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मसूरी में भी ठप रहा यातायात: वहीं, देहरादून के मसूरी में भी नए एमवी एक्ट के खिलाफ ट्रक-डंपर ड्राइवर हड़ताल पर रहे. इस वजह से ट्रांसपोर्ट सिस्टम पूरी तरीके से ठप रहा. जबकि फ्यूल नहीं पहुंचने की वजह से पेट्रोल पंप पर लंबी-लंबी लाइन लगी रही. केंद्र सरकार द्वारा किए गए हिट एंड रन कानून में बदलाव के विरोध में पूरे देश में ट्रक और डंपर चालकों ने चक्का जाम किया है.

ऋषिकेश में परिवहन महासंघ की बैठक: हिट एंड रन कानून को लेकर उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने बड़ा ऐलान किया है. महासंघ ने तीन जनवरी तक कानून को वापस नहीं लिए जाने पर चरणबद्ध तरीके से अपने आंदोलन को उग्र करने की चेतावनी दी है. ऋषिकेश में आज उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय की अध्यक्षता में राज्य के तमाम परिवहन संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारी बैठक के लिए पहुंचे. बैठक में सभी पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार के द्वारा हिट एंड रन कानून का विरोध किया.

चालकों ने सरकार के खिलाफ जगह-जगह जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया. एसडीएम कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा.दूसरी तरफ सुरक्षा की दृष्टि से जगह-जगह पुलिस तैनात रही. चालकों की हड़ताल होने की वजह से एलपीजी गैस सिलेंडर और पेट्रोल-डीजल के वाहन भी शहर तक नहीं पहुंच पाए. जिसकी वजह से एलपीजी गैस सिलेंडर का स्टॉक गैस गोदाम में शून्य हो गया है.
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उत्तरकाशी में केंद्र सरकार का फूंका पुतला: उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित बड़कोट और पुरोला में टैक्सी-मैक्सी, बस और ट्रक चालकों ने हिट एंड रन कानून में किए गए बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन किया. जिला मुख्यालय में चालकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जुलूस प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट के निकट गंगोत्री हाईवे पर केंद्र सरकार का पुतला फूंका. इस दौरान जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में चालकों ने कानून पर पुनर्विचार नहीं होने पर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी.

कोटद्वार में यात्रियों को झेलनी पड़ी खासी परेशानी: कोटद्वार में ड्राइवर यूनियन के हड़ताल का खासा असर देखने को मिला. कोटद्वार में वाहन न चलने पर यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. कोटद्वार में भी टैक्सी और ड्रक ड्राइवरों ने उत्तराखंड पूर्ण बंदी को समर्थन दिया. उधर पब्लिक ट्रांसपोर्ट हड़ताल पर चले जाने से यातायात व्यवस्था चरमरा गई है. कोटद्वार में लोगों को पहाड़ों की तरफ जाने के लिए वाहनों के लिए भटकना पड़ा.
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