देहरादून: सूबे की बदहाली का अंदाजा मुख्यमंत्री के विभागों की हालतों को देखकर लगाया जा सकता है. बता दें कि, प्रदेश में ड्रग डिपार्टमेंट में कुल छह फील्ड अधिकारी तैनात हैं. वहीं, उधमसिंह नगर के इंस्पेक्टर को गढ़वाल के पौड़ी जिले को देखने की जिम्मेदारी दी गई है. यानी कि एक तरफ अधिकारियों की कमी है, तो दूसरी तरफ कार्य विभाजन में भी खासी कमियां दिखाई दे रही है.
बता दें कि प्रदेश में ड्रग इंस्पेक्टरों की कमी होने की वजह से सभी दवा दुकानों की जांच नियमित रूप से संभव नहीं हो पाती है. जिससे गलत दवाई खाने से लोगों को जान का खतरा बना रहता है. जबकि स्वास्थ्य महकमा सूबे के मुख्यमंत्री के पास है.
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ड्रग विभाग में एडिशनल ड्रग कमिश्नर अरुणेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि यह व्यवस्था पूर्व से चली आ रही है. अधिकारियों की कमी के चलते कार्य विभाजन भी इसी लिहाज से किया गया है.