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अपने वाहन से स्नो फॉल का आनंद लेने उत्तराखंड आ रहे हैं तो ये खबर पढ़ लें, बर्फ और पाले वाली सड़क पर रहें सावधान - उत्तराखंड बर्फीली रोड

Drive carefully on snow and frosty roads in Uttarakhand, Road accident in Uttarakhand अगर आप अपना वाहन लेकर उत्तराखंड आ रहे हैं तो थोड़ा सावधानी बरतें. इन दिनों पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है. इसके साथ ही पाला भी पड़ रहा है. बर्फ के ऊपर जब पाला गिर जाता है तो वो कांच जैसा कठोर हो जाता है. इसमें फिसलन होने लगती है. ऐसे में वाहन भी इस पर अपनी ग्रिप छोड़कर फिसल जाता है. दरअसल 20 दिसंबर को पिथौरागढ़ में बर्फ और पाले वाली सड़क पर दो कार खाई में गिर गईं. इन हादसों में तीन लोगों की मौत हुई, जबकि चार लोग घायल हुए.

Road accident in Uttarakhand
उत्तराखंड सड़क समाचार
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 23, 2023, 7:58 AM IST

देहरादून: पिथौरागढ़ में एक ही दिन में दो हादसे हुए. 20 दिसंबर को हुए एक दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में एनएसयूआई के प्रदेश सचिव रोहित बनोला 28 साल, हरीश कापड़ी 53 साल और शुभम कापड़ी 26 साल शामिल थे. इसी दिन एक अन्य हादसे में चार लोग घायल हो गए थे. इन हादसों का कारण बर्फ और पाला बताया जा रहा है.

सड़क हादसे में तीन लोगों की जान गई थी: हादसा इतना भयानक था कि गाड़ी के परखच्चे तक उड़ गए थे. बाद में जो जानकारी निकलकर सामने आई वह यह थी कि सड़क पर पाला अथवा बर्फ पड़ने की वजह से यह हादसा हुआ है. अब पिथौरागढ़ की जिला मजिस्ट्रेट रीना जोशी ने पीडब्ल्यूडी को आदेश दिया है कि वह तमाम सड़कों पर नमक और लाइम पाउडर का छिड़काव करें. पिथौरागढ़ क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना भारतीय राजमार्ग और बीआरओ द्वारा बनाई गई कई ऐसी सड़कें हैं जिनमें अक्सर बर्फ पर चलना मुश्किल हो जाता है.

बर्फ और पाला पिघलाने की ये तरकीब: जिला मजिस्ट्रेट रीना जोशी की मानें तो हमने तमाम एजेंसियों को कहा है जो सड़क का रखरखाव करते रहें. ठंड और बर्फ की वजह से किसी तरह की कोई दुर्घटना ना हो. अगर कहीं ऐसे प्वाइंट हैं तो वहां पर साइन बोर्ड लगाया जाए, ताकि गाड़ी चलाने वाले व्यक्ति को यह पहले से पता हो कि आगे किस तरह की सड़क है.

सड़क पर छिड़का जा रहा नमक: फिलहाल लाइम पाउडर और नमक का छिड़काव करके काफी हद तक बर्फ को पिघलाया जा सकता है. यह काम जिले में शुरू कर दिया गया है. उधर चमोली के औली के रास्तों का भी यही हाल है. यहां पर भी पर्यटकों की गाड़ियां ना फिसलें उसके लिए कई लोगों को तैनात किया गया है. साथ ही साथ इस इलाके में भी नमक का छिड़काव किया जा रहा है.

उत्तराखंड की सड़कों पर संभल कर गाड़ी चलाएं: अगर आप भी उत्तराखंड में अपनी गाड़ी से बर्फबारी का आनंद लेना चाहते हैं, तो ऐसी सड़कों का विशेष ध्यान रखें जहां पर बर्फ के कारण गाड़ियां स्लिप होती हैं. इतना ही नहीं ऐसी सड़कों को भी आप बेहद गंभीरता से लें जहां पर बर्फ नहीं है. पानी जैसा दिखने वाला पाला आपके लिए मुसीबत पैदा कर सकता है. लिहाजा पहाड़ों में चलते हुए एक्सपर्ट ड्राइवर रखें. जहां पर भी आपको यह एहसास हो कि गाड़ी सड़क पर चलने में प्रॉब्लम कर रही है, वहीं पर अपनी गाड़ी को रोक लें. क्योंकि जान है तो जहान है.
ये भी पढ़ें: पिथौरागढ़ में गहरी खाई में गिरी कार, बाप-बेटे समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत
ये भी पढ़ें: पिथौरागढ़ में बड़ा हादसा टला, पाले में रपटी स्कॉर्पियो, 4 लोग घायल

देहरादून: पिथौरागढ़ में एक ही दिन में दो हादसे हुए. 20 दिसंबर को हुए एक दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में एनएसयूआई के प्रदेश सचिव रोहित बनोला 28 साल, हरीश कापड़ी 53 साल और शुभम कापड़ी 26 साल शामिल थे. इसी दिन एक अन्य हादसे में चार लोग घायल हो गए थे. इन हादसों का कारण बर्फ और पाला बताया जा रहा है.

सड़क हादसे में तीन लोगों की जान गई थी: हादसा इतना भयानक था कि गाड़ी के परखच्चे तक उड़ गए थे. बाद में जो जानकारी निकलकर सामने आई वह यह थी कि सड़क पर पाला अथवा बर्फ पड़ने की वजह से यह हादसा हुआ है. अब पिथौरागढ़ की जिला मजिस्ट्रेट रीना जोशी ने पीडब्ल्यूडी को आदेश दिया है कि वह तमाम सड़कों पर नमक और लाइम पाउडर का छिड़काव करें. पिथौरागढ़ क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना भारतीय राजमार्ग और बीआरओ द्वारा बनाई गई कई ऐसी सड़कें हैं जिनमें अक्सर बर्फ पर चलना मुश्किल हो जाता है.

बर्फ और पाला पिघलाने की ये तरकीब: जिला मजिस्ट्रेट रीना जोशी की मानें तो हमने तमाम एजेंसियों को कहा है जो सड़क का रखरखाव करते रहें. ठंड और बर्फ की वजह से किसी तरह की कोई दुर्घटना ना हो. अगर कहीं ऐसे प्वाइंट हैं तो वहां पर साइन बोर्ड लगाया जाए, ताकि गाड़ी चलाने वाले व्यक्ति को यह पहले से पता हो कि आगे किस तरह की सड़क है.

सड़क पर छिड़का जा रहा नमक: फिलहाल लाइम पाउडर और नमक का छिड़काव करके काफी हद तक बर्फ को पिघलाया जा सकता है. यह काम जिले में शुरू कर दिया गया है. उधर चमोली के औली के रास्तों का भी यही हाल है. यहां पर भी पर्यटकों की गाड़ियां ना फिसलें उसके लिए कई लोगों को तैनात किया गया है. साथ ही साथ इस इलाके में भी नमक का छिड़काव किया जा रहा है.

उत्तराखंड की सड़कों पर संभल कर गाड़ी चलाएं: अगर आप भी उत्तराखंड में अपनी गाड़ी से बर्फबारी का आनंद लेना चाहते हैं, तो ऐसी सड़कों का विशेष ध्यान रखें जहां पर बर्फ के कारण गाड़ियां स्लिप होती हैं. इतना ही नहीं ऐसी सड़कों को भी आप बेहद गंभीरता से लें जहां पर बर्फ नहीं है. पानी जैसा दिखने वाला पाला आपके लिए मुसीबत पैदा कर सकता है. लिहाजा पहाड़ों में चलते हुए एक्सपर्ट ड्राइवर रखें. जहां पर भी आपको यह एहसास हो कि गाड़ी सड़क पर चलने में प्रॉब्लम कर रही है, वहीं पर अपनी गाड़ी को रोक लें. क्योंकि जान है तो जहान है.
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