मसूरीः सूबे में मॉनसून अपने चरम पर है. ऐसे में लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हो गया है. वहीं, बीते दिन से मसूरी में भी लगातार बारिश हो रही है जिससे नदी-नाले ऊफान पर हैं. मसूरी-देहरादून मार्ग भी कई जगहों पर बंद हो गया है. जबकि, कई जगहों पर भूस्खलन हो रहा है. इसके बावजूद पर्यटक मसूरी पहुंच रहे हैं. इतना ही नहीं जान जोखिम में डालकर बरसाती झरनों में मस्ती करते हुए भी नजर आ रहे हैं.
बता दें कि मसूरी में देर रात से हो रही मुसलाधार बारिश से भारी क्षति पहुंची है. मसूरी-देहरादून मार्ग कई जगह बंद होने के बाद यातायात ठप है. वहीं, मसूरी-कैंपटी मार्ग पर भी पेड़ गिरने से यातायात बाधित है. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा मसूरी के कई क्षेत्रों में भी पेड़ गिरने और मलबा आने की सूचना है. जबकि, कई घरों के ऊपर पेड़ भी गिरे हैं.
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मसूरी एसआई बिनेश कुमार ने बताया कि पुलिस बारिश को लेकर पूरी तरह से अलर्ट पर है. साथ ही नुकसान प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया जा रहा है. पीड़ित लोगों की हर संभव मदद की जा रही है. उन्होंने कहा कि बारिश के कारण कई घरों के ऊपर पेड़ गिर गए हैं. जिससे घरों को भी नुकसान पहुंचा है. बंद रास्तों को भी खोलने का प्रयास किया जा रहा है.
वहीं, लगातार हो रही बारिश से सभी छोटे और बड़े नदी-नाले ऊफान पर है. जबकि, कई जगहों पर झरने बहने लगे. जहां हरियाणा और दिल्ली आदि जगहों से आए पर्यटक झरनों के नीचे नहाते और मस्ती करते हुए दिखाए दे रहे हैं. हरियाणा से आए पर्यटकों का कहना है कि वो मसूरी घूमने के लिए आए थे और अब उनकी वापसी की तैयारी थी, लेकिन सड़क पर मलबा आने से उन्हें रूकना पड़ा है. ऐसे में वे यहां झरने का लुत्फ उठा रहे हैं.
बता दें कि बरसात में नदी-नालों और झरनों के पास जाना खतरनाक साबित हो सकता है. इसके बावजूद उनका कहना है कि झरने के साथ पत्थर आने का भी खतरा है. जिसे देखते हुए वो एहतियात भी बरत रहे हैं. रास्ते में कई जगह मलबा आने के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन प्राकृतिक सौंदर्य के आगे सारी परेशानी भूल गए हैं.