मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटकों और स्थानीय व्यापारियों के बीच आए दिन मारपीट की खबरें सामने आ रही है. रविवार को भी सात से आठ पर्यटकों ने गाड़ी को साइड न देने पर स्थानीय युवक के साथ बहस हो गई थी, जो कुछ ही देर में मारपीट में बदल गई. पर्यटकों ने चाकुओं से स्थानीय युवक पर जानलेवा हमला कर दिया. इस दौरान वहां पर काफी हंगामा हुआ. मामला शांत कराने में पुलिस के भी पसीने छूट गए थे.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पर्यटक मसूरी में आकर यहां से लोगों से बदतमीजी करते हैं. लेकिन पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है. रविवार को छोटी सी बात पर सात से आठ पर्यटकों ने स्थानीय युवक पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया. धारदार हथियार से युवक पर 7 से 8 वार किए गए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
मौके पर मौजूद लोगों ने स्थानीय युवक को गंभीर स्थिति में सरकार हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है. पर्यटकों की इस गुंडागर्दी से स्थानीय लोग भी भड़क गए और उन्होंने मसूरी लाइब्रेरी चौकी का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही पर्यटकों की बाइक भी तोड़ दी थी.
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लोगों का कहना है कि पर्यटकों की गाड़ी में लाठी-डंडे, हथियार और शराब की पेटियां भरी पड़ी है. ये सभी लोग मसूरी का माहौल खराब करने के लिए आ रहे हैं. मसूरी में पुलिस की भारी कमी है, जिस कारण यहां आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है और इसी वजह से पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच में झगड़े होते है. स्थानीय लोगों के हंगामे के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 पर्यटकों को गिरफ्तार भी किया, जबकि 5 से 6 लोग अभी भी फरार बताए जा रहे हैं.
मसूरी में पुलिस फोर्स की कमी: बता दें कि मसूरी कोतवाली में एक कोतवाल, एएसआई और एक एसआई ही नियुक्त किये गए है. जबकि मसूरी में 7 एसआई और 96 कॉस्टेबल के पद स्वीकृत हैं. लेकिन मात्र 32 कॉस्टेबल ही यहां पर तैनात किए गए हैं और महिला पुलिसकर्मी तो न के बराबर हैं.